सहेली

सहेलियों के बीच सेक्स चुदाई की बातें और आपस में एक दूसरी से सेक्स का मजा लेने की गर्म कहानियाँ

मुमताज की मुकम्मल चुदाई-2

संजय सिंह जैसे ही वो दोनों गईं, मुमताज आकर मेरे से चिपक गई और मुझे चूमने लगी। मैंने उसको बोला- मुमताज, पहले दरवाजा तो बंद कर दो, नहीं तो कोई देख लेगा। वो गई और जल्दी से दरवाज़ा बंद किया और वापस आकर मेरी गोद में बैठ गई, मुझे चूमने लगी। मैंने भी उसका साथ […]

सामूहिक चुदाई का आनन्द-3

जूजा जी अब तक आपने पढ़ा कि पंकज हालाँकि ज़न्नत को बहुत ज़ोर से चोद रहा था पर उसकी नज़र मेरी चूत पर टिकी हुई थी। नरेन का भी यही हाल था और उसकी नज़र ज़न्नत की चुदती हुई चूत पर से हट नहीं पा रही थी ! अब आगे : मुझे पंकज के सामने […]

चूची से जीजाजी की गाण्ड मारी-7

सुधा अचानक जीजा जी रुक गए, मैंने पूछा- क्या हुआ ? रुक क्यों गए? जीजा जी बोले- बुर के बाल गड़ रहे हैं..! और अब तो इसका राज जान कर ही आगे चुदाई होगी। मैं जीजा जी के पीठ पर घूँसा बरसते हुए बोली- जीजा जी खड़े लण्ड पर धोखा देना इसे ही कहते हैं…! […]

चूची से जीजाजी की गाण्ड मारी-4

सुधा जीजाजी चाय पीते हुए बोले- ठीक है, चमेली इस बार केतली में चाय इसीलिए बना कर लाई थी कि दुबारा चाय गर्म करने के लिए नीचे ना जाना पड़े और दीदी अकेले-अकेले…! जीजाजी चमेली की तरफ गहरी नज़र से देख कर मुस्काराए। “जीजाजी आप बड़े वो हैं..!” चमेली बोली। “वो क्या..!” “बड़े चोदू हैं..!” […]

बचपन की सहेली ने चूत दिलवाई

मेरी बचपन की सहेली को एक दिन ले गया चोदने! काम शुरु हुआ और वो मेरा लण्ड चूत में ले रही थी, मेरा लंड उसकी फ़ुद्दी में घुसा हुआ था, वो बहुत मजे में ले रही थी.

कहीं ले चलो-3

मैं राज ! याद आया दोस्तो, मैं आपका शुक्रगुजार हूँ अपने उन दोस्तो का जिन्होंने मेरी कहानी पढ़ी और पसन्द की। अब नील की शादी हो गई थी। जब नील शादी के बाद नील का मेरे पास फ़ोन आया ! नील- हेलो ! पहचाना मुझे? मैं- ओ ई सी… हाय नील ! कैसी हो और […]

वो सात दिन-3

On 2013-03-19 Category: Group Sex Story Tags: Oral Sex, सहेली

परी भी काफी एक्साइटेड थी इसलिये उसने मुझे नीचे कर मेरे ऊपर सवार हो गई और मेरा अंडरवियर खोला तो मैंने उसे 69 पोज़िशन में आने को कहा। और वो भी अपनी लिन्गरी हटा अपनी योनि मेरे मुँह की तरफ कर घुटनों के बल बैठ कर मेरा लिंग चूसने लगी...

शालिनी और उसकी सहेलियाँ

हेलो दोस्तो, मैं मोहित, आपको तहे दिल से और सभी कन्याओं और लड़कियों को लंड खड़ा करके नमस्कार करता हूँ। मेरी पिछली कहानी ‘जेब में सांप-1‘ जेब में सांप-2 पढ़ कर आप सभी ने मझे बहुत प्यार दिया, इसके लिए धन्यवाद। मेरी कहानी जन अन्तरवासना पर आई तो उसके बाद मेरे पास बहुत से मेल […]

लड़कियों का बदलता अंदाज

मेरे पास एक मेल चडीगढ़ से आया, उसने कहा कि उसने आज तक सेक्स नहीं किया है और उसकी शादी होने वाली है और शादी से पहले वो मुझसे अनुभव लेना चाहती है।

मेरे प्यार की कीमत-3

सुबह साढ़े नौ बजे किसी के दरवाजे की घंटी बजाए जाने पर नींद खुली तो मैंने पाया कि मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा था। मैंने अपने शरीर का जायजा लिया। मैं बिस्तर पर आखरी चुदाई के वक़्त जैसे लेटी थी, अभी तक उसी तरह ही लेटी हुई थी। इंग्लिश के X अक्षर की तरह। […]

पहला आनन्दमयी एहसास -3

मैं अम्बिका की चूत बड़े जोश से चाट रहा था तो रोशनी बड़ा स्वाद लेकर मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी। हम तीनों मदहोश हो चुके थे..

पहला आनन्दमयी एहसास -2

वो अब मेरा साथ देने लगी और उसके हाथ मेरे बालों में फिरने लगे.. मेरा लण्ड जैसे अन्दर-बाहर आता जाता तो उसकी आह भरी आवाज मेरा जोश बढ़ाने लगी।

केले का भोज-2

मुझे उसके दोस्तों को देखकर उत्सुकता तो होती पर मैं उनसे दूर ही रहती। शायद नेहा की बातों और व्यवहार की प्रतिक्रिया में मेरा लड़कों से दूरी बरतना कुछ ज्यादा था। वह नहीं होती तो शायद मैं उनसे अधिक मिलती-जुलती। उसके जो दोस्त आते वे उससे ज्यादा मुझे ही बहाने से देखने की कोशिश में […]

मुझे रण्डी बनना है-4

मौसी सुनीता की गाण्ड को थपथपाते हुए- हाँ मेरी रण्डी रानी, जो हुकुम ! अब तुम्हारा राज है और 3 दिन ! साली रण्डी बनी है तो मर्द के साथ क्या करेगी?

बंद बोतल की सील

यह कहानी मैं अपनी सहेली लाजवन्ती की तरफ़ से उसी के शब्दों में लिख रही हूँ। अन्तर्वासना पढ़ने वालों को मेरा प्रणाम! मेरा नाम है लाजवन्ती, उम्र तेईस साल, रंग गोरा, अंग अंग मानो भगवान् ने अकेले बैठकर तराशा हो, लहराता जिस्म, पतली सी कमर, आग लगा देने वाली छाती बिल्कुल गोल-मोल और सेक्सी, किसी […]

मेरी सहेली-2

प्रेषिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : रीता शर्मा मेरी सहेली-1 रीता के पति राहुल अभी तक घर नहीं आए थे। रीता ने अपना सामान रसोई में रखा और खाना बनाने की तैयारी करने लगी। उसे रह रह कर साहिल से चुदाई की याद आ रही थी। लगभग ७ बजे राहुल आया। काम भी पूरा हो […]

महाकाय लिंग का आनन्द

हिमेश का लण्ड देख कर ही मेरी तो बांछें खिल गई। मैंने भी पहली बार इतने विशाल लण्ड के दर्शन किए थे। मेरी एक दीर्घकालीन मनोकामना आज पूर्ण होती दिख रही थी।

कामिनी की बाहों में-2

कामिनी मेरे चूतड़ दबा रही थी और अचानक उसकी ज़बान मेरी चूत के छेद में घुस पड़ी तो ऐसा लगा जैसे गरम पिघलता हुआ लोहा मेरी चूत में घुस गया हो, मैं चिल्ला पड़ी.

मेरी अन्तर्वासना – सेक्सी स्वाति

मेरे कई प्रेमी बहुत चकित हो जाते हैं कि सुबह मेरी आंख खुलने से लेकर रात को सोने तक, मैं चुदाई के बारे में उससे भी अधिक सोचती हूँ जितना वे सोचते होंगे!

बचपन की सहेलियाँ

On 2007-01-02 Category: पड़ोसी Tags: सहेली

प्रेषक : करिश्मा पुरुष यह कहानी उस वक्त की है जब मैं कॉलेज में पढ़ता था। मध्यप्रदेश के जबलपुर में चौधरी चाल में मैं रहता हूँ। हमारे चाल में कविता, रेशमा, और पिंकी ये तीन लड़कियाँ रहती हैं। जब वे स्कूल में थी तब उनका मेरे घर में आना जाना रहता था। अब वे 18 […]

Scroll To Top