यह मधुर कसक

गांव में सेक्स की प्यासी आंटी मुझ पर डोरे डालती रहती थी लेकिन मेरी नजर मेरी मौसी के कामुक बदन पर रहती थी. एक दिन आंटी बहाना करके मेरे साथ बिस्तर पर आई गई और आंटी ने अपनी चूत को बहाने से मेरे लंड पर दबा दिया. मैंने आंटी को मौसी ही समझ लिया!

यह मधुर कसक-2

चम्पा को चोद लेने के बाद मेरे दिलो दिमाग पर अब गंगा मौसी छाने लगी थी। मेरी अश्लील हरकतों को गंगा भांप गई थी, वो मुझसे बचती रहती थी। पर मैं अपने दिल में मधुर कसक लिये उनके आसपास मण्डराता रहता था। वैसे गंगा मौसी मुझे अभी भी बहुत प्यार करती थी, बस मेरी हरकतों […]

यह मधुर कसक-1

On 2011-08-11 Category: पड़ोसी Tags:

उनकी गुलाबी आंखे ऊपर उठ कर मेरी तरफ़ घूरने लगी। उनके होंठ थरथरा उठे... उनकी आंखें अब बन्द होने लगी। मैंने धीरे से उनके लबों के पास आकर उन्हें चूम लिया।

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