कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

सोनिया की सहेली-1

By शिमत On 2008-07-27 Tags:

आज मैं आप लोगों को अपनी कहानी ममेरी बहन के संग ममेरी बहन और उसकी सहेली-1 ममेरी बहन की ननद-1 के आगे सुनाने जा रहा हूँ, उम्मीद है कि आप लोगों को पसंद आएगी। और सबसे जरूरी बात कि मुझे आप लोगों के पत्र मिले और मुझे बहुत ख़ुशी हई, आप मुझे ऐसे ही अपनी […]

क्या नजारा था !

By राज अवस्थी On 2008-07-20 Tags:

दोस्तो, मैं राज कोलकाता से ! मेरी 3-4 कहानियाँ अन्तर्वासना पर आ चुकी हैं। यह कहानी मेरे एक नेट दोस्त के अनुभव पर आधारित है, आशा है कि आपको पसंद आएगी। यह कहानी मैं उसी की जुबान से आप सबके सामने प्रस्तुत करता हूँ : हाय दोस्तो, मैं हेनरी अमेरिका से ! मेरी उम्र तीस […]

नये अनुभव का सुख-2

लेखिका : अनुष्का उस दिन अज्जु ने मुझे एक नये अनुभव का सुख दिया। मैं बहुत खुश हो गई और तभी मैंने अज्जु को बताया कि मैं अपनी एक सहेली के साथ समलैंगिक हूँ। अज्जु ने कहा कि कल अपनी उस सहेली को भी बुला लेना! तीनों मिल कर मस्ती करेंगे। अगले दिन मैंने अपनी […]

ट्रेन में देवरानी-जेठानी की चुदाई

प्रेषक : मयंक यह सत्य घटना है चूँकि मैं सेल्स प्रोफेशन से हूँ, कई बार जल्दी में बिना रिजरवेशन के भी यात्रा करनी पड़ती है। इसी तरह मुझे ठंड के दिनों में कटनी जाना था, मैं सारनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच में बैठ गया। मेरे बाजू में दो औरतें बैठी थी। ट्रेन चलने के […]

मौजां ही मौजां-2

मैंने भी अपने सीने को उभारा और मैं इतरा कर उसके साथ साथ चलने लगी। वो भी अपना लण्ड पकड़ाये हुए आराम से पूल के किनारे किनारे चलने लगा। जाने कब मैंने भी उसके लण्ड को धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू कर दिया था। रोहित भी उत्तेजना में घिरने लगा था। सभी लड़कियों को […]

मौजा ही मौजा-1

लेखिका : शमीम बानो कुरेशी मैं बाज़ार जाने के लिये घर से निकल पड़ी। मुख्य सड़क पर आते ही मैंने सिटी बस ली और उस भीड़ में घुस गई। वही हुआ जो मैं चाहती थी। बस में घुसते ही जवान लड़की को देख कर उसके बदन पर हाथ मारना आरम्भ कर दिया। सभी भैन के […]

पंखी पता नहीं बताते-2

By शकील फ़िरोज़ On 2008-06-12 Tags:

प्रेषक : शकील फ़िरोज़ मैंने धीरे धीरे करके टीशर्ट और हाफपैंट खोल दिए। वो साली काली ब्रेज़ियर और काली पैंटी पहने थी। गोरा बदन और ये काले कपड़े ! साली मस्त लग रही थी। मौका पाकर रुक्कू ने उसके गेंदों की बाजी उसके हाथ में ले ली। मैंने शब्बो को पलंग पर लिटा दिया और […]

पंखी पता नहीं बताते-1

By शकील फ़िरोज़ On 2008-06-11 Tags:

प्रेषक : शकील फ़िरोज़ दोस्तो, मेरा नाम शकील है। मैं एक बार ट्रेन में मुंबई का सफ़र कर रहा था, वैसे भीड़ तो न थी और ट्रेन खाली थी। ट्रेन रुकते ही एक आदमी गुजरात के आनंद से चढ़ा, आकर मेरी बगल में जगह थी तो बैठ गया। थोड़ी देर बाद उसने मेरे बारे में […]

ग्राहक की बीवी-2

मैंने नीलम का मुँह हाथ में लेकर उसे प्यार करते हुए पूछा- नीलम, सच बताना! तुम्हें मेरा लंड कैसा लगा और यही पूछने के लिए मैंने राजू को थोड़ी देर के लिए बाहर भेजा है।

ग्राहक की बीवी-1

तुम जितने प्यार से मुझसे चुदवाओगी उतनी ही राजू की परेशानी कम होगी। मैंने रंडियाँ बहुत चोदी हैं लेकिन तुम्हारी तो बात ही कुछ अलग है। मुझे जबरदस्ती करना पसंद नहीं।

सौ सुनार की एक लोहार की

प्रेषक : पुरुषोत्तम शास्त्री मेरा नाम पुरुषोत्तम शास्त्री है। मैं एम ए का छात्र हूँ। यह मेरी प्रथम कहानी है। मैं एक धर्मशाला में रहता था। पुष्कर का मेला चल रहा था और पूरी धर्मशाला यात्रियों से भरी थी। कईयों को कमरा तक नहीं मिला और उनको सर्दी में बरामदे में सोने को मिला। मेरे […]

वफ़ा या हवस-4

मैंने मुस्कुराते हुए कहा- शैलीन, सच में तुम बहुत खूबसूरत हो! मैंने आज तक तुम्हारे जैसी कभी किसी को नहीं देखा! जी तो चाहता है कि तुम्हें हमेशा के लिए अपना बना लूँ!

वफ़ा या हवस-3

मैंने पहले शैलीन की पैंटी उतारी फिर उसकी मैक्सी! मैंने अपने भी पूरे कपड़े उतार दिए। अब हम दोनों पूरी तरह से नंगे 69 की अवस्था में लेट गए, मैंने अपना लण्ड उसके मुँह में डाल दिया!

वफ़ा या हवस-2

मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, सही-गलत समझ में नहीं आ रहा था। अगर शैलीन को कोई ऐतराज नहीं है, तो मैं क्यों संत बन रहा हूँ? मैं अभी इसकी जरुरत हूँ, यह मेरी!

वफ़ा या हवस-1

शैलीन ने सफ़ेद नाईट हॉट मैक्सी (आधे सीने से ले कर जांघ के ऊपर तक का कपड़ा) पहनी थी जिसके आर-पार सब कुछ दिख रहा था, उसके खुले बाल गीले थे मतलब वो नहा कर आई थी!

मिस मोनिका की ब्लू फिल्म

By श्रेया आहूजा On 2008-04-20 Tags:

प्रेषिका : श्रेया अहूजा मैं श्रेया आहूजा आपको ऐसी वास्तिविकता से परिचित कराने जा रही हूँ जिससे आप अनजान होंगे ! ब्लू फिल्म की हिरोइन के बारे में जो आपके ही मोहल्ले की गलियों में घूमती हैं पर आपसे अपरिचित हैं ! यह है मोनिका जो भोपाल विमेंस कॉलेज में पढ़ती है ! देखने में […]

पति की कल्पना-3

By रजनी On 2008-04-14 Tags:

आँखों के सामने चुदाई का यह सजीव दृश्य देखने के बाद में भावनाएँ और भी भड़क उठी थी। अच्छे बुरे के बारे में सोचना बंद हो गया था, मन में सिर्फ एक ही ख्याल था कि किसी सागर या राजेश जैसे आदमी से कैसे भी चुदवा लूँ? मेरे मन की इच्छा शायद पूरी होने वाली […]

परीक्षा के बाद

By razmotalnd On 2008-04-11 Tags:

प्रेषक : राज अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम ! सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ : मेरा नाम राज है, मैं गुडगाँव में रहता हूँ। वैसे तो मैं मध्यप्रदेश से हूँ पर गुडगाँव में जॉब करता हूँ सेक्स मेरा शौक है। मेरा मानना है कि आदमी सेक्स के लिए जीता है […]

ममेरी बहन की ननद-2

By शिमत On 2008-04-10 Tags:

प्रेषक : शिमत प्रथम भाग से आगे : फिर दीदी ने कहा- तुम दोनों एक दूसरे बात करो, मैं कॉफ़ी बना कर लाती हूँ। फिर सोनिया बोली- तुम क्या कर रहे हो पढ़ाई में? मैंने कहा- मैं एम बी ए कर रहा हूँ। फिर वो बोली- तुम्हारी किस खेल में रुचि है? तो मैंने कहा- […]

सोनू से ननदोई तक-5

दूसरे वाले ने भी लौड़ा निकाल लिया कभी एक मुँह में देता, कभी दूसरा देता। दोनों के बड़े-बड़े लौड़े थे, मैं जल्दी-जल्दी चूसने लगी। वो मेरे चुचूकों को चुटकी से मसल रहे थे, दोनों ने मुझ से खूब लौड़े चुसवाये और मुझे दबाया-मसला।

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