chudai ki kahani

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General Sex Stories in hindi

यह कैसा संगम-4

नेहा वर्मा राधा तो मस्ती से चुदे जा रही थी। एक लय में चूत और लण्ड चल रहे थे। राधा को मन के मीत की चुदाई मिल गई थी। गोपाल भी अपनी मनपसन्द लड़की की चुदाई करके आनन्दित हो रहा था। जाने कब तक उनका यह दौर चलता रहा। राधा की माँ हस्तमैथुन करके अपने […]

यह कैसा संगम-3

By नेहा वर्मा On 2009-09-28 Tags:

नेहा वर्मा राधा और प्रिया के मन की मुराद पूरी हो रही थी। सुन्दर और राधा की शादी हो रही थी। पर प्रिया ने सुन्दर से वादा लिया कि शादी की पहली सुहागरात वो उसके साथ ही मनायेगा। फिर वो राधा को चोदेगा। राधा ने माँ की बात सुनी तो उसने खुशी खुशी प्रिया का […]

यह कैसा संगम-2

By नेहा वर्मा On 2009-09-27 Tags:

नेहा वर्मा प्रिया ने अपने दोनों टांगें अपनी छाती से चिपका ली और अपनी गाण्ड पूरी तरह से खोल दी। प्रिया ने अपनी गाण्ड उभार कर सुन्दर के लण्ड से चिपका दी। प्रिया के चूतड़ों के बीच फ़ूल सा छेद खिल उठा। लण्ड के स्पर्श से वो अन्दर-बाहर होने लगा था। प्रिया को अपनी गाण्ड […]

यह कैसा संगम-1

By नेहा वर्मा On 2009-09-26 Tags:

नेहा वर्मा यह कहानी तीन प्रेमियों की है। इस कहानी के पात्र फ़िल्म संगम के पात्रों से मिलते-जुलते हैं और कहानी में वही त्रिकोण है। गोपाल और सुन्दर बचपन के मित्र थे। एक साथ पढ़े-लिखे, खेले-कूदे और खाते पीते थे। जब वे छठी कक्षा में आये तो उसी स्कूल में एक लड़की राधा ने प्रवेश […]

उस रात की बात-2

By प्रेम गुरु On 2009-09-15 Tags:

(एक रहस्य प्रेम कथा) ….. प्रेम गुरु की कलम से पिछले भाग में आपने पढ़ा : मिक्की मेरी जान, मेरी आत्मा, मेरी प्रेयसी, मेरी प्रियतमा मैं तुमसे प्रेम करता था, आज भी करता हूँ और करता रहूँगा”। मेरी आँखों से आंसू निकलते जा रहे थे। उसने अपने कांपते हाथों की अंगुलियाँ मेरे होंठो पर रख […]

उस रात की बात-1

By प्रेम गुरु On 2009-09-14 Tags:

(एक रहस्य प्रेम कथा) मिक्की ! मेरी जान, मेरी आत्मा, मेरी प्रेयसी, मेरी प्रियतमा मैं तुमसे प्रेम करता था, आज भी करता हूँ और करता रहूँगा ….. प्रेम गुरु की कलम से मेरे प्रिय पाठको और पाठिकाओं ‘तीन चुम्बन’ और ‘दो नंबर का बदमाश’ के बारे में आप सब लोगों ने जो मेल भेजे हैं […]

जेब में सांप-2

By मोहित पवार On 2009-09-14 Tags:

कहानी का पहला भाग: जेब में सांप-1 मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी, हम दोनों एक साथ झड़ गए। मैंने अपना सार माल उसके पेट पर निकाल दिया। वो बोली- भैया, यह क्या कर दिया? मेरा पेट गन्दा कर दिया? मैंने कहा- पागल, अगर अन्दर निकालता तो तू मम्मी बन जाती। उसने कहा- ठीक है। […]

जेब में सांप-1

By मोहित पवार On 2009-09-13 Tags:

नमस्कार, मेरा नाम मोहित पवार है, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मेरे मस्त लौड़े की तरफ से सभी की चूत को प्यार भरा नमस्कार! मैं आपको एक अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ कि किस तरह मैंने अपने दोस्त की बहन की झमाझम चुदाई की। मैं पहले अनीता के बारे में बता […]

चरित्र बदलाव-9

मैंने दरवाजा बंद कर दिया और सोनम की तरफ देखा तो सोनम के चेहरे पर एक शर्म थी जो मुझे अच्छी लगी. मैं सोनम के करीब गया और उसे कस कर बाहों में जकड़ लिया.

मेरे दोस्त की बीवी-4

प्रेषक : नवीन सिंह मैंने रात को ही रचित को फोन किया- लाइन साफ़ है, कल का कार्यक्रम तय है भाई ! और फोन सुजाता के कान में लगा दिया। वो बोला- ठीक है भाई, कल देख तू तेरे बीवी को कैसे चोदता हूँ। वो बोलेगी कि मजा आ गया, ऐसा कभी नवीन ने कभी […]

क्यों हो गया ना ?

By प्रेम गुरु On 2009-08-19 Tags:

मेरी ये कहानी मेरी एक ई-मित्र को समर्पित है – प्रेम गुरु गुरूजी कहते हैं “जिन के घर शीशे के होते हैं वो लाईट जला कर मुट्ठ नहीं मारा करते ” रात के कोई साढ़े दस बजे हैं। मैंने सभी दरवाजे और खिड़कियाँ बंद कर के एक ब्लू-मूवी डाल लगाई। एक ३५-३६ साल की औरत […]

शाकाल और नंगी हसीनाएँ-2

By उषा मस्तानी On 2009-08-18 Tags:

रीता और गीता अब नंगी थीं। रंजना ने भी अपनी स्कर्ट उतार दी, रंजना की चूत पाव रोटी की तरह फूली हुई थी। मैंने रूचि के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया था। रूचि ने खुद अपना पेटीकोट नीचे सरका कर उतार दिया उसकी चूत से पानी बह रहा था। रूचि की चमचमाती चिकनी चूत नंगी […]

थोड़ा सा रूमानी

By टॉम हूक On 2009-08-09 Tags:

नमस्कार दोस्तों, सबसे पहले तो मैं आप सबका धन्यवाद करता हूँ कि आप सभी को मेरी पिछली कहानी मैं और मेरी प्यारी शिष्या काफी पसंद आई। साथ ही आपसे क्षमा चाहता हूँ कि मेरी अगली कहानी में इतना विलम्ब हुआ। दरअसल बीच में ज़िन्दगी कुछ ज्यादा ही व्यस्त हो गई थी, पहले तो यू एस […]

दिल्ली की साक्षी

प्रेषक : रिन्कू गुप्ता प्रिय पाठको, मेरा नाम रिंकू है जैसा कि आप लोग पहले से ही जानते हैं . आज मैं आप लोगों से दिल्ली की हकीकत बयां करने जा रहा हूँ। दिल्ली एक ऐसा शहर जहाँ आप जो सोचते हैं उससे कहीं ज्यादा पाते हैं। जहाँ लोग एक दूसरे को प्यार करते हैं […]

हीरल

By sexwithjeet On 2009-08-05 Tags:

प्रेषक : जीत मेरा नाम जीत है, अहमदाबाद का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैंने सोचा कि मैं भी अपनी जिन्दगी के कुछ हसीन पल आप लोगों को बताऊँ ! यह बात तब की है जब मैं कोलेज में था। मेरे साथ एक लड़की थी जिसका नाम हीरल था। उसका रंग […]

कुक्कू आंटी-1

दोस्तो, यह मेरी एक आपबीती कहानी है, मेरा नाम पीयूष है, प्यार से सभी मुझे पप्पू कहते हैं। मेरी उम्र अब 35 साल है लेकिन यह बात उन दिनों की है जब समाज में ज्यादा चुदाई का चक्कर नहीं चलता था, ज्यादा टीवी के चैनल नहीं थे, ज्यादातर औरतें अपने घर के काम-काज में मशगूल […]

नई दोस्ती

By rahul656 On 2009-07-28 Tags:

राहुल कैपरी यह छोटी सी कहानी मेरी और नेहा के बीच की है। इस कहानी को मैंने श्रीमती नेहा वर्मा को संशोधित करने हेतु भेजा था। उनके सुन्दर सहयोग के लिये मैं उनका तहे दिल से आभार प्रदर्शित करना चाहता हूँ। इस कहानी की शुरूआत इस प्रकार से है। वो यहाँ यानि नेहा मुम्बई मात्र […]

मौलिका की कहानी

यह कहानी नहीं, सच है लेकिन कहानी के रूप में ! यह किसी एक लड़की या महिला की कहानी नहीं है। यह उन कई महिलाओं और लड़कियों की दास्तान और अनुभवों को मिला कर लिखी गई है जिनसे मुझे मिलने का, बात करने का, मौका मिला – और जीवन की सच्चाई भी पता चली। मौलिका […]

नॉटी !

‘‘पिता जी !’’ उसके मुख से शब्द निकल ही नहीं रहे थे। प्रसन्नता इतनी थी कि वर्षा फ़ूली नहीं समा रही थी। साइबर कैफे से बाहर आते ही उसने घर का नम्बर मिलाया। “पिताजी!” वह चहकी, ‘‘मैंने मुख्य परीक्षा पास कर ली है। मेरिट सूची में तीसरे क्रम पर हूँ !’’ ‘‘शाबाश बेटी ! मुझे […]

चाहत का इन्तज़ार

By फ़ुलवा On 2009-07-06 Tags: चुम्बन

हमारे गाँव में पवन के पिताजी की करियाने की दुकान थी। वह अपने पिताजी की तरह मोटू व अकड़ू था। मेरे पिताजी नगर की नगरपालिका में क्लर्क थे, रोज छः किलोमीटर साइकिल चला कर दफ़्तर जाते और शाम को घर लौटते। पवन के अतिरिक्त हमारे साथ में वह भी खेलती थी- पड़ोस की हमउम्र नाजुक-नरम […]

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