जन्मदिन पर कुंवारी गर्ल की सील तोड़ी

(Virgin Ladki Ki Sexy Chudai Story)

वर्जिन लड़की की सेक्सी चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि मेरी मित्रता एक कुंवारी लड़की से हुई. वो अपने जन्मदिन को अपने पहले सेक्स से यादगार बनाना चाहती थी.

इस कहानी को पढ़ रहे सभी लंड और चूत को मेरे तरफ से नमस्कार!
मेरी पिछली कहानी थी
चुदाई की शुरूआत
मेरा नाम आर्यन है ओर मैं जमशेदपुर से हूँ। यह वर्जिन लड़की की सेक्सी चुदाई स्टोरी एक सच्ची कहानी है, उम्मीद करता हूँ कि आपको पसंद आएगी।

तो मुझे एक दिन एक लड़की का इंस्टाग्राम पर एक मैसेज आया। उसका नाम रितिका (बदला हुआ नाम) था।
वो मेरे ही शहर की एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान की छात्रा है।

धीरे धीरे बातें शुरू हुई.
पहले तो उसने मुझे परखा कि मैं असली हूँ या नहीं।
जाहिर सी बात है लड़कियों के मन में एक शंका तो होती ही है।

लेकिन मैंने उसे यकीन दिलाया कि मैं असली हूँ और जो भी बातें हमारे बीच होंगी, वो पूरी तरह से गोपनीय रहेगी, और इंस्टाग्राम या मेल तक ही सीमित रहेगी।

जब उसे तसल्ली हो गयी तो उसने मुझे बताया कि वो 19 साल की होने वाली है और कुछ ही दिनों में उसका जन्मदिन आने वाला है।
वो अपने 19वां जन्मदिन को यादगार बनाना चाहती है।

मैंने उसे कहा- आप जगह और समय बता दीजियेगा; मैं आपकी सेवा में हाजिर हो जाऊंगा।
उसने कहा- अभी कुछ दिन बाकी हैं मैं होटल में रूम बुक करके बता दूंगी।

इस तरह से हमारे बीच इंस्टाग्राम में बातें होती रही और सेक्स की भी बात हो जाती थी।
लेकिन मैंने उसकी तस्वीर या फ़ोन नंबर नहीं लिया क्योंकि मेरा मानना है कि हर चीज़ गोपनीय रहना चाहिए.

आजकल इंटरनेट के युग में चीज़ें वायरल होने में देर नहीं लगती।
और एक लड़की के लिए उसका इज़्ज़त ही सबकुछ होता है. इसलिए इन सब मामलों में मैं सावधानी बरतता हूँ।

खैर कहानी पर आते हैं.
उसने मुझे बताया कि वो अभी तक कुंवारी है और अपनी चूत पे उंगली के अलावा कुछ नहीं डाला।
वह अपने 19वें जन्मदिन पर वो सील तुड़वा कर इसको यादगार बनाना चाहती है.
और उसकी कुछ फंतासी भी है जो वो पूरा करना चाहती है।

मैं मन ही मन बड़ा खुश हुआ कि सील तोड़ने का मौका मिलेगा।
दोस्तो, bur की सील तोड़ने का मौका नसीब वालों को ही मिलता है, यह सुख सबकी किस्मत में नहीं होता।

मैं उस दिन का इंतज़ार करने लगा. अब मेरे लिए एक एक दिन काटना मुश्किल हो गया था और उसके लिए भी।

रोज इंस्टाग्राम में सेक्स की बात होती. मैं भी मुठ मारता और वो भी उंगली कर लेती।

हालांकि हम दोनों ने एक दूसरे को नहीं देखा था. फिर भी कल्पना कर के ही दोनों हाथ से काम चला रहे थे।
दोस्तो, जब आप किसी को देखे नहीं हो और उसके बारे में सोच के मुठ मारो तो उसका मज़ा कुछ और ही होता है।

खैर दोस्तो … आखिर वो दिन आ गया जिसका दोनों को बेसब्री से इंतजार था।

उसे मैंने जन्मदिन की बधाई दी तो उसने गिफ़्ट की मांग की.
मैंने कहा- ऐसा गिफ्ट दूंगा जो ज़िन्दगी भर याद रहेगा।

फिर उसने मुझे होटल का नाम और रूम नम्बर बताया।

मैं तैयार होकर उसके लिए केक लेने गया क्योंकि जन्मदिन के दिन खाली हाथ जाना मुझे सही नहीं लगा.
मैने एक बुके भी ले लिया।

मैं सब कुछ लेकर तय समय पर होटल पहुँच गया।

मेरी धड़कनें तेज़ हो रही थी और सब्र भी नहीं हो रहा था।
मैंने उसके रूम के पास पहुँच कर उसे मैसेज किया.
वो मुझे बाहर लेने आयीं।

दोस्तो, मुझे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ और किस्मत पर भी … वो रूप की रानी लग रही थी।
उसने बैंगनी रंग की वन पीस पहन रखी थी जो उसके घुटने के ऊपर तक थी. जिसमें उसकी गोरी टाँगें साफ साफ नजर आ रही थी।
वो इतनी खूबसूरत थी कि मैं बयां नहीं कर सकता।

उसने मुझे हेलो कहा।
मैंने भी हेलो और ‘हैप्पी बर्थडे’ बोला।
उसने मुस्कुराकर ‘थैंक यू’ बोला।
उसने कहा- अंदर चलो।

वो मेरे आगे थी, उसके बड़े बड़े चूतड़ देख कर मेरा लंड पर काबू करना मुश्किल हो गया था।
दोनों अंदर पहुँचे, रूम लॉक किया।

मैंने उसे बुके दिया.
केक देखकर उसने कहा- इसकी क्या जरूरत थी।
मैंने कहा- तुम्हारा जन्मदिन यादगार बनाना है इसलिए!

अरे … मैं आपको उसका फ़िगर बताना तो भूल ही गया. माफ किजयेगा … मैं उसकी खूबसूरती में खो गया था।

उसके चुचे 30 के होंगे, कमर 26 और चूतड़ 30.
तो कुल मिलकर एक सेक्स की मूरत।
आप भी अब कल्पना कर के मुठ मार सकते हैं।

उसके बाद मैंने केक को टेबल पर सजा दिया और मोमबत्ती लगा दी।
उसने फूंक मारकर मोमबत्ती बुझाई.
मैंने हैप्पी बर्थडे गाना गाया।

मोमबत्ती बुझाने के बाद उसने केक काटा और एक टुकड़ा मुझे खिलाया।
मैं भी उसको एक टुकड़ा खिलाया।

उसने कहा- मेरा गिफ्ट कहाँ है?
मैं बोला- मैं गिफ्ट देने के लिए ही आया हूं.
यह बोलकर मैंने उसके होंठों से होंठ लगा दिए और लिप लॉक कर दिया।

उसने मेरे मुंह में अपना जीभ डाल दी. मैं उसकी जीभ चूसने लगा. फिर मैंने उसके मुख में अपनी जीभ डाल दी. वो भी मज़ा लेकर चूसने लगी।

इस तरह करीब 5-7 मिनट तक हमारा किस चला।
उसके बाद दोनों अलग हुए।

वो थोड़ी शर्मा रही थी।
मैंने उससे कहा- शर्माओ मत … बस मज़ा लो आज!

वो मुझे देखकर हँसने लगी.
मुझे समझ नहीं आया वो हंस क्यों रही है।
फिर मैंने आईने में देखा तो पता चला कि उसकी लिपस्टिक मेरे होंठों पर लगी हुई थी।
फिर मैं भी हँसने लगा।

मैंने उसे पौंछने के लिए तौलिया उठाया तो उसने रोक दिया और कहा- मत पौंछो. ये मेरी पहली निशानी है।
और हँसने लगी।
मैंने कहा- ठीक है. वैसे भी तौलिया कुछ और पौंछने के काम आएगा।
वो फिर से शर्मा गयी।

मैंने उसका कमर पकड़ा और अपनी ओर खींच लिया और किस करना शुरू कर दिया.
वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी।
किस करने में वो पूरी माहिर थी।

मैं अपना एक हाथ उसके पीछे ले गया और पैंटी के ऊपर से ही सहलाने लगा। वो भी ऊपर से ही मेरे लंड को सहला रही थी।

अब मैंने उसका ड्रेस उतार दिया और वो सिर्फ ब्रा पेंटी में आ गयी।
उसका गोरा बदन और ऊपर से गुलाबी रंग की ब्रा और पेंटी पूरा कहर ढा रही थी।

उसने भी मेरे कपड़े उतार दिये और मैं सिर्फ चड्डी में आ गया।

मैं उसका गोरा बदन को देख ही रहा था. पता नहीं क्यों … मुझे देखते रहने का ही मन कर रहा था।

मेरा लंड पूरा तना हुआ था और चड्डी का तंबू बना दिया था।
वो ध्यान से उसे ही देख रही थी।

अब मैंने उसकी ब्रा उतारनी चाही।
उसने अपनी पीठ मेरी तरफ करके इसकी इजाजत दे दी।

जैसे जैसे मैं ब्रा के हुक खोल रहा था, दोनों की सांसें तेज़ हो रही थी।
उसकी ब्रा में 4 हुक थे. आखरी हुक खोलते ही मैंने ब्रा उतार फेंकी।

अब मैंने उसे अपनी ओर मोड़ा. उसने बाजू क्रोस करके आपने दोनों चूचों को छुपा कर रखा था और नज़रें नीचे झुकाये थी।

दोस्तो, ये दुनिया का सबसे सेक्सी नज़ारा होता है. जब एक लड़की पेन्टी में नज़रें झुकाये अपने चूचों को छुपाने का असफल प्रयास करती है।

अब मैंने अपने हाथ से उसका हाथ हटाया और उसके दोनों चूचों को आज़ाद कर दिया।

ज़न्नत का नज़ारा था दोस्तो …
नारंगी के आकार के चूचे … उनके ऊपर भूरे रंग के तने हुए अंगूर जैसे निप्पल!

मैं 5 मिनट तक तो बस देखते ही रह गया।
इतनी सेक्सी लग रही थी बता नहीं सकता।

उसके बाद मैंने उसके निप्पल को आपने उंगलियों में फंसा कर खींचा वो सिहर उठी और उसके मुंह से सिसकारी निकल गयी।

अब मैं धीरे धीरे उसकी चूची दबाने लगा।
वो ‘ओह आ … ओह!’ करके मज़ा ले रही थी।

अब मैंने उसके एक चूचे को मुख में भर लिया और उसके निप्पल को जीभ से दबाने लगा।
उसके मुलायम चूचे के ऊपर सख्त निप्पल चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था।
अब उसकी सिसकारियां भी तेज हो रही थी।

उसके बगल के बाल सुनहरे रंग के थे जो मुझे बहुत सेक्सी लग रहे थे।
मैं उसके बगल को चाटने लगा।

उसके बगल से आ रही मादक खुशबू मुझे पागल बना रही थी।
मैं बता दूँ दोस्तो … मुझे लड़कियों के बग़ल के बाल बहुत सेक्सी लगते हैं।

उसके बग़ल का स्वाद और चूचों का रसपान करने के बाद उसने कहा- अब अपने लंड का दर्शन करवा दो. अब और इंतज़ार नहीं होता।
मैंने उससे कहा- ये आज तुम्हारी ही सेवा करने आया है. खुद उतार के देख लो।

वो झट से मेरी चड्डी के पास मुंह ले गई और ऊपर से ही चाटने लगी।
मैं उसका सर पकड़ कर जोर जोर से आपने लंड के ऊपर दबा रहा था।

अब उसने धीरे से मेरी चड्डी उतारी और अब मेरा लंड उसे सलामी देने लगा।
वो एक हाथ से मेरे लंड को पकड़कर ध्यान से देखने लगी।
और फिर अपनी जीभ को मेरे लंड से लगा दिया।

मैं तो जैसे सातवें आसमान पर पहुँच गया।

कुछ देर ऐसे जीभ से चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुख में भर लिया और चूसने लगी। वो मेरे लंड को पूरा मुख में भर लेती।

इतनी सेक्सी लड़की लंड चूस रही हो तो मैं भला कितना देर टिक पाता।
मैंने जोर से आवाज़ करते हुए लंड उसके मुख से निकाला और उसके चेहरे पर ही झड़ गया।

2-3 पिचकारियों के साथ मेरा वीर्य उसके चेहरे और बालों में लग गया।

मैं निढाल होकर साइड में लेट गया और जोर जोर से सांस लेने लगा।
उसने टिश्यू पेपर से खुद को साफ किया और मेरी ओर देख के मुस्कुराने लगी।

थोड़ी देर बाद मैं सामान्य हुआ तो मैंने कहा- अब मेरी बारी है तुम्हारी पेंटी उतारने की।
उसने मुस्कराकर मुझे इजाजत दी।

मैं उसके पेंटी के पास पहुँचा और ऊपर से ही चाटने लगा।
वो मेरा सर अपने दोनों हाथों से दबाने लगी थी।

उसके मुंह से निकल रही मादक आवाज़ मुझे और भी उत्तेजित कर रही थी।
अब मैं उसकी पेंटी उतारने के लिए तैयार था। वो अब भी थोड़ी थोड़ी शर्मा रही थी।

मैं अपना दोनों हाथ उसके पीछे ले गया और धीरे धीरे उसकी पैंटी उतारने लगा।
पेंटी उतारने के बाद का नज़ारा देखने लायक था।
मुझे तो यकीन नहीं हो रहा था।
सुनहरी झांटों के बीच उसकी फूली हुई चूत।

मैं कुछ देर वहीं बैठकर इस नज़ारे को देखने लगा।

इसके बाद मैंने देर न करते हुए चूत को चाटना शुरू किया और वो मुख से आवाज़ निकालकर मेरे जोश को और बढ़ा रही थी।

मैं जीभ से उसके दाने को छेड़ रहा था.
उसने दोनों हाथों से मेरा सर अपने चूत में दबा रखा था।

मैं कभी उसके दाने को चाटता, कभी उसके कुंवारी छेद में जीभ घुसने का प्रयास करता।

अब वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और मेरा लंड लेने के लिए तैयार थी।
मैंने देर न करते हुए उसे पूछा- तुम तैयार हो?
उसने अपना सर हिलाकर हाँ कहा।

मैंने उसके गांड के नीचे तकिया रखा जिससे चूत थोड़ी ऊपर हो जाए. मैं उसे किस करने लगा और हाथ से उसकी चूची दबा रहा था और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा।

दोस्तो, आपको बता दूं कि कुंवारी चूत को चोदने से पहले उसे तैयार करना पड़ता है. अगर बिना तैयार किये ही चुदाई शुरू कर दी तो लड़की को ज्यादा दर्द तो होगा ही … साथ साथ लड़की के मन में आगे चुदाई का डर बैठ जाएगा।

मैं मेरी पाठिकाओं को यह सलाह देना चाहूंगा कि वो अनुभवी आदमी से ही सील तुड़वायें. या सील तुड़वाने से पहले किसी अनुभवी आदमी की सलाह जरूर लें।

चलिए सेक्सी चुदाई स्टोरी पर वापस आते हैं.

वो अब मेरा लंड लेने के लिए पूरी तरह तैयार थी. उसकी तेज़ सांसों और सिसकारियों से यह पता लग रहा था।

मैंने भी देर न करते हुए उसके उसके होंठों को अपने होंठों से दबाया और लंड चूत में सेट कर के एक जोरदार धक्का लगाया।

धक्का लगते ही लंड चूत के सील को चीरता हुआ अंदर प्रवेश कर गया।

उसने जोर से मेरे होंठों को दबाया जिससे मुझे पता चला कि उसे थोड़ा दर्द हुआ.
उसकी आँखों से आंसू निकल आये।

यह वो मीठा दर्द था जो हर लड़की को सहना ही पड़ता है।

अब तक मेरा आधा लंड ही चूत में घुसा था. और उसकी चूत से निकला शगुन रूपी खून यह बता रहा था कि वो अब कली से फूल बन चुकी है।

मैं कुछ देर ऐसे ही रुका रहा.

जब वो सहज हुई तो एक और धक्के के साथ पूरा लंड चूत की गहराई में उतार दिया।
थोड़ी देर बाद धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।

अब उसका दर्द खत्म हो चुका था और उसे चुदाई का मज़ा आने लगा था। उसके मुंह से निकलती सिसकारियां इसका सबूत थी।

वो मेरे धक्के का जवाब अपनी गांड उठा कर दे रही थी।

मेरे धक्कों की स्पीड अब बढ़ चुकी थी। पूरे कमरे में फच फच की आवाज़ के साथ उसकी सिसकारियां गूंज रही थी।

लगभग 15 मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मेरा शरीर अकड़ने के साथ मैं उसकी चूत में झड़ गया।
2-3 तेज़ फव्वारों के साथ मेरा माल उसकी चूत में भर गया.

मैं उसके ऊपर ही पड़ा रहा.

थोड़ी देर बाद उसने खुद को अलग किया और अपना चूत देखने लगी। जहाँ अभी मेरा वीर्य लगा गया था उसके साथ खून भी था।

वो चूत देखने के बाद मेरी ओर देखकर मुस्कुराने लगी और बाथरूम चली गयी. वहाँ उसने खुद को साफ किया।

वापस आकर वो मेरा लंड चूसने लगी।
मेरा लंड उसके मुंह में जाते ही वापस खड़ा हो गया और चुदाई के लिए तैयार हो गया।

अब मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा। वो फटाफट घुटने के बल लेटकर गांड उठाकर तैयार हो गयी।

मैंने उसकी गांड और चूत को चाटना शुरू किया।

जब वो तैयार हो गयी तो मैंने लंड सेट किया और एक धक्के के साथ पूरा लंड उसकी चूत की गहराई में उतार दिया।
वो भी गांड धकेल कर मेरे धक्कों का जवाब दे रही थी।
पूरा कमरे में चुदाई की आवाज़ आ रही थी।

ताबड़तोड़ चुदाई के बीच मेरी नज़र उसकी गांड के छेद पर गयी जो कभी खुल रही थी और कभी सिकुड़ रही थी।
ये चीज़ मुझे आकर्षित कर रही थी।

ताबड़तोड़ चुदाई के बाद में झड़ गया और वीर्य उसके चूतड़ों पर गिरा दिया।

इसके बाद दोनों बाथरूम में गए जहाँ दोनों साथ में नहाए. वहाँ मैंने उसे एक और राउंड चोद दिया।

अब मैं घर जाने के लिए तैयार होने लगा तो उसने मुझे किस किया और विदा कहा।
साथ ही आगे फिर मिलने का वादा किया।

तो दोस्तो, ये थी मेरी वर्जिन लड़की की सेक्सी चुदाई स्टोरी!
उम्मीद है कि आपको पसंद आई होगी।

मुझे मेल करके बताइए कि आपने वर्जिन लड़की की सेक्सी चुदाई स्टोरी पढ़ते समय मुठ मारी या चूत में उंगली की या नहीं?
कृपया अपनी राय मुझे [email protected] पर मेल कर के दें।
धन्यवाद.

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