कमसिन लड़की की चूत की कामवासना

(Hydrabad sex kahani)

हैदराबाद सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी मुलाक़ात हैदराबाद की एक जवान लड़की से हुई. उससे बात कैसे आगे बढ़ी और उसने मुझे चालाकी से अपने कमरे में कैसे बुलाया.

दोस्तो, मैं अंश आपका सभी का एक बार फिर से अपनी एक रोचक घटना को लेकर हाजिर हूँ. अपनी हैदराबाद सेक्स कहानी में मैं आप सभी पाठकों का स्वागत करता हूँ.

दोस्तो मेरी पिछली सेक्स कहानी
ऑनलाइन मिली भाभी की चूत और गांड चुदाई
को पढ़कर आप सभी लोगों ने मुझे जो मेल किए, मुझे बहुत पसंद आए. काफी भाभियों ने भी मुझे मेल किए … और प्रशंसा की.

अभी मेरे पास अभी एक जवान लड़की का संदेश आया था.
उसमें उसने लिखा था कि आप सभी सेक्स कहानियां भाभी को लेकर ही बताते हैं. कुछ कमसिन लड़कियों के बारे में भी अपना अनुभव हम सभी लोगों से साझा कीजिए.

उस पाठिका की बात पर मुझे लगता है कि मुझे अपने किसी भी पाठक को निराश नहीं करना चाहिए.
इसलिए मैं आज आप लोगों को एक सेक्सी और जवान लड़की के बारे में बताने जा रहा हूं.
उम्मीद है आप सभी पाठकों को ये सेक्स कहानी काफी पसंद आएगी.

वैसे काफी सारे लोगों को मेरे बारे में पता है लेकिन फिर भी जो मेरी कहानी पहली बार पढ़ रहे हैं, उन्हें मैं बताना चाहता हूँ कि मेरा नाम अंश है … और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 23 साल है. सेक्स में मैं काफी अच्छा हूँ और आज तक सभी भाभियों और लड़कियों को संतुष्ट करके ही माना हूँ.

मैं आज जिस सेक्स कहानी के बारे में आपको बताने जा रहा हूँ, वो आज से लगभग दो साल पहले की उस समय की घटना है.
तब मैं मार्केटिंग में काम करता था. मैं प्रचार का काम करता था.

मैं एक प्रोजेक्ट का काम करने हैदराबाद गया था. काम खत्म ही हुआ था कि मैंने भी अपना बैग उठाया और अपनी गाड़ी में बैठकर अपने रूम जाने लगा.

तभी मेरे सामने एक लड़की आई और मेरे काम की तारीफ़ करने लगी.
उसने मुझे अपने काम के बारे में बताया, वो वहीं हैदराबाद में ही मेरी तरह ही प्रचार का ही काम करती थी.

हमने अपने नंबर एक दूसरे से शेयर किए … थोड़ी बहुत बात की और मैं अपने रूम पर आ गया.

शाम को जब मैं अपने रूम में सोने के लिए गया और मोबाइल शुरू किया … तो मेरे मोबाइल पर एक अंजान नंबर से एक मैसेज आया था.
मैंने जब देखा तो ये वही लड़की थी … जिससे मैं मिला था.

इस तरह मेरी और उसकी बात होने लगी. उस दिन तो ज्यादा बात नहीं हो पायी, फिर मैं सो गया.

अगले दिन जब मैं उठा, तो देखा कि उसका मैसेज आया था.
उसके पास मेरे लिए कोई काम था … तो मैंने उसे हां कर दिया और काम के बारे में पूछा.
तो उसने जवाब दिया कि ऐसे काम नहीं बता सकती.

उसने मुझे मिलने बुलाया तो मैंने कहा कि मैं शाम में ही मिल सकता हूँ.

तब उसने मुझे अपने मिलने का पता भेज दिया.

शाम को मैंने अपना काम खत्म किया और चारमीनार पहुंच कर उसे फोन किया.
उसने मुझे वहीं रुकने के लिए बोला.
मैं वहीं उसका इंतजार करने लगा.

करीब 15 मिनट के बाद वो वहां आई.
सच बताऊं … तो अब मैंने उसे ध्यान से देखा था.

क्या माल थी वो … उसने लाल रंग की ड्रेस पहन रखी थी.

उसने आते ही मुझे हैलो कहा.
मैंने पूछा- कहां चलना है?

तो उसने कहा- मेरे बॉस मेरे घर ही आने वाले हैं और सारा काम वो ही बताएंगे.
मैंने अपनी गाड़ी वहीं एक पार्किंग में छोड़ दी और उसके साथ उसकी गाड़ी में बैठकर चला गया.

कुछ देर बाद हम दोनों उसके घर पहुंचे और उसने मुझे अन्दर आने के लिए बोला.

मैं जब अन्दर गया तो मुझे उसने बताया कि वो अकेली ही रहती है. उसने मुझे बैठने को बोला … और मेरे लिए नाश्ता लेकर आई.

हम दोनों ने मिलकर नाश्ता किया. मैंने उनके बॉस के बारे में पूछा तो उसने कहा कि बस अभी बात हुयी है. वो एक घंटे में आ जाएंगे.
मैंने कहा- तब तक मैं क्या करूंगा?
वो बोली- मूवी देखते हैं.

उसने टीवी चालू कर दिया और हम मूवी देखने लगे.

कुछ देर बाद मूवी में एक रोमांटिक सीन आया जिसमें हीरो हीरोईन को किस कर रहा था.

ये देख कर वो उठकर जाने लगी तो मैंने कहा- क्या हुआ?
उसने बोला- मैं अभी पानी लेकर आती हूँ.

जब मैंने उसे जाते हुए देखा तो वो अपनी गांड को मटका मटका कर चल रही थी. जिसे देखकर मेरे लंड में कुछ हलचल होने लगी.
लेकिन मैं खुद को शांत करते हुए टीवी देखने लगा.

थोड़ी देर बाद जब वो आई तो मैं उसे देखता ही रह गया.
क्या जबरदस्त माल लग रही थी वो!

उसने एक शॉर्ट स्कर्ट पहन रखी थी और ऊपर अब एक शॉर्ट टी-शर्ट पहन रखी थी जिससे मेरा मन अब कंट्रोल के बाहर हो रहा था.

मैंने उससे कहा- तुम बहुत अच्छी लग रही हो.
उसने मुझे धन्यवाद कहा और मेरे बगल में आकर बैठ गयी.
अब काफी शाम हो चुकी थी.

मैंने दोबारा से उससे बॉस के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वो आज नहीं आएंगे.
मैं निराश हो गया और मैंने कहा- काम तो हुआ नहीं, अब मैं चलता हूं.
तो उसने कहा- आज यहीं रुक जाओ … कल बॉस से मिलकर चले जाना.

मुझे कुछ ठीक नहीं लगा तो मैंने कहा कि आप अकेली रहती हैं, आपको कोई परेशानी तो नहीं होगी?
उसने कहा- नहीं मुझे कोई परेशानी नहीं है.

मैंने रात में वहीं रुकने का प्लान बनाया और अपनी टीम को फोन करके बता दिया कि मैं आज रूम पर नहीं आऊंगा.

फिर रात में उसने खाना बनाया और हम साथ में खाना खाने लगे.
खाना उसने सच में बहुत स्वादिष्ट बनाया था.

फिर खाते समय हम दोनों बातें करने लगे.
मैंने उससे उसके परिवार के बारे में पूछा.

तो उसने कहा- मेरे सिर्फ पापा हैं … और वो भी विदेश में रहते हैं, इसलिए मैं अकेली ही रहती हूँ.
मैंने पूछा कि दोस्त है?

उसने कहा कि नहीं … मैं सिर्फ काम से ही मतलब रखती हूँ … मेरा कोई भी दोस्त नहीं है.
फिर उसने मेरे बारे में पूछा तो मैंने बताया कि मेरे घर में सब हैं.

ऐसे ही बातों बातों में मैंने पूछा कि तुम्हारा कोई बॉयफ्रैंड है?
उसने मना कर दिया और उसने भी मुझसे यही पूछा, तो मैंने भी कहा कि मेरी भी कोई गर्लफ्रैंड नहीं है.

उसने कहा- आप तो इतने अच्छे दिखते हैं … फिर भी कोई नहीं है?
मैं बस हल्का सा मुस्कुरा दिया और खाना खाने लगा.

फिर हमने खाना खत्म किया.

अब मैंने उससे पूछा- सोना कहां है?
उसने कहा कि मैं अकेली ही रहती हूँ, तो मेरे घर में एक ही रूम है. हम दोनों साथ में ही सो सकते हैं.

मुझे भी कोई आपत्ति नहीं थी.

हम दोनों सोने चले गए. थोड़ी देर बाद वो सो गई, लेकिन मुझे कहां नींद आने वाली थी.

कुछ देर मैं ऐसे ही लेटा रहा. फिर मैंने सोचा कि चलो कुछ मज़ा करते हैं.

मैंने अपना एक पैर उसके पैरों पर रखा और हल्के हल्के ऊपर नीचे करने लगा.
उसकी तरफ से कोई विरोध न पाकर मेरी हिम्मत और बढ़ गई.
मैंने अपना एक हाथ उसके चूची पर रख दिया.
सच में उसकी चूची बहुत ही मुलायम थी.

मैं उसकी तरफ कुछ और बढ़ गया और अपना कड़क लंड उसकी गांड में छुआ कर हल्के हल्के ऊपर नीचे करने लगा.

उसका अब भी कोई विरोध न पाकर मैंने उसे दोनों हाथों से दबा लिया और उसके होंठों पर किस करने लगा.

दोस्तो, क्या बताऊं … क्या होंठ थे उसके … इतने मुलायम कि मन कर रहा था कि उसे खा जाऊं.

वो भी बिना कुछ बोले मेरा साथ देने लगी.

फिर मैंने उसकी टी-शर्ट के अन्दर हाथ डाला और उसके निप्पल दबाने लगा.
उसे भी मज़ा आ रहा था और हल्की सी सिसकारी भी निकल रही थी- सि…स्स्ह … आअ अहह!

उसकी ये कामुक आवाजें मेरी उत्तेजना को और बढ़ा रही थीं.

लगभग 20 मिनट किस करने के बाद मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना लंड उसके मुँह के पास रख दिया.
मैंने उससे लंड मुँह में लेने को बोला.

उसने झट से मेरा लौड़ा अपने मुँह में ले लिया और जमकर चूसने लगी.

अब मेरी भी सीत्कार निकलने लगी थी- आह सिस्सह उम्म्ह!

फिर हम दोनों 69 की पोजिशन में आ गए और दोनों एक दूसरे को मज़ा देने लगे.
सच में चुत चूस कर बहुत मज़ा आ रहा था.

करीब 25 मिनट तक हम दोनों ऐसे ही रहे.
अब तक वो दो बार झड़ चुकी थी.
मैंने दोनों बार उसका सारा पानी पी लिया था.

सच में बहुत स्वादिष्ट रस था … मुझे बहुत मज़ा आया.

तब मैंने उसे बिस्तर पर उल्टा लिटा दिया और अपना लंड उसकी चूत में हल्के से डालने लगा.
उसकी चूत बड़ी टाइट चुत थी. इस वजह से मेरा लंड अन्दर नहीं जा रहा था.

तो मैंने उसकी चूत पर हल्का सा तेल लगाया और थोड़ा अपने लौड़े पर भी लगा लिया.
मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाला तो उसे थोड़ा सा दर्द हुआ और उसकी कराह निकल गई- आअअह … अहहह … बहुत दर्द हो रहा है यार!

मैं थोड़ा रुक गया और उसके दर्द का कम होने का इंतजार करने लगा.
एक उंगली उसकी गांड में डालकर मैं अन्दर बाहर करने लगा.

इससे भी उसे बहुत दर्द हो रहा था.
मैं दूसरे हाथ से उसके दूध दबाने लगा.

करीब 5 मिनट जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो उसने अपनी गांड उठाकर मुझे इशारा किया.
मैंने अपना लौड़ा थोड़ा सा बाहर निकाला और अगले झटके के साथ पूरा लौड़ा चुत के अन्दर पेल दिया.
मैं धीरे धीरे उसे चोदने लगा.

अब उसका दर्द मज़े में बदल गया था और वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.

पूरे कमरे में ‘घच्चच … आअ अह्ह … सिस्स्ह …’ की आवाजें आ रही थीं.

मैंने उसे करीब 20 मिनट तक हचक कर चोदा, इसके बाद उसे घोड़ी बनाकर चोदने लगा.

अब वो मस्त हो गई थी- आअअह्ह … और तेज करो … आह फाड़ दो मेरी चूत को … आह आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दो मेरी जान …. आह बहुत मज़ा आ रहा है.

मैं ताबड़तोड़ उसे चोद रहा था. चुदाई के बीच वो 3 बार झड़ चुकी थी.

अब मेरा भी होने वाला था. मैंने उससे पूछा कि रस कहां निकालूँ!
उसने कहा कि मेरे अन्दर ही निकाल दो … मैं भी पूरा मज़ा लेना चाहती हूं.

करीब 5 मिनट बाद मैंने उसकी चूत अपने वीर्य से भर दी और हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर आराम करने लगे.

करीब एक घंटे बाद उसने उठकर फिर से मेरे लौड़े को चूसना शुरू कर दिया. मैंने भी बिना देर किए हुए उसे किस करना शुरू कर दिया.

कुछ ही देर में हम दोनों फिर से गर्म हो चुके थे. उसी रात मैंने उसे चार बार चोदा.

सुबह वो बोली- मैं तुमसे चुदवाना चाहती थी … इसलिए तुम्हें अपने रूम पर बुलाया था.
मैंने कहा- हां, मुझे बाद में समझ आ गया था. मुझे भी तुमको चोद कर मजा आया.

वो मुस्कुरा दी. मैं उसे चूम कर वापस आ गया.

तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी हैदराबाद सेक्स की दास्तान … मुझे आपके जवाब का इंतजार रहेगा.
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