एक हसीन रात

(Ek Haseen Raat)

शीला 2014-11-30 Comments

हाय मेरे स्वीटहार्ट…
आज रीतिन के साथ मेरी डेट है, हमने कल ही इस डेट को प्लान किया था.

मैं इस बात से काफी चीयरफ़ुल थी।

महक भी आज-कल खुश लग रही थी, कुछ दिनों से लग रहा था कि वह लव फेलियर के सदमे से बाहर आ गयी है।
लेकिन अभी भी वह मुझे उस लड़के का नाम नहीं बता रही थी।

शाम हो चुकी थी, मैं अपने मिरर के सामने खड़ी होकर धीरे-धीरे अनड्रेस करने लगी कुछ ही देर में मैं वह उस मिरर के सामने नंगी खड़ी थी अचानक मुझे एक कार के हॉर्न की आवाज़ आई थी।

मेरी रूम की खिड़की खुली थी और स्ट्रीट-लाइट्स की रौशनी अंदर आ रही थी मैं उस विंडो के पास वैसे ही नेकेड गयी और नीचे रोड की ओर देखा वहाँ रीतिन की कार थी।

मैं अंदर गयी और अपने नेकेड बदन को छूकर सोचने लगी कि क्या पहनूँ?

फिर मैंने एक ब्रा-पैंटी सेट अपनी क्लोसेट से निकाली, मैंने झुक के वो थोंग पैंटी पहनी और फिर उन सॉफ्ट-कप पैडेड ब्रा से अपने सीने को कवर किया मैंने एक ग्रीन कलर की नी-लेंथ डिज़ाइनर मैक्सी पहनी जिससे मेरा क्लीवेज शो हो रहा था।

रीतिन ज़रूर इसे देख मेरा साथ रात बिताने के लिए उत्सुक होगा। .

मैं फिर नीचे चली गयी और उसकी कार मैं बैठी।

रीतिन मुझे पास के एक रेस्टोरेंट ले गया, जहां हमने कैंडल लाइट डिनर किया।

हम एक प्राइवेट टेबल पर थे जहाँ एक स्क्रीन हमें कवर कर रहा था।

वहाँ रीतिन ने मुझे कॉम्पलिमेंट करते हुए कहा कि मैं काफी ब्यूटीफुल लग रही हूँ।
इसके पहले मैं थैंक्स बोलती उसने ऐड किया कि मैं खिड़की के पास ज़्यादा ब्यूटीफुल लग रही थी।

मैंने शॉक हो के उससे पूछा कि इतने नीचे से उसने मुझे नेकेड कैसे देख लिया?

तो उसने जवाब दिया कि कोई अंधा ही ऐसी अप्सरा को नहीं देख पाएगा।

मैंने शर्मा के अपना चेहरा फेर लिया और रीतिन ने टेबल पर रखे मेरे हाथ को थामा, उसने अपने थंब से मेरे हाथ को सहलाना शुरू किया।

उसकी ऐसी हरकतें ही मुझे एरोउस कर देती हैं, जिससे मैं सेल्फ कंट्रोल खो देती हूँ।

रीतिन मेरी आँखों में देख कर मुझे उत्तेजित कर रहा था।
रीतिन ने अपने हाथों से मेरे चीक्स को छुआ और मेरे होंठों पर अपना फिंगर रखा।

उसके इस टच से मैं एरोउस होने लगी, मैंने अपनी आँखें बंद की और उसके टच को एन्जॉय करती गयी।

रीतिन ने कहा कि मेरे लिप्स को कोई रेसिस्ट नहीं कर सकता।
यह कह कर वो उठा और मुझे एक स्विफ्ट किस करके बैठ गया।

स्क्रीन के वजह से किसी ने देखा नहीं और रीतिन मेरे साइड में आकर बैठ गया।
उसने कहा कि एक बार मुझे किस कर दिया तो कंट्रोल नहीं होता।

मैंने कहा कोई देख लेगा तो प्रॉब्लम हो जाएगी।

लेकिन रीतिन ने कहा कि उसने एक वेटर को पैसे दिए हैं ताकि हमारे करीब कोई न बैठे।

रीतिन ने क्रीम और सॉस मेरे लिप्स पर स्प्रेड किया और मुझे किस करके उसे खाया।
हमने फिर खाना भी इसी सेक्सी अंदाज़ में खाया।

फिर रीतिन ने कहा कि खाना खत्म हो गया है, अब कहीं बाहर जाते हैं।

मैंने उसे कहा कि बाहर नहीं, मेरे घर चलते हैं। तुम सुबह घर चले जाना।

मैं आपको बता दूँ कि शायद ही मैंने ऱितिन को इतना खुश देखा था।

उसने फिर मुझे किस किया और कहा कि चलते हैं।

डिनर के बाद मैं और ऱितिन कार में बैठ कर मेरे घर की ओर गये, हम दोनों में एक अजीब सी एकसाइट्मेंट थी क्योंकि हम आज मेरे बिस्तर पर सारी हदें पार करने वाले थे।

फिर हम मेरे अपार्टमेंट्स के बाहर पहुँच गए, रीतिन और मैं कार पार्क करके मेरे घर के अंदर गए।

महक आज किसी लड़के से मिलने गयी थी और मोस्ट प्रॉबेब्ली रात उस ही के साथ बिताने वाली थी, हमें जो प्राइवेसी चाहिए थी, वो मिल चुकी थी।

कुछ देर ड्रिंक करने के बाद रीतिन ने दरवाज़ा बंद किया और मुझे कस के पकड़ लिया, उसके स्ट्रांग आर्म्स में मैं समा गयी और उसके शोल्डर्स को पकड़ कर उसे किस किया।

हम वहाँ हॉल में कुछ देर तक किस करते रहे और फिर रीतिन ने पूछा कि बैडरूम कहाँ है?

मैंने बैडरूम की तरफ इशारा किया और हम दोनों एक दूसरे को चूमते हुए बैडरूम की तरफ बढ़े।

बैडरूम में एंटर करने के बाद हम दोनों अलग हुए। रीतिन ने अपने कपड़े उतारे और फिर मेरी मैक्सी को उतारा।

उसने कहा कि आज उसे ऐसा लग रहा है जैसे कोई खज़ाना मिल गया हो।

मैंने उसके होंठों पर ऊँगली रखते हुए कहा कि अब बातें कम और काम ज़्यादा।

अब मैं बस ब्रा-पैंटी में उसके सामने थी।

रीतिन ने मुझे बेड पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया कुछ देर तक कड्डलिंग करने के बाद उसने मेरी ब्रा उतारी।
फिर उसने मेरी पैंटी को उतारा मैं उसके सामने पूरी नंगी लेटी हुयी थी।

रीतिन के चेहरे पर एक अजीब सा एक्सप्रेशन था।
और फिर हम दोनों ने वो सब किया जो एक मर्द और एक औरत बिस्तर में एक दूसरे के साथ करते हैं।

रीतिन कितना स्ट्रांग और फिट था… मुझे उस रात उसके साथ उस बिस्तर पर पता चला हमारे प्यार करने में एक पल ऐसा आया कि मैंने अपने आपको सातवें आसमान पर महसूस किया, उस एक पल ने मेरी अंदर की आग बुझा दी।

हमने थोड़ा रेस्ट किया और कुछ देर बाद हम फिर शुरू हो गए।

रीतिन और मैं ज़ोर-ज़ोर से मॉन कर रहे थे कि अचानक मेरे रूम का दरवाज़ा खुला।

वहाँ महक खड़ी थी, उसने हमे उस बिस्तर पर देखा और उसके हाथ से पर्स गिर गया।

उसकी आँखों से आँसू टपकने लगे और मुँह से सिर्फ एक शब्द निकला… रीतिन?

महक रूम से बाहर चली गयी और हम दोनों जल्दी से कपड़े पहनने लगे।

कपड़े पहनने के बाद रीतिन ने मुझे कहा कि उसे जाना है।

उसके जाने के बाद मैं हॉल में गई और देखा कि महक वहाँ बैठ कर रो रही थी।

मैंने अपनी एम्बररास्स्मेंट को छोड़ कर उससे पूछा कि बात क्या है?

तो महक ने मुझे शॉक करते हुए कहा कि रीतिन ही वो लड़का है जिस से वो प्यार करती थी और मेरी वजह से रीतिन ने उसे छोड़ दिया था।

यह सुन कर मैं बता नहीं सकती कि मैं कितना शॉक हो गयी, मेरी वजह से मेरी दोस्त का प्यार अधूरा रह गया था।

मैं महक के एहसानों तले दबी थी.. और मैंने उसे यह सिला दिया?

मैं पूरी तरह अपसेट हो गई थी और इसके बाद क्या हुआ… मैं तुम्हें अगली बार बताऊँगी।
गुड बाय…

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