इंटर कॉलेज कम्पीटीशन-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार !

मेरा नाम रोमा है, आप सबने मेरी कहानियाँ पढ़ी होंगी। एक बार फिर मैं आपके सामने अपनी एक बहुत ही हसीन आपबीती लेकर उपस्थित हुई हूँ, आशा करती हूँ कि आप लोगों को पसंद आएगी।

मैं देखने में सुन्दर से ज्यादा सेक्सी लगती हूँ कालेज के दूसरे साल में हूँ।

हमारे कॉलेज में एक दूसरे कॉलेज से एथलीट कोम्पीटीशन में एक लड़का आया था, उसका नाम रोहित था, सच में क्या लगता था वो ! मैंने पहली बार अपने दिल में कोई हलचल महसूस की।

फिर भी वो अपोजिशन टीम से था तो मैं अपनी टीम को चीयर्स कर रही थी लेकिन वो हर बार विनर रहा, मेरी हूटिंग से वो परेशान भी हो रहा था लेकिन जीता आखिर में वो ही ! और ना जाने क्यों उसके जीतने से मुझे ख़ुशी भी हुई, न जाने क्यों मैं उस पर फ़िदा हुए जा रही थी।

और उस दिन पहली बार मैंने अपने स्वभाव से उलट जाते हुए उसे मुबारकबाद देने की ठानी। लेकिन मुझे अपनी दोस्तों से अपनी यह कमजोरी छुपानी भी थी। इस लिए जब वो ड्रेसिंग रूम में गया तो मैं उसके पीछे चली गई और उसे पता नहीं था। उसने वहाँ जाकर अपनी पसीने से भीगी बनियान उतारी और मेरा उसे कोंगरेचुलेशन बोलना हुआ। वो और मैं दोनों हक्के-बक्के रह गए क्योंकि वो उस समय सिर्फ एक शॉर्ट्स में ही था और उसका कसा हुआ फ़ौलादी बदन और उस पर उसके पसीने की मादक गंध ने मेरे होश उड़ा दिए।

पर उसने तेज़ी से मुझसे हाथ मिलाया और बोला- तुम रोमा हो ना?

अब मैं चकरा गई !

उसके कठोर हाथ में मेरा मुलायम हाथ था, वो बोला- तुम्हारे चर्चे हमारे कॉलेज तक हैं मिस काऊ बॉय !

और हंसने लगा।

“किस तरह के चर्चे? क्या मेरी बुराई?”

वो मेरा हाथ अभी भी पकड़े हुए था “अरे नहीं ! यही कि एक स्मार्ट लड़की जो लड़कों को भाव नहीं देती ! लेकिन मैं लकी हूँ कि तुम खुद मेरे पास आई हो !”

“तुम हो इस लायक !” मैंने उसकी तारीफ करते हुए कहा।

उसकी मौजूदगी और उसके हाथों में मेरा हाथ मुझे उत्तेजित कर रहे थे।

मैंने कहा- हाँ तो आज के चैम्पियन ! कहाँ है मेरी पार्टी?

वो बोला- हाँ हाँ क्यों नहीं, अभी आता हूँ, और तुम्हारे साथ अकेले पार्टी मेरा सबसे बड़ा तोहफ़ा होगा !

फिर वो अपने कपड़े पहनने चेंजिंग रूम में चला गया। एथलीट कम्पीटीशन खत्म हो चुका था। सब अपने अपने घर जा रहे थे, मैं भी ड्रेसिंगरूम से बाहर आ गई और घर जाने लगी तो वो अपनी बाइक लेकर मेरे पास आया और मुझसे कहा- रोमा, मेरे साथ कॉफी पीने चलोगी?

मैंने कहा- सिर्फ कॉफी? और पार्टी का क्या?

तो उसने कहा- जो तुम बोलोगी, वही कर कर लेंगे !

मैं उसके साथ बाइक पर बैठ गई।

रोहित मुझे एक अच्छे से होटल में ले गया वहाँ हमने कॉफी पी और कुछ इधर-उधर की बातें की, कॉफ़ी खत्म होने के बाद मैंने कहा- अब मुझे चलना चाहिए।

रोहित ने कहा- रोमा, अब कब मिलोगी?

मैंने कहा- जब तुम बोलो !

और मैंने उसे अपना मोबाइल नम्बर दिया, उसने मुझे अपना नम्बर दिया।

और फिर मैंने रोहित से पूछा- क्या तुम मुझे घर तक छोड़ सकते हो?

रोहित ने कहा- हाँ क्यूँ नहीं !

उसने मुझे घर छोड़ दिया।

कुछ दिनों तक हमारी फ़ोन पर बात होती रही और हम मिले भी !

फिर एक दिन रोहित का फ़ोन आया, उसने मुझसे कहा- रोमा, क्या तुम मेरे साथ मूवी देखने चलोगी?

मुझे रोहित से बात करना और उसके साथ घूमना अच्छा लगने लगा था तो मैंने हाँ कर दी।

रोहित ने मुझसे पूछा- रोमा, तुम्हें कैसी मूवी पसंद है?

मैंने कहा- जो तुम को पसंद होगी, वही मूवी देखेंगे।

तो उसने कहा- हॉलीवुड मूवी देखने चलें क्या?

मैंने हाँ कर दी- ठीक है।

फिर रोहित ने कहा- रोमा, पहले हम मॉल घूमेंगे, फिर लंच करने के बाद मूवी देखेंगे।

रोहित ने कहा- रोमा आज तुम ब्लैक कलर की ड्रेस पहनना !

मैंने उससे पूछा- ब्लैक कलर की ही क्यूँ?

तो उसने कहा- रोमा, तुम काले रंग में ज्यादा सेक्सी लगती हो !

मैं हँसने लगी तो रोहित ने कहा- प्लीज़ रोमा, आज मेरे लिए तुम काली ही ड्रेस पहनना !

मैंने कहा- ठीक है।

फिर उसने पूछा- मैं तुम्हें किस टाइम और कहाँ से पिकअप करूँ?

तो मैंने कहा- तुम 12 बजे मुझे मेरे घर के पास के चौराहे से ले लेना !

उसने कहा- ठीक है।

फिर मैं नहा कर जब आई तो मैंने सोचा कि क्यूँ न आज मैं ब्रा-पेंटी भी ब्लैक ही पहनूँ, तो मैंने ब्रा पेंटी भी ब्लैक कलर की पहन ली और फिर ब्लैक टी-शर्ट और जीन्स पहनी और तैयार होकर 12 बजे घर के पास वाले चौराहे पर रोहित की प्रतीक्षा करने लगी।

कुछ ही देर बाद वो अपनी बाइक पर आया, उसने ग्रीन टीशर्ट और ब्लू जीन्स पहनी थी, वो कुछ ज्यादा ही हेंडसम दिख रहा था। मैं उस के साथ बाइक पर बैठ गई, हम मॉल गये, रोहित मुझसे कहने लगा- रोमा, मैंने कहा था न कि तुम ब्लैक कलर में बहुत सेक्सी लगती हो ! आज तुम बहुत ही सेक्सी लग रही हो।

मैं हँसी और कहा- तुम भी कुछ कम नहीं लग रहे हो !

उसने मेरा हाथ पकड़ कर चूम लिया और कहा- रोमा, मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ !

उसके चूमने से तो मेरे तन बदन में जैसे आग लग गई।

मैंने कुछ नहीं कहा, बस मुस्कुराती रही। फिर मैंने उससे कहा- चलो मुझे बहुत भूख लग रही है, चल कर लंच कर लेते हैं।

हम एक होटल में गये और लंच किया। उसके बाद हम मूवी देखने गए, शो चालू हो चूका था, वो हॉलीवुड की एक होरर मूवी थी, हम दोनों मूवी देख रहे थी कि उसमें एक डरावना सीन आया, मैं डर कर रोहित से चिपक गई, मैंने अपना सिर उसकी चौड़ी छाती पर रख दिया और दोनों हाथों से उस को पकड़ लिया, उसने भी मुझे सहारा देते हुए अपने आगोश में ले लिया।

अब मूवी में कुछ सेक्सी सीन आने लगे थे, मैं अभी भी रोहित से लिपटी हुई थी। फिर मूवी में एक सेक्स का सीन आया, उसे देख कर न जाने मुझे क्या हो गया, मैं रोहित की छाती पर हाथ फिराने लगी और रोहित ने मेरी जांघ पर अपना हाथ रख दिया और जांघ को सहलाने लगा।

उसका यूँ सहलाना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। अब उसका दूसरा हाथ मेरे कंधे से होता हुआ मेरे वक्ष पर आ गया और वो मेरे उभारों से खेलने लगा, उन्हें दबाने लगा। फिर मेरा हाथ उस की छाती से घूमता हुआ नीचे जाने लगा, मैंने महसूस किया कि रोहित का लंड खड़ा हो चुका है !

ओह ! अचानक रोहित ने अपने होंठ को मेरे होंठों पर रख दिए और उन्हें चूमने लगा। हॉल में काफी अँधेरा था तो किसी को कुछ नहीं दिख सकता था।

रोहित मेरे होंठों को चूम रहा था, मैं चाह कर भी कुछ न कर सकी, मैं भी यही चाहती थी। अब उसने अपने एक हाथ से मेरी जींस का बटन खोल दिया और अन्दर हाथ डाल कर वो मेरी पेंटी के ऊपर से ही चूत को सहलाने लगा और मेरे होंठों को चूमे जा रहा था। मुझे अब मजा आने लगा था, मैं गर्म हो चुकी थी। फिर उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे उठाया और कहा- चलो रोमा यहाँ से !

मैंने पूछा- पर कहाँ चलना है?

उसने कहा- तुम चलो तो ! मैं बताता हूँ।

हम आधी मूवी छोड़ कर वहाँ से निकल गये। रोहित ने मुझे बाइक पर बैठाया, मैंने उससे पूछा कि हम कहाँ जा रहे हैं?

तो उसने कहा- मेरे घर।

मैंने कहा- नहीं, तुम मुझे मेरे घर छोड़ दो, मुझे डर लग रहा है।

रोहित नहीं माना और वो मुझे अपने घर ले गया।

कहानी शुरु हो गई है।
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