जानबूझ कर अपने अंग प्रदर्शन की कहानियाँ

हिंदी सेक्सी स्टोरीज जानबूझ कर अंग प्रदर्शन नंगी चूची, नंगी बुर, शरीर दिखा कर उत्तेजित करने व सेक्स के लिए लुभाने की कहानियाँ

Hindi Sexy Stories Ang Pradarshan karke, nangi chuchi, nangi choot, nangi bur dikha kar ladkon aur mardon ko lubhane wali

Hindi Sex Stories About sexually sensually exposing body, boobs and thighs

एक भाई की वासना -3

मैंने अपने शौहर को उनकी बहन की नंगी टाँगें घूरते देखा तो मन में उनको सताने का ख्याल आया, मैं चाह रही थी कि इनको जाहिरा के बदन की सारी गोलाइयाँ दिखा दूँ !

एक भाई की वासना -2

एक दिन मेरी ननद जाहिरा गिर गई। हम उसे कमरे में लाए, मैं उसकी सलवार ऊपर सरका कर उसके पैर पर दवा लगाने लगी तो मेरे शौहर उसकी गोरी चिकनी जांघ को घूरने लगे।

एक भाई की वासना -1

यह कहानी पड़ोसी मुल्क से एक लड़की की है, वो अपने शौहर के साथ शहर में मस्ती से रहती है, सेक्स का मज़ा लेती है। तभी उसकी ननद पढ़ने के लिये गाँव से उसके पास आती है

कविता की गालियों भरी चूत चुदाई

कॉलेज के दिनों में याहू चैट पर मुझे एक शादीशुदा युवती मिली, बातें हुई और एक दिन मॉल में मिले, घूमे फ़िरे। कुछ दिन बाद उसने मुझे अपने घर बुलाया

मारवाड़ी भाभी की वासना -1

मैं ट्यूशन पढ़ने मारवाड़ी मास्टर के घर जाता था, उसकी बीवी काफ़ी युवा थी, सेक्सी थी। एक दिन वो बाथरूम से सिर्फ़ पेटिकोट चूचियों पे बान्धे निकली। उसकी गोरी टाँगें…

दर्जी के लौड़े पर हूर की चूत -1

मैं महिलाओं की पोशाक सिलता हूँ. एक दिन एक युवती मेरे पास कुछ कपड़े सिलवाने आई. उसके पास नाप के कपड़े नहीं थे तो मैं उसे अन्दर वाले कमरे में ले गया नाप के लिए...

मेरा गुप्त जीवन -25

मैं निर्मला संग नदी के घाट पर नंगी औरतों को देखने गया, झाड़ी के पीछे छिप कर हम चुदाई करने लगे साथ ही घाट पर देखा तो एक नई दुल्हन अपना ब्लाऊज उतार रही थी..

दोस्त की मम्मी और उनकी सहेली की चूत चुदाई -2

निशी आन्टी जानबूझ कर मुझे अपना बदन दिखा रही थी कि उन्होंने मुझे उनकी ब्रा का हुक बन्द करने बुलाया। फ़िर मन्जू आन्टी से फ़ोन पर बातें और अडल्ट चुटकुले शुरु हुए।

किराना दुकान वाली आंटी की चुदाई

मैं एक दुकान से सिगरेट लेता हूँ, उस दुकान को एक आन्टी सम्भालती हैं। एक दिन आन्टी ने अपना फ़ोन नम्बर देकर बात करने को कहा। उसने प्यार की बात की तो मैंने चूत की बात कर दी…

धोबी घाट पर माँ और मैं -12

मैं मां के सोते हुए उसके पेटिकोट में झांक रहा था, माँ जाग गई और मेरी लालसा को जानकर यह कहते हुए कि 'चल मैं ही दिखा देती हूँ' वो अपने कपड़े उतारने लगी।

मैं जन्नत की सैर कराऊँगी -2

पड़ोसन युवती से मैंने अपने दिल की इच्छा बताई, वो मान गई और नंगी हो गई लेकिन उसने नौकर को बुला कर अपना बदन चटवाया। अगले दिन वो मेरे घर अपना वादा पूरा करने आई

धोबी घाट पर माँ और मैं -11

रात को छत पर मैंने माँ की मिन्नतें की चूत दिखाने के लिए, वो ना मानी और तभी बारिश शुरु हो गई… नीचे आकर मैंने माँ को फ़िर से कहा लेकिन वो मेरी मुठ मारने लगी।

मैं जन्नत की सैर कराऊँगी -1

मेरे पड़ोस में एक परिवार आया उनमें एक नवयौवना भी थी. पहली ही रात मुझे खिड़की से उसके हसीं बदन के दीदार हो गए, वो नाईट लोशन लगा रही थी.. मैंने उनसे दोस्ती बनाई

गर्ल्ज़ हॉस्टल के नंगे नज़ारे

मेरी एक गर्लफ्रेंड गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी, मैं हॉस्टल के किस्से बड़ी दिलचस्पी लेकर सुनता था। उन्हीं में से एक किस्से को आपको पेश कर रहा हूँ, मज़े लीजिये।

धोबी घाट पर माँ और मैं -10

मुझे उम्मीद थी कि रात को सोते समय माँ मुझे काफी कुछ करने दे सकती है, मज़ा दे सकती है. जब हम छत पर सोने गए तो माँ भी मेरे पास ही आकर लेट गई थी लेकिन...

धोबी घाट पर माँ और मैं -9

शाम होते-होते हम अपने घर पहुंच चुके थे। कपड़ों के गठर को ईस्तरी करने वाले कमरे में रखने के बाद, हमने हाथ-मुंह धोये और फिर माँ ने कहा कि बेटा चल कुछ खा-पी ले। भूख तो वैसे मुझे कुछ खास लगी नहीं थी (दिमाग में ज़ब सेक्स का भूत सवार हो तो भूख तो वैसे […]

बीवी की चूत चुदाई उसके भाई से -1

हमने काफी दिन से ग्रुप सेक्स नहीं किया था तो मैंने अपनी बीवी से पूछा कि किसी नए लंड से चुदना है? तो उसने अपने चचेरे भाई का नाम लिया.. हमने उसे बुला लिया..

दीदी के बदन की मालिश और चूत चुदाई -1

मैं अपनी मौसी के घर गया तो मौसी-मौसा दोनों काम पर जाते थे और उनका बेटा स्कूल... मौसी की बेटी शिल्पा जो मेरे से एक साल बड़ी थी, हम दोनों घर में अकेले रहते थे... एक दिन शॉपिंग के बाद शाम को मौसी का बेटा ट्यूशन चला गया और शिल्पा नहाने गई, वो तौलिया लपेट कर बाहर आई तो मैं सिर्फ चड्डी में बाथ रूम में नहाने के लिए तैयार था.. उसे देख कर मेरा बदन गर्म हो गया...

धोबी घाट पर माँ और मैं-5

माँ ने मेरा हाथ अपनी चूचियों पर रख लिया…फिर पता नहीं क्या सोच कर वो बोली- ठीक है, मैं सोती हूँ यहीं पर…

उत्तेजना वश मैं माँ की चूचियों पर हाथ फ़िराने लगा और मेरा दूसरा हाथ अपने लण्ड पर था।

माँ जाग गई और मेरे खड़े लण्ड को हाथ में ले कर हिलाने लगी और मीठी डाँट पिलाने लगी। माँ लगातार मेरे खड़े लण्ड के बारे में बात कर रही थी।

धोबी घाट पर माँ और मैं-4

माँ कपड़े को नदी के किनारे नहाने लगी… माँ के दांतों से उसका पेटिकोट छुट गया और सीधे सरसराते हुए नीचे गिर गया और उसका पूरा का पूरा नंगा बदन एक पल के लिये मेरी आंखों के सामने दिखने लगा।

बाद में खाना खाने के बाद माँ पूछने लगी कि उसे नंगी देख कर मुझे कैसा लगा… फ़िर उसने मेरा हाथ अपनी चूचियों पर रख लिया…

खुद कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए...

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