लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 2

(Jawan Ladki Ki Sexy Kahani)

This story is part of a series:

जवान लड़की की सेक्सी कहानी में पढ़ें कि कॉलेज गर्ल कैसे अपने भाई के साथ मस्ती से रहती है, उसके सामने नंगी हो जाती है. वो अपनी बहन से कैसी बातें करती है.

मैं सोनिया वर्मा फिर से आपका इस इन्सेस्ट सेक्स कहानी में स्वागत करती हूँ.
इस कहानी के पिछले भाग
चोदू पति चुदक्कड़ बीवी
अब तक आपने पढ़ा था कि संगीता अपने बेटे चिराग और बेटी स्नेहा को एक साथ बिस्तर पर अस्त-व्यस्त हाल में देख कर चौंक गई थी.

उसने कुछ सोचते हुए अपनी बेटी को जगाया और उसके बाद अपने बेटे चिराग को जगाने लगी.
उसे जगाने के बाद संगीता को अहसास हुआ कि उसकी चूचियां बिना ब्रा के कुछ ज्यादा ही हिल रही थीं. वो जल्दी से अपने बेटे के कमरे से चाय रख कर बाहर निकल आई.

अब आगे जवान लड़की की सेक्सी कहानी:

चिराग चाय पीकर सीधे बाथरूम में गया और नहा धोकर जल्दी से तैयार हो गया.
फिर वो स्नेहा के रूम में गया.

स्नेहा नहाने के एक छोटा सा टॉवल लपेट कर बाहर आई और बदन पौंछने के बाद टॉवेल एक तरफ फैंक कर नंगी अल्मारी तक गई.
उसमें से उसने एक न्यू ब्रा पैंटी का सैट निकाल कर देखा. फिर पैंटी पहनी और बाल संवार कर फटाफट जींस पहन ली.

इसके बाद उसने हल्का सा मेकअप किया और जैसे ही ब्रा उठाई.

चिराग- स्नेहा … स्नेहा … क्या कर रही है. चल लेट हो रहा है.
वो बोलते हुए कमरे के अन्दर दाखिल हो गया और जाकर सोफे पर बैठ गया.

स्नेहा ने जैसे ही चिराग की आवाज सुनी तो ब्रा उठा कर अपने स्तन पर ले ली और ब्रा ठीक से पहनते हुए बोली- तुझे इतना भी नहीं पता कि किसी लड़की के रूम में बिना नॉक किए नहीं जाना चाहिए?

चिराग- ओये भूतनी … ये हमारे बीच कब से होने लगा और तेरे पास ऐसी कौन सी चीज बची है, जो मैंने नहीं देखी. तू जल्दी कर देर हो रही है यार.

दोस्तो … इनके बीच ये नॉर्मल बात है, ये एक दूसरे को पूरा नंगा (न्यूड) देख चुके हैं.

स्नेहा एक स्लीवलेस टॉप पहन कर बोली- तू कभी नहीं सुधरेगा, मैंने पहले ही आज सुबह मॉम का पकाऊ भाषण सुना है … मैं तेरे रूम सोई हुई थी.

फिर दोनों नीचे आकर एक साथ बोले- गुड मॉर्निंग पापा.

मुकेश अखबार पढ़ते हुए- गुड मॉर्निंग बेटा … उठ गए तुम लोग.
चिराग- मॉम, जल्दी करो देर हो रही है.

संगीता किचन से हाथ में ट्रे उठाए बाहर आई और बोली- अब देर हो रही है … जब उठा रही थी, तो कह रहा था कि थोड़ी देर और सोने दो.
स्नेहा- प्लीज मॉम भाषण फिर कभी … अभी के लिए बस कॉफी दे दो.

मुकेश- नहीं, पहले ठीक से नाश्ता करो, फिर कॉलेज जाना … और पढ़ाई कैसी चल रही है तुम दोनों की?
चिराग एक आमलेट उठा कर जल्दी जल्दी खाते हुए- पापा एकदम बढ़िया चल रही है … और मेरी ही नहीं इस भूतनी को भी पढ़ाना पड़ता है मुझे.

स्नेहा- ओये बंदर … तू मुझे भूतनी मत बोला कर … समझा!
चिराग- ओके बाबा … सॉरी नो फाईट प्लीज.

दोनों नाश्ता करके बाहर आ गए. चिराग ने अपनी बाईक निकाली और स्नेहा को बैठा कर कॉलेज के लिए निकल गया.

मुकेश- संगीता डार्लिंग, मैं क्या कहता हूं, बच्चे तो गए. अब एक राउंड पीछे का मार लें?

वो संगीता को पकड़ कर अपनी गोद में बैठाते हुए उसके बिना ब्रा वाले चूचे दबाने लगा.

संगीता- हटो जी, आप भी ना कहीं भी शुरू हो जाते हो.
मुकेश- तो फिर बेडरूम में चलते हैं ना?

संगीता- मुकेश की गोद से उछल कर खड़ी हुई और कहने लगी- ऑफिस नहीं जाना क्या?
उसने मुकेश का लंड पकड़ कर निचोड़ दिया.

इधर चिराग और स्नेहा ने कॉलेज पहुंच कर अपनी बाईक पार्क की और सीधे कैंटीन में आ पहुंचे, जहां उनके अच्छे वाले बेस्ट फ्रेंड उन्हीं का इंतजार कर रहे थे.

दोस्तो, फिर समय आ गया कुछ और किरदारों के परिचय का.

विराज 21 साल का सीधा साधा नौजवान है. ये फाईनल ईयर का स्टूडेंट है और हॉस्टल में रहता है.
ज्योति 19 साल की 34-26-36 के फिगर वाली मस्त लौंडिया है. ये विराज की छोटी बहन है और चिराग की लवर है.

समीर 21 साल का नौजवान, इसी शहर में रहता है. इसके पापा भी एक बिजनेस मैन हैं.
पल्लवी 19 साल की 32-26-32 के टाईट फिगर वाली माल है और समीर की छोटी बहन है.

आकाश 21 साल का थोड़ा गुस्सैल स्वभाव का लड़का है और इसी शहर में रहता है. इसके पापा भी बिजनेस करते हैं.
तन्वी 19 साल की और 34-28-34 का भरा हुआ बदन है, ये आकाश की छोटी बहन है.

ये सब आठ फ्रेंड हैं. आठ जिस्म एक जान. सभी दोस्त एक ही क्लास में पढ़ते हैं और उन चारों की बहनें भी एक ही क्लास में हैं.

अब एक बार फिर से सेक्स कहानी पर आते हैं.

चिराग- हाय कमीनो, क्या हाल है?
सब एक साथ बोले हैलो चिराग.

ज्योति- आज लेट हो गए आने में?
चिराग- इसके चक्कर में रोज देर होती है.
ज्योति- हम लड़कियों को टाइम लगता है.

स्नेहा- नाश्ता हो गया या बाकी है?
पल्लवी- बस हमने भी अभी अभी शुरू किया है.

फिर सबने नाश्ता किया और अपनी अपनी क्लास में चले गए.

उसके बाद पूरा दिन कुछ खास नहीं हुआ.

कॉलेज खत्म होते ही सबने विदा ली और अपने अपने घर की तरफ रवाना हो गए.

स्नेहा चिराग की बाइक पर क्रास लेग बैठी थी. वो भाई को पीछे से बांहों में जकड़े कुछ सोच रही थी.

चिराग- ऐ नौटंकी, क्या हुआ तू आज इतनी चुप चुप क्यों है?
स्नेहा- कुछ खास नहीं माइंड फ्रेश करने के बारे में सोच रही थी. अगले महीने एग्जाम शुरू हो रहे हैं.

चिराग ने बाइक एक आइसक्रीम पार्लर पर रोकी और बोला- बोल क्या बात है?
स्नेहा- भाई पहले आइसक्रीम लाओ, फिर खाते खाते बात करते हैं.
चिराग- ठीक है.

वो दो स्नेहा की फेवरेट आइसक्रीम लाया और एक उसको दे कर बोला- अब बोल?
स्नेहा- भाई इस वीकेंड कहीं घूमने चलते हैं ना … अपने सब यार दोस्त मिल कर?

चिराग- हुंउ … तेरी ये बात तो सही है.
स्नेहा- घर से कॉलेज … और कॉलेज से घर … ऊपर से पढ़ाई का लोड. मैं बहुत बोर फील करने लगी हूँ.

चिराग उसे समझाते हुए बोला- देख स्नेहा, इस समय हमें कोई भी जाने नहीं देगा … ना मॉम और ना पापा.
स्नेहा- भाई तू कुछ कर ना यार, तेरी बात कोई नहीं टालेगा प्लीज.
चिराग कुछ सोचते हुए- ठीक है, मैं आज ही मॉम से बात करता हूँ, अब चलें?

फिर दोनों घर आ गए.

संगीता- आ गए तुम दोनों?
स्नेहा अपनी मॉम को पीछे से हग करते हुए- आपको क्या लगता है?

संगीता- चलो जल्दी हाथ मुँह धोकर कपड़े बदल लो, मैं तब तक खाना लगाती हूँ.

दोनों अपने अपने रूम जाकर फटाफट फ्रेश हुए और नीचे खाने की टेबल आ गए.

चिराग खाना खाते हुए- मॉम, स्नेहा कुछ कहना चाहती है.
संगीता- क्या हुआ तुझे?

स्नेहा- मॉम मैं दो चार दिन कहीं घूमने जाना चाहती हूं.
संगीता- नहीं अभी, एग्जाम सिर पर है, उसके बाद तुझे जहां भी जाना हो चली जाना.

स्नेहा- अच्छा एक काम करती हूं, एक हफ्ते के लिए मुंबई नेहा दीदू के पास घूम कर आ जाती हूँ, इससे मेरा दिमाग फ्रेश हो जाएगा और पढ़ाई में मन भी लगेगा.
संगीता- ठीक है, रात को तेरे पापा आ जाएं … उनसे पूछ कर बताती हूँ.

फिर खाना खाने के बाद स्नेहा और चिराग अपने अपने कमरे में चले गए.

स्नेहा कमरे में आते ही अपने बिस्तर पर लेट गई और पता नहीं कब वो नींद की आगोश में चली गई.
फिर शाम को पांच बजे के लगभग उसकी नींद खुली, तो वो अपनी बड़ी दीदी के ख्यालों में उठ कर बाथरूम में गयी और एक एक कर सारे कपड़े उतार दिए.

उसने पहले अपने दोनों अंडरआर्म देखे, उसके बाद अपनी चूत के आस पास हाथ लगाया तो उसको सुनहरे रोंयें जैसे लगे.
उसने ऊपर से हेयर रिमूवर क्रीम उठा कर अपनी चूत के आस पास लगाई. उसके साथ ही अपनी कांख पर भी लगा कर कमोड पर बैठ गई.

फिर स्नेहा ने अपनी उंगली ओर अंगूठे की मदद से अपनी चूत सहलाते हुए सोचा तो उसको मुंबई की याद आ गई जब वो पिछली बार अपनी दीदू के पास अकेली गई थी.

वो क्या सोचने लगी थी.

सुबह जब नेहा मुंबई पहुंची, तो उसने देखा कि उसकी दीदू और जीजू उसको लेने स्टेशन आए हैं.

स्नेहा नेहा को देख के आश्चर्य चकित रह गई. नेहा ने आज हाफ जींस और स्लीवलेस कंधे पर डोरी वाला टॉप पहना था, जिसमें से उसकी 34 की जगह 36 की बड़ी बड़ी चूचियां झांक रही थीं.
नेहा का क्लीवेज तो फुल देखने मिल रहा था.
आते जाते लोग नेहा को एक बार जरूर पलट कर देखते थे.

स्नेहा खुशी से उछल कर- हाय दीदू.

वो दौड़ कर अपनी बहन के गले लग गई- कैसी हो आप.
नेहा- देख ले एकदम भली चंगी तेरे सामने खड़ी हूँ.

स्नेहा- हैलो जीजू और आप कैसे हो?
मनीष- हैलो स्नेहा, पर ये क्या साली जी, अपनी दीदी को हग किया और हमसे बस हैलो.

स्नेहा भी कम नहीं थी. उसने हंसते हुए मनीष को जोर से हग किया और बोली- अब खुश … बट जीजू आप लोगों से मिल कर इतना अच्छा लग रहा ना कि क्या कहूं.

मनीष अपनी साली के गले लगे लगे बोला- अब घर भी चलना है … या यहीं से मिल कर वापस जाने का इरादा है.
स्नेहा शरमाते हुए मनीष से अलग हुई और बोली- चलो दीदू.

फिर तीनों कार में बैठ गए. मनीष हमेशा की तरह ड्रायविंग सीट पर बैठ गया.
उसके बगल में आज स्नेहा बैठी और नेहा पिछली सीट पर.

स्नेहा चहकते हुए- जीजू, दीदू को ऐसा क्या खिला रहे हो कि हमारी दीदू मोटी हो गईं!
मनीष हंसते हुए- ज्यादा कुछ नहीं … बस गन्ने का जूस ही ज्यादा पीती है.

नेहा पीछे से स्नेहा को मारते हुए बोली- क्या आप भी … इसकी बातों में आ जाते हो. ये तो है ही मस्तीखोर.
फिर नेहा स्नेहा की तरफ देख कर बोली- मैं मोटी नहीं हूँ … बस थोड़ा शरीर भर गया है.

इसी प्रकार की बातें करते हुए वो सब घर पहुंच गए.

अब एक नजर मनीष के घर और परिवार पर भी मार लेते हैं.

ललित, मनीष का बड़ा भाई है. ये 31 साल का है और खुद का बिजनेस करते हुए अलग रहता है.
विनीता ललित की पत्नी है. ये 29 साल की और 36-28-38 के फिगर वाली माल है. ये सुपर सेक्सी वेस्टर्न आउट फिट पहनना पसंद करती है.
इसके दो बच्चे हैं.

मनीष का घर एक अच्छा खासा बंगला है, जिसमें नीचे एक बेडरूम था. जिसमें मनीष के मम्मी-पापा यहां आने पर रुकते थे. हालांकि वो अब इस दुनिया में नहीं हैं.

ऊपर तीन बेडरूम और एक स्टोर रूम है, जिसमें घर का पुराना टूटा फूटा फर्नीचर और भी अटाला भरा पड़ा है. घर के आगे छोटा, लेकिन खूबसूरत गॉर्डन है. दो दो लग्जरी कारें हैं.

एक सबसे बड़ी बात दोनों बहनें, बहन कम सहेलियां ज्यादा हैं. इनके बीच कोई पर्दा नहीं है.
दोनों बचपन में साथ नहाती भी थीं और हमेशा एक दूसरे के सामने कपड़े बदलना इनके लिए आम बात थी.
सुहागरात में क्या और कितनी बार चुदाई हुई … ये सब एक दूसरे से शेयर कर चुकी थीं.

नेहा- तुम लोग बैठो, मैं चाय लेकर आती हूँ.

इतना कह कर नेहा किचन में गई और उसने एक नौकरानी के हाथ से पानी भेजा.
थोड़ी देर में वो खुद एक ट्रे लेकर आई.
सबने चाय पी.

नेहा स्नेहा से बोली- चल स्नेहा तुझे तेरा कमरा दिखा दूं. नहा धो ले … फिर साथ में सब नाश्ता करते हैं.

स्नेहा को उसके रूम में छोड़ा, जो नेहा के बगल में ही था. खुद नेहा अपने रूम आ गई, जहां आते ही उसने अपने पूरे कपड़े उतारे और एक छोटा सा टॉवेल लपेट कर बाथरूम में घुस गई.
दस मिनट बाद वो नहा कर बाहर आई और उसने टीशर्ट और पजामा पहन लिया.
अब वो नीचे चली गई.

इधर स्नेहा ने अपना बैग बेड के पास टेबल पर रखा और सीधे बाथरूम में घुस गई.
अपनी जींस उतार कर मूतने बैठ गई.

मूतते हुए वो सोचने लगी कि दीदू की चूचियां तो एक साल में 34 से 36 हो गई हैं. लगता है जीजू दबा दबा कर खूब चूस रहे हैं. नहीं तो एक साल में इतना इजाफा नामुमकिन है.

वो खुद ही मुस्कुराते हुए बाहर आई और अपने कपड़े निकाल कर एक बार फिर बाथरूम का रुख कर लिया.
इस बार वो नहा कर ही बाहर निकली.

बाहर आकर तैयार हुई. वो टॉप और एक शॉर्ट्स पहन कर नीचे आ गई, जहां पहले से उसके जीजू मनीष अखबार पढ़ रहे थे.

मनीष- नेहा, लो आ गई तुम्हारी लाड़ली बहन. अब तो नाश्ता दे दो यार … मुझे देर हो रही ऑफिस जाने में.
नेहा किचन से चिल्लाते हुए बोली- बस बन गया.

वो एक नौकरानी के साथ बाहर आई और बोली- एक दिन लेट हो जाओगे तो कोई आपको काम से निकाल नहीं देगा.

फिर सबने नाश्ता किया और मनीष उठते हुए बोला- अच्छा भाई, मैं तो चला अपने काम पर. अगर लेट हुआ तो मेरा मालिक मुझे नौकरी से निकाल देगा, बाय साली जी.

नेहा अपनी जगह से उठी और मनीष के साथ बाहर आकर उसका गिरहबान पकड़ कर अपनी और खींच कर अपने होंठ उसके होंठों पर रख कर चूम लिया.

तभी मनीष ने उसकी दोनों चूचियां मसल दीं.

फिर नेहा ने उसे बाय बोल कर धक्का देते हुए कहा- अब निकलो यहां से.
मनीष अपनी कार में बैठ कर अपने ऑफिस चला गया.

अगले भाग में इस जवान लड़की की सेक्सी कहानी में क्या हुआ, वो लिखूंगी, आप मेल जरूर कीजिएगा.

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जवान लड़की की सेक्सी कहानी का अगला भाग: लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 3

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