दिल पर जोर नहीं

शादी से पहले मैं अपनी चूत चुदवा चुकी थी. मगर दिल पर ज़ोर नहीं चलता. एक दिन शादी के बाद मेरा पुराना आशिक़ घर आ गया और मेरे पति ने दोनों को नंगे बदन पकड़ लिया. उसके बाद जिन्दगी मुझे किस मोड़ पर ले आयी?

दिल पर जोर नहीं-2

On 2005-09-26 Category: Office Sex Tags:

मैंने तुरन्त गाऊन पहना, पर अन्दर कुछ नहीं पहनने के कारण सारा शरीर झन रहा था। मैंने तौलिया कमर में और लपेट लिया। ताकि नीचे मेरे चूतड़ और कूल्हे वगैरह नजर ना आये।

दिल पर जोर नहीं-1

On 2005-09-24 Category: जवान लड़की Tags: रोमांस

मेरी इच्छा तो अपनी हवस पूरी करने की थी, बस जिस्म की जरूरत को पूरा करना चाहती थी। मैं उसे हर तरह से उत्तेजित करती रहती थी कि वो मौका मिलते ही मेरी छातियाँ दबाये और मेरे दूसरे अंगों को मसल दे।

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