पति से ना मिला शादी का सुख

(Pati Se Na Mila Shadi Ka Sukh)

मैं अमित हाज़िर हूँ अपनी नई कहानी लेकर, जैसा कि आपको मेरी पिछली कहानी
शादी से पहले सेक्स का मजा
में ही पता चल गया है कि मैं बहराइच का रहने वाला हूँ और लखनऊ में रह रहा हूँ। और एक मेल एस्कॉर्ट्स का काम करता हूं। पिछली कहानी मेरे ही शहर की रहने वाली एक लड़की की थी। इस बार की कहानी भी मेरे और मेरी एक क्लाइंट की ही है।

कहानी पिछले रविवार की है, छुट्टी का दिन था, मैं अपने कमरे में बैठा आराम से मूवी देख रहा था। तभी फोन बजा, मैंने कॉल रिसीव की तो उधर से एक प्यारी सुरीली आवाज सुनाई दी। थोड़ी सी बात हुई तो पता चला कि मैडम को आज रात सर्विस चाहिए, रात की कोई बुकिंग थी नहीं तो मैंने भी हाँ कर दी।

मैडम ने अपना नाम नीतू बताया। थोड़ी देर में घर का पता भी मैसेज पर आ गया, एड्रेस गोमती नगर के एक घर का था। मैंने भी जाने की तैयारी शुरू कर दी। बैग पैक किया, फिर खुद को जैसे की नीचे और बगल के बाल वगैरह साफ किए, और थोड़ी बहुत तैयारी और भी की।

शाम को मैं दिए हुए पते पर तय समय पर पहुंच गया। वहां पहुंच कर मैंने उसी नंबर पर वापस कॉल की, उसने फोन पर दो मिनट में आने को बोला। थोड़ी देर बाद उस मकान का दरवाजा खुला, मैं सड़क के दूसरी तरफ खड़ा था।
उसने मुझे दोबारा कॉल की, मैंने दूसरी ओर से ही हाथ उठाकर इशारा किया तो उसने मुझे उस तरफ आ कर अंदर आने का इशारा किया। मैंने रोड क्रॉस की और गेट पर पहुंच गया।

हाथों में भरी हुई लाल चूड़ियाँ, टाइट जीन्स, टॉप, गोरा रंग, एकदम भरा हुआ शरीर, 32-30-34 का फिगर… देख कर लग रहा था कि अभी कुछ दिन पहले ही शादी हुई हो, देखने में एकदम मस्त लड़की लग रही थी।
उसको देखकर कुछ देर के लिए तो मैं खो सा गया था।

अचानक से उसने चुटकी बजाकर इशारा किया, मैं तो मानो नींद से जगा। उसने अपने पीछे आने को कहा। मेरे गेट के अंदर आते ही उसने गेट लॉक किया और गार्डन एरिया से आगे बढ़ कर मकान में अंदर चलती चली गई। मैं भी एक रोबोट की तरह उसके पीछे पीछे चल रहा था।

अंदर पहुचते ही उसने मुझे बैठने को कहा और मेरे बारे में पूछने लगी। मुझसे बातचीत करते हुए वो सभी खिड़की दरवाजे लॉक कर रही थी।

नीतू का घर बहुत ही शानदार था। हर चीज ठीक ढंग से अपनी जगह पर थी। महँगे सजावट के सामान, महंगा सोफा, हर एक चीज अपनी अपनी कीमत बता रही थी। काफी अमीर लोग थे।
उसने मुझसे चाय या ड्रिंक्स का भी पूछा लेकिन मैंने मना कर दिया।

अब वो अपना काम खत्म कर के मेरे बगल में आ कर बैठ गई। मैंने उससे उसके और उसके परिवार के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसकी शादी अभी दो हफ्तों पहले ही हुई है। उसके पति बैंक मैनेजर हैं, ससुर आर्मी से रिटायर हैं और बिज़नस करते हैं। फिलहाल बेटे की शादी की खुशी में चारों धाम की यात्रा पर गए हैं।

उसने आगे बताया कि उसकी शादी अरेंज मैरिज है। घर वालों ने अच्छा कमाता खाता परिवार देख कर शादी कर दी। मॉडर्न फैमिली से होने के कारण उसकी एजुकेशन काफी अच्छी है और शादी से पहले उसके बॉयफ्रेंड भी थे। जिनसे उसके फिजिकल रिलेशन भी रहे थे पर परिवार की वजह से उसने सब कुछ छोड़ कर अरेंज मैरिज कर ली। पर उसे अपने पति से वो शारीरिक सुख नहीं मिला जैसा वो चाहती थी। परिवार की इज़्ज़त के लिए उसने एडजस्ट करने की सोची है। वो अपने किसी भी पुराने बॉयफ्रेंड को बुलाना नहीं चाहती क्यूँकि इससे बदनामी का भी डर रहेगा और उसकी खुद की इज़्ज़त जाने का भी।

नीतू- आओ, अब बेडरूम में चलते हैं, आगे का प्रोग्राम वहीं करते हैं.
वो मेरा हाथ पकड़कर मुझे अपने बेडरूम में ले आई।

क्या मस्त बड़ा बेडरूम था, राउंड बेड लार्ज साइज़, साइड में सोफा। ऐसा लग रहा था कि किसी फाइव स्टार होटल का रूम हो।
नीतू- अमित यार… आज मुझे वो खुशियां दे दो जिनके लिये मैं तरस रही हूँ। आरती ने काफ़ी तारीफ की है तुम्हारी, देखते है कि आप सचमुच तारीफ के काबिल हैं या नहीं।
मैं- नीतू जी, अब इसके लिए आप पहले मुझे बता दें कि आप को किस तरह का सेक्स पसंद है। आपकी फंतासी क्या है, आप सेक्स को किस नज़रिए से लेती हैं। और सबसे पहले आप अपने आप को मेरे हवाले कर दीजिए।

नीतू- अमित, मुझे वाइल्ड सेक्स पसंद है। आरती ने मुझे बताया था कि आप मसाज करते हैं लेकिन वो फिर कभी। आज आप अपने सबसे बेस्ट तरीके से मुझे सेक्स के सारे मजे दे दो, और मैं ये दिन कभी ना भूल पाऊँ। अब आप पर है आप क्या करते हो कैसे करते हो मेरे साथ।

अब तो बात अपनी इज़्ज़त पर आ गई थी। अब तो कुछ सबसे अलग और सबसे बेहतर करना ही था।
मैंने उसे अपनी बांहों में लिया और उसके लबों पर अपने लब रख दिए. वो खुद से ही मेरे लबों को चूसने लगी. मेरे हाथ उसके चूतड़ों पर चल रहे थे, मैं उन्हें सहला कर मसल कर मजा ले रहा था.

कुछ देर बाद मैंने उसे कपड़े उतारने को बोला, मेरा इशारा पाते ही उसने अपनी जीन्स और टॉप उतार दिये, अंदर उसने ब्रांडेड ब्लैक ब्रा पैंटी पहन रखी थी। क्या ग़ज़ब का आइटम लग रही थी, दिल खुश हो गया। ऊपर से हाथों में लाल चूड़ियाँ, थोड़ी-थोड़ी सुहागरात वाली फीलिंग आ रही थी।

अब मैंने भी देर न करते हुए अपने कपड़े उतारे और केवल अंडरवियर में रह गया। अब वो बिल्कुल मेरे नजदीक आ गई। मैंने एक हाथ उसकी कमर पर रख कर उसे अपनी तरफ खींचा और उसे स्मूच करना शुरू कर दिया। स्मूच करते करते मैं उसकी चूचियों को ब्रा के ऊपर से ही मसलना चालू कर दिया।
उसके अंदर से हल्की हल्की उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकलनी चालू हो गई।

थोड़ी देर में उसके शरीर से उसकी ब्रा और पैंटी अलग हो गयी और अब वो एकदम नंगी रह गई, मैंने भी अपनी अंडरवियर उतार दी। अब दो नंगे जिस्म एक दूसरे से लिपटे हुए थे। सच बताऊँ तो जन्नत वाली फीलिंग आ रही थी। हम दोनों एक दूसरे को चूमते चाटते जन्नत की सैर कर रहे थे।

थोड़ी ही देर बाद ओरल सेक्स करने के लिए हम दोनों 69 की अवस्था में थे, उसने अपनी चूत की झांटे एकदम ताजा ताजा साफ़ की हुई थी तो उसकी चूत एकदम चिकनी, गोरी, सफेद चमकदार थी। चूत की दोनों फलक आपस में सटी हुई थी, बस एक लकीर सी नजर आ रही थी। हल्की हल्की भीनी भीनी खुशबू बिखेरती उसकी चूत माहौल को और उत्तेजक बना रही थी।

जैसे जैसे मेरी चूत चाटने की रफ्तार बढ़ रही थी, नीतू के मुंह से निकलने वाली कामुक सीत्कार बढ़ती जा रही थी उम्म…हाँ.. अह… हहा… करो.. मजा आ रहा है… हाँ.. उम्हह…

अचानक से नीतू मैडम का शरीर अकड़ने लगा और वो अपने चूतड़ उछाल उछाल कर ओरल सेक्स का मजा ले रही थी. कुछ ही देर बाद वो कटे पेड़ की तरह बिस्तर पर गिर कर निढाल हो गई। उसकी चूत ने मेरे मुँह पर गरम-गरम कामरस की बौछार कर दी जिसे मैं पूरा का पूरा चट कर गया।

उसने अपने मुँह से मेरा लंड निकाल दिया और आराम करने लगी।

फिर मैंने उससे फ्रिज के बारे में पूछा। उसके बताते ही मैं जा कर फ्रिज से आइस ट्रे लेकर आया। अब तक नीतू भी रिलैक्स हो गई थी, मैंने उसे दुबारा से सहलाना शुरू किया। उसे सहलाते सहलाते मैं उसे दुबारा गर्म करने की कोशिश कर रहा था।

जब उसकी हल्की हल्की सिसकारियाँ निकलने लगी तो मैंने आइस ट्रे से एक आइस क्यूब लेकर उसकी चूत में डाल दिया। वो अचानक हुई इस घटना से बिल्कुल पागल सी हो गई। उसकी चूत की गर्मी से बर्फ पिघल कर बाहर आ रही थी और बर्फ की ठण्ड उसे एक अलग ही अहसास दे रही थी। बर्फ के पूरी तरह पिघलने तक वो बिल्कुल पागल सी हो गई थी।

अब मैं उसकी चूत को चाटने लगा, वो बिस्तर पर अपने पाँव पटकने लगी थी. थोड़ी देर बाद मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा, जो चाटने की वजह से एकदम गीली हो गई थी, और एक ज़ोर का झटका लगा दिया। लंड सरसराता हुआ उसकी चूत में पूरा घुस गया।

वो चूत पर लंड के इस अचानक हमले से एकदम से चीख पड़ी। थोड़ी देर में वो नॉर्मल हो गई और इस ताबड़तोड़ चुदाई में अपने चूतड़ उठा उठा कर पूरा साथ देने लगी।
करीब 15 मिनट की धकापेल चुदाई के बीच वो 3 बार झड़ चुकी थी। आखिर में मैंने भी अपना माल उसकी चूत के अंदर ही डाल दिया। अब हम दोनों बिस्तर पर पड़े सुस्ता रहे थे। वो बहुत खुश थी और सबसे बड़ी बात वो पूरी तरह संतुष्ट थी।

उस पूरी रात में हम लोगों ने 2 राउंड चुदाई और की और कई नई चीजें हमने ट्राई की, जिसमें उसे बहुत मज़ा आया और उसे पूरी संतुष्टि मिली।

सुबह उसने मुझे थैंक्स बोला और मेरी पेमेंट मुझे दे दी और मैं वहां से चला आया।

तब से लेकर अभी तक उसने मुझे कई बार बुलाया है और कई बार अपने साथ बाहर ट्रिप पर भी लेकर गई है। साथ ही साथ 2 नई क्लाइंट भी दिलाई हैं।

मेरी जिगोलो अनुभव की सेक्स कहानी आपको कैसी लगी? अपने सुझाव जरूर मेल करें। मेरी मेल id है [email protected]. प्रतिक्रिया अवश्य दें।

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