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नफीसा का प्रेम

On 2009-07-05 Category: गुरु घण्टाल Tags:

प्रेषक : समीर दीक्षित दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है। आशा करता हूँ कि आप लोग इसे पसंद करेंगे। मेरा नाम समीर है, मैं हरियाणा का रहने वाला हूँ, मेरा कद 6 फ़ीट है। यौन इच्छाएँ मेरे अन्दर इतनी कू- कूट कर भरी हैं कि आज मैं उनकी वजह से सेक्स में बहुत प्रैक्टिकल हो […]

आकर्षण- 6

लेखिका : वृंदा मुझे अपने टांगों के बीच कुछ रिसता हुआ सा महसूस हो रहा था… मेरी अन्तर्वासना मुझे सारी हदें भूल जाने को कह रही थी.. मैं इसी उधेड़बुन में थी कि तभी वो आगे बढ़ा, उसने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया और मेरे ऊपर चढ़कर.. मुझे ज़ोरदार चुम्बन करने लगा.. मैं उसके होंठों […]

आकर्षण-5

लेखिका : वृंदा वेदांत मेरे पास आया.. उसने मुझे गले लगा लिया.. उसकी तरफ देख कर बोला… : दोस्त है यह मेरी, प्यार करता हूँ इससे.. हाथ तो क्या आँख भी उठाई ना.. तो उस दिन के बाद किसी और को नहीं देख पायेगा तू…!!! मेरी आँखें भर आई थी… पर साथ साथ होंठों पर […]

तीन चुम्बन-5

तीसरा चुम्बन : मिक्की ने हिचकिचाते हुए पहले तो उसने अपनी नाज़ुक अंगुलियों से उसे प्यार से छुआ और फिर अन्डरवीयर नीचे खिसकाते हुए मेरे लण्ड को पूरा अपने हाथों में भर लिया और सहलाने लगी। मेरे लण्ड ने एक ठुमका लगते हुए उसे सलामी दी और पत्थर की तरह कठोर हो गया। अब मिक्की […]

आकर्षण-4

लेखिका : वृन्दा अब धीरे धीरे मेरे शरीर में भी बदलाव होने लगे.. झांघें जो पहले तिलियों सी पतली थी अब थोड़ी भर गई.. ऊपरी हिस्से में भी काफी बदलाव हुए… छाती.. स्तनों के रूप में उभरने लगी.. एक गोल्फ बाल जितना आकार लेने लगी… और मैं खुद को अच्छी लगने लगी.. घर में ज्यादातर […]

तीन चुम्बन-4

दोस्तों, आज दिन भर मैं ऑफिस में सिर्फ मिक्की के बारे में ही सोचता रहा। कल जिस तरह से खूबसूरत घटनाएँ हुई थी, मेरे रोमांच का पारावार ही नहीं था। इतना खुश तो मैं सुहागरात मना कर भी नहीं हुआ था। मैं दिन भर इसी उधेड़बुन में लगा रहा कि कैसे मिक्की और मैं एक […]

आकर्षण-3

लेखिका : वृन्दा बस इसी तरह समय बीतता रहा.. हम समय के साथ बड़े हो रहे थे.. हम दोनों ही यौवन द्वार पर खड़े थे… वो दिन मेरे लिए बेहद कठिन था.. मेरे जीवन की पहली माहवारी.. सुबह से ही टांगों और पेट में दर्द हो रहा था.. जैसे कोई आरी से काट रहा हो… […]

तीन चुम्बन-3

रति-द्वार दर्शन : जब मैं रमेश और सुधा को स्टेशन छोड़ कर वापस आया तो लगभग साढ़े ग्यारह बज चुके थे। मिक्की गेस्टरूम में सो चुकी थी। मैंने उस रात मधु को दो बार कस कस कर चोदा और एक बार उसकी गांड भी मारी। आज जिस तरीके से मैंने मधु को रगड़ा था मुझे […]

आकर्षण-2

वेदांत : अब दर्द कैसा है .. खाना खा लिया..?? मैंने ना में सर हिला दिया.. वेदांत : आ जा ! मैं भी अकेला हूँ ! साथ में खाते हैं… मैंने लंच उठाया और उसकी क्लास में चली गई.. हमने पहली बार साथ लंच किया… वो बड़ा ही मासूम लग रहा था.. जाने वो क्या […]

तीन चुम्बन-2

लेखक : प्रेम गुरू दूसरा चुम्बन : बाथरूम के बाहर खड़ा मैं आज से कोई चार साल पहले घटी उस घटना के बारे में सोच ही रहा था कि मिक्की की आवाज मेरे कानों के बिलकुल पास में गूंजी। “फूफाजी कहाँ खोये हुए हो ?” मिक्की शरारत भरी मुस्कान के साथ मुझे देख रही थी। […]

सर्दी की रात कुँवारी कन्या के साथ

चूत की मल्लिकाओ और लण्डों के पुजारी आज तुम्हारा भोंसड़ा फाड़ने की बारी है हमारी जहाँपनाह के दरबार में चूत सजी भयानक काले लण्ड के इन्तजार में… सर्दियों का दौर था, चारों तरफ हमारे लण्ड का शोर था. मैं बचपन से ही गर्म किस्म का इंसान हूँ, हसीन लड़की या औरत मेरी कमजोरी है! मेरा […]

तीन चुम्बन-1

प्रिय पाठको, आपने मेरी पिछली कहानी दो नम्बर का बदमाश पढ़ी। मुझे बहुत खुशी है कि आप सभी को मेरी कहानी अत्यधिक पसन्द आई, जैसा कि कहानी के मूल्यांकन और मुझे मिले ढेरों प्रशंसा-पत्र हैं। आपका बहुत बहुत धन्यवाद! अपनी पिछली कहानी में मैने ‘मिक्की’ का जिक्र किया था। लगभग हर प्रशंसा-पत्र में पाठकों ने […]

कोमल की कोमलता

मेरा नाम लोकेन्द्र शर्मा शर्मा है मैं अभी दिल्ली मैं रहता हूँ। मैं एक 5’7″ इंच लंबा तगड़ा और सुंदर जवान हूँ। मेरी उमर 22 साल और मैं उत्तर प्रदेश से हूँ। यह मेरी एक सच्ची कहानी है। बात उस समय की है जब मैंने क्लास १२ की ही थी और पुलिस की नौकरी की […]

आकर्षण-1

मैं वृंदा, एक बार फिर से हाज़िर हूँ आपके सामने एक नई कथा लेकर ! आपने मेरी पिछली कहानी राजा का फ़रमान-1 पढ़ी होगी, काफी अच्छा लगा यह जानकार कि आप सबको वो कहानी बेहद पसंद आई ! “राजा का फरमान” मेरी पहली कहानी थी, ऐसे में हिंदी लेखन त्रुटियों के लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ […]

पम्मी जी पप्पू जी

On 2009-06-27 Category: पड़ोसी Tags:

आप सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार ! आपने मेरी पहली कहानी बस में अनजान औरत के साथ को काफी सराहा, मुझे कई सारे मेल मिले जिनमें से कई लड़कों और लड़कियों ने मुझसे उस औरत के नंबर मांगे तो मैं उन्हें यह बताना चाहूँगा कि हम कॉल बॉय कभी भी किसी […]

लड़की से औरत बनी-3

On 2009-06-26 Category: कोई मिल गया Tags:

मेरे प्रिय चाहने वालो, मैं अपनी पिछली कहानी लड़की से औरत बनी में अपनी उम्र और फिगर लिखना भूल गई थी, आप सबने जानना चाहा है तो मैं बता दूँ कि इस वक़्त मेरी उम्र 24 साल और फिगर 34-28-36 है परन्तु जब मेरी सील टूटी तब उम्र 20 साल और फिगर 32-26-34 थी। आप […]

मेरा प्यारा देवर-3

अब मैं उसके मुँह के ऊपर अपनी चूत रख कर बैठ गई और कहा- जैसे मैंने तुम्हारे लौड़े को चूसा है तुम भी मेरी चूत को चाटो और अपनी जुबान मेरी चूत के अन्दर घुसाओ। वो मेरी चूत चाटने लगा, उसको अभी तक चूत चाटना नहीं आता था मगर फिर भी वो पूरा मजा दे रहा था.. मेरी चूत से पानी निकल रहा था जिसको वो चाटता जा रहा था और कभी कभी तो मेरी चूत के होंठो को अपने दांतों से काट भी देता था जो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था...

मेरा प्यारा देवर-2

मैंने दुप्पटा अपने गले से निकाल दिया, जिससे मेरे मम्मे उसके सामने आ गए, वो कभी कभी मेरे मम्मों को देखता और फिर टीवी देखने लगता। उसके पसीने छुटने शुरू हो गए।

मेरा प्यारा देवर-1

पिछली गर्मियों की बात है जब मेरे पति की मौसी का लड़का विकास हमारे घर आया हुआ था, वो बहुत ही सीधा साधा और भोला सा है, उसकी उम्र करीब 19-20 की होगी, मगर उसका बदन ऐसा कि किसी भी औरत को आकर्षित कर ले, मगर वो ऐसा था कि लड़की को देख कर उनके सामने भी नहीं आता था। मगर मैं उस से चुदने के लिए तड़प रही थी और वो ऐसा बुद्धू था कि उसको मेरी जवानी दिख ही नहीं रही थी, मैं उसको अपनी गाण्ड हिला हिला कर दिखाती रहती मगर वो देख कर भी दूसरी और मुँह फेर लेता।

गौने से पहले-2

On 2009-06-22 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रेषक : ए के अब तक मैं आपको बता चुका हूँ कि सेक्स का ज्ञान मुझे नीरू से मिला। कुछ दिनों तक तो मैंने और नीरू ने अकेले होने का पूरा पूरा लाभ लिया और जमकर एक दूसरे की चुदाई की। मेरी जगह यदि आप होते तो आप भी यही करते क्योंकि मुझ जैसा गाँव […]

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