दो आंटियों की चुत चुदवाने की चाहत

(Do Auntiyon Ki Chudane Ki Chahat)

दोस्तो, मैं रोहित, आशा करता हूँ कि आपको मेरी पहली कहानी
कॉलबॉय बनने की शुरुआत एक भाभी की चुदाई के साथ
पसंद आई होगी, लंडवालों ने अपना लंड हिलाया होगा. चुतवालियों ने अपनी चुत में डंडा डाल दिया होगा और चुदाई के लिए बेताब हो गई होंगी.. सबने खूब मज़े लिए होंगे.

मुझे कई पाठकों के ईमेल मिले, उन सबको मेरी कहानी पसंद आई उसके लिए शुक्रिया.

इस बार भी मैं मेरी रियल चुदाई की देसी कहानी आपके सामने पेश कर रहा हूँ. यह कहानी मेरे कॉलब्वॉय बनने के पहले की है. तब मैं 23 साल का था. अभी मेरी उम्र 25 साल है, कैसे मैंने मेरी पड़ोस वाली भाभी को चोद कर उसकी बरसों की तमन्ना पूरी कर दी.

जैसे कि आपको पिछली कहानी में मैंने बताया था कि मुझे मॉडलिंग में जाना था, इसलिए मैं हमेशा अपनी मेरी बॉडी को काफ़ी फिट और सेक्सी रखता हूँ. मैं हर रोज सुबह को 7 बजे से ही अपनी छत पर व्यायाम करता हूँ.

मैं रोज़ की तरह एक्सर्साइज़ कर रहा था कि मेरी नज़र पीछे वाले फ्लैट में पड़ी. मैंने देखा तो उधर 2 औरतें थीं, जिन्हें मैंने पहले कभी नहीं देखा था. उनमें से एक काफ़ी सेक्सी लग रही थी और दूसरी ठीक-ठाक थी. वो दोनों मुझे कसरत करते हुए घूरे जा रही थीं. मैंने उन्हें अनदेखा करके एक्सर्साइज़ खत्म की और मैं नीचे चला आया.

जैसे-तैसे करके वो दिन निकल गया. पूरा दिन मैं सोचता ही रहा कि कौन हैं यह दोनों.. जो भी हैं लेकिन माल तो सेक्सी हैं.
ऐसे ही सोचते-सोचते दिन खत्म हो गया.

दूसरे दिन मैं फिर से एक्सर्साइज़ कर रहा था तब भी वो दोनों मुझे ही घूर रही थीं.. साली रंडी ही लगती थीं.

इसके बाद मैं नहा कर चाय पी कर बाल्कनी में खड़ा था, तभी सब्ज़ी वाला आया. वो औरतें सब्जी लेने आईं और मेरी तरफ देख कर गंदे डबल मीनिंग में सब्ज़ी वाले से बोलीं- भैया, हमको तो अच्छे वाले गाजर पसंद हैं.. ये 2 किलो दे दो. एक यह खाएगी और एक मैं…
यह कहते हुए वे दोनों मेरी तरफ देख कर अश्लील स्माइल में हंसी.

दूसरी ने एकदम से मुझसे पूछा- ओ भाई, पहचाना या नहीं?
मैंने कहा- नहीं..
तो बोली- अरे हम अंकिता और प्रिया हैं, हम दोनों गीता की कज़िन हैं.
तो मैं बोला- अरे आप अंकिता दी और प्रिया दी हो?
तो बोली- हाँ…

अब मुझे थोड़ा रिलॅक्स फील हुआ. मैंने भी मौका देख कर बोल दिया- तब तो मैं आपके घर आता हूँ.
अंकिता बोली- ज़रूर.. अभी ही चलो.
मैं उनके घर चला गया.

उन्होंने मुझे बिठाया, तभी प्रिया चाय लेकर आई और हम तीनों ने चाय पी. बातों-बातों में ही पता चला कि अंकिता जो 36 साल की है उसके पति की मृत्यु हो गई है और उसके कोई औलाद भी नहीं है. प्रिया जो 40 साल की है उसकी एक बेटी है जो सूरत में बीएससी की पढ़ाई के लिए गई है.. और उसके पति एक मीडियम बिजनेस में हैं.

उनकी बात सुनकर ही मेरे तो मुँह में जैसे लड्डू आ गया कि अब तो अंकिता चुदाई के लिए तड़प रही होगी.
मैं यह सब सोच रहा था और मैंने पूछा- गीता भाभी कहाँ गई हैं?

दोस्तो, गीता भाभी की उम्र 45 की है, लेकिन दिखने में उनका फिगर इन दोनों से भी काफ़ी सेक्सी है. ये दोनों उनकी चचेरी बहनें हैं.

मैंने जब भाभी के बारे में पूछा तो वो बोली कि वो यहीं है लेकिन अभी अपनी फ्रेंड की बेटी की शादी में गई हैं.

फिर हम लोग बैठे हुए थे, तभी प्रिया बोली- अभी तक कितनी जीएफ बनाई हैं?
तो मैं बोला- तीन जीएफ बनी हैं.
अंकिता बोली- ओहो 3 के साथ मज़ा लिया?
मैंने कहा कि लाइफ मज़े के लिए ही तो है और आँख मार दी.
तभी प्रिया बोली- हाँ सही बात है और तेरी तो बॉडी भी काफ़ी सेक्सी है.
मैंने कहा- आपने मेरी बॉडी एक्सरसाइज़ करते से देखी न?
तो अंकिता बोली- हाँ तभी देखी थी न.. अब बाथरूम में देखने थोड़ी आ सकते हैं?
ऐसा बोल कर दोनों हंस पड़ीं.

मैं अब थोड़ा खुल गया था और बोला- आप तो बाथरूम में भी देखने आ सकती हो.

तो अंकिता बोली- अच्छा ऐसी बात है तो ज़रा बाथरूम में जा कर शर्ट उतार के दिखाओ.
मैंने तो फट से ‘हाँ’ कह दी और बाथरूम की ओर चल पड़ा.

अन्दर जाते ही मैंने शर्ट निकाल दी. तभी वो दोनों अन्दर आ गईं और एक साथ बोलीं- ओहो सो हॉट सेक्सी बॉडी.

अब मैंने भी देर किए बिना बोल दिया- आप दोनों भी बहुत सेक्सी हो. पिछले दिन से आपको याद करके लंड हिला रहा हूँ.
तभी अंकिता एकदम पास आकर बोली- साले इतना भी दम नहीं था कि सामने से पूछ सकता? यूं लंड हिलाने की क्या ज़रूरत है जब हम दोनों मौजूद हैं.
उसकी भाषा से मैं समझ गया कि दोनों ही बहुत बड़ी चुदक़्कड़ हैं.

तभी अंकिता एकदम से मेरे होंठों को चूसने लगी. मैं भी उसके होंठों को चूसने लगा. हम दोनों ही बहुत बेकरार हुए जा रहे थे.
‘अहह अहह.. उम्माह..’
उसने मेरी छाती पर चुम्मा किया और बोली- मादरचोद, बॉडी दिखाने के लिए नहीं होती, चुत की प्यास बुझाने के लिए होती है.. अहह..
मैं भी बोला- साली रांड.. आज़ मैं देखता हूँ कि तेरी चुत में कितना दम है.
तो वो बोली- देखते हैं आज तेरे केले का दम…
यह कह कर वो मुझसे लिपट गई.

मैंने अंकिता की साड़ी निकाल दी. साड़ी ब्लाउज पेटीकोट निकलने के बाद वो ब्रा-पेंटी में थी. साली की क्या फिगर थी मानो 26 साल की कोई जवान भाभी हो. मैंने उसके मम्मों को खूब दबाया.. आह बहुत मुलायम चूचे थे. ऐसा लग रहा था कि बहुतों ने दबाए होंगे.

मैं बोला- कितनों को ये आम चूसने को दिए हैं?
तो साली बोली- जितनों का केला चूसा है उन सबने आम चूसे हैं.
यह सुन कर मुझमें जोश आ गया और साली को दीवार पर चिपका कर उसकी ब्रा निकाल दी.

अहह क्या वाइट माल थी भैन की लौड़ी..
अह अहह उसके निपल्स ब्राउन थे.
मैं उसको चूस रहा था.. अहह अहह हह.
वो मेरी छाती को चूस रही थी. उसका एक हाथ मेरे लंड पर था और उसने एक झटके में मेरा अंडरवियर उतार दिया.

मेरा लम्बा और मोटा लंड देख कर बोली- मादरचोद ये लंड इतना बड़ा कैसे, अभी तेरी तो उम्र ही छोटी है?
तो मैं बोला- तुझ जैसी रांड औरतों को चोदते-चोदते लंबा हो गया है.
वो बोली- झूठे साले..

उसने एकदम से नीचे बैठ कर मेरे लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगी.
‘अहहह अहा उम्म्ह… अहह… हय… याह… अहहहा अह..’
मैं ‘आह.. बेबी फक्कक अहह सक.. चूसो.. आहह..’ कर रहा था.

मैंने उसकी पेंटी निकाल दी, उसकी चुत पे हल्के से बाल थे, चुत ब्राउन थी. मैंने उसकी चुत को खूब रब किया.
वो बोली- साले इसे केला चाहिए, अन्दर डाल दे.. प्लीज़..

तभी मेरी नज़र प्रिया पर पड़ी, उसके हाथ में सिगरेट थी.
वो बोली- बेबी पहले अंकिता को चोद लो, फिर मुझे भी चुदना है.
फिर वो मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर बोली- मेरे शेर, अभी अंकिता को शांत कर दो.
इतना कह कर वो कमरे में रखी कुर्सी पर बैठने चली गई.

अंकिता बोली- बेबी चोदो ना.. अहह अहह.. मैं मरी जा रही हूँ.
अब मैंने उसे घोड़ी बना कर लंड उसकी चुत पे रखा, उसकी चुत टाइट तो थी नहीं सो थोड़ा सा प्रेशर दिया और पूरा लंड अन्दर चला गया. वो मजे से चीख रही थी- अहह अहह अहह अह हह..

मैं भी ‘यहह बेबी.. अहह अहह आह फक यू..’ कहे जा रहा था. वो मेरे होंठों को चूस रही थी. मेरे हाथ उसके मम्मों पर थे और लंड पूरा चुत में अन्दर-बाहर हो रहा था.
‘फक फक भैन चोद.. चोद मुझे.. अहह..’
मैं भी ‘अहह अहह.. रांड ले लंड ले… खा जा लंड को साली… अहह अहह अहह’ करते हुए उसे चोद रहा था.

अब मैं बोला- मैं आने वाला हूँ.
तो बोली- मेरी चुत को भर दे.
मैं ‘ओह अहह अहह अहहहह..’ कह कर ज़ोर-ज़ोर से धक्का लगाने लगा.
अहह अहाहह.. और मैं उसके अन्दर आ गया.

अंकिता की चुदाई पूरी हो गई थी.

उसके बाद दुबारा से एक बार उसी टाइम मैंने उसको फिर से चोदा.
फिर वो बोली- प्रिया को भी चुदना है.

हम दोनों एक साथ नहाये और नंगे ही हम हॉल में आ गए.
प्रिया बोली- ये दूध पी लो और थोड़े फ्रेश हो जाओ, फिर देखती हूँ तेरे लंड की ताक़त..

हम तीनों ने मिल्कशेक पिया और अंकिता ने 3 सिगरेट जलाई और हमने सिगरेट पी.

फिर मैंने प्रिया और गीता को कैसे चोदा वो आगे की कहानी में लिखूंगा.

आशा करता हूँ कि आप सबको मेरी यह चुदाई की कहानी पसंद आई होगी. ये मेरी रियल कहानी है.
मुझे सिगरेट पीने वाली लड़कियां और आंटियां बहुत पसंद आती हैं.
आप मेरी ईमेल [email protected] पर मेल करें!

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