पहली चूत चुदाई पूजा के साथ

(Pahli Choot Chudai Pooja Ke Sath)

नवेश 2014-08-18 Comments

यह मेरा पहला सेक्स अनुभव है, जो मैं आप लोगों के साथ बाँट रहा हूँ। मैं नवेश दिल्ली से हूँ, मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता हूँ।
यह मेरा पहला सेक्स अनुभव है, जो मैं आप लोगों के साथ बाँट रहा हूँ।

हमारे ऑफिस में हर दिन स्काइप पर ऑनलाइन होना ही रहता है। एक दिन काम कुछ कम था, मैं भी ऐसे ही बैठे-बैठे बोर हो रहा था। मैंने सोचा क्यों न स्काइप पर ही किसी को एड करके किसी से दोस्ती की जाए।

मैंने यही सोच कर ऐसे ही पूजा लिख कर सर्च किया, कई नाम आ गए, उन्हीं में से कई को मैंने एड कर लिया। तभी अचानक एक की प्रोफाइल पर उसका बर्थडे उसी दिन का दिख रहा था। मैंने उस लड़की को एड कर लिया और एक प्यारा सा ‘हैप्पी-बर्थडे’ मैसेज लिख कर भेज दिया।

कुछ दिनों तक किसी का कोई भी रिप्लाई नहीं आया, फिर एक दिन जैसे ही मैं स्काइप पर ऑनलाइन आया, मुझे उस लड़की का रिप्लाई मिला- थैंक यू..!

इस तरह से हमारी पहली बात हुई और उसने मुझे दोस्त के रूप मे एक्सेप्ट कर लिया।

धीरे-धीरे हर दिन उससे बात होने लगी और हम थोड़ा करीब आए और अब हम हर रात बात करने लगे।

कुछ दिन की साधारण बातों के बाद मैंने उससे मोबाइल पे ही ‘किस’ करने को कहा। वो थोड़ा शर्माते हुए मुझे ‘किस’ करने लगी।

मैं खुश हो गया और अब धीरे-धीरे मैं किस करने की बात को लेके और आगे बढ़ने लगा और फिर मैंने उसकी चूचियों को चूसने की बात कही। उसने ‘हाँ’ नहीं कहा, लेकिन ‘ना’ भी नहीं कहा और सुनती रही।

मैंने जानबूझ कर बात बंद कर दी, तो उसने कहा- चुप क्यों हो गए?

मैं समझ गया कि उसे मज़ा आ रहा है। ऐसे ही कुछ दिनों तक उसके चूचियों तक ही रहा और एक दिन मैंने उसके चूत के बारे में पूछा तो वो गुस्सा करने लगी लेकिन उसने फ़ोन नहीं रखा।

मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैं लगातार उसकी चूत के बारे में ही बातें करता रहा और उसको फ़ोन पर ही उसके चूत को चोदने लगा।

वो बस रूठने का नाटक करती रही, लेकिन पूरी बात का मज़ा लेती रही।

अब मैं उसको चोदने का प्लान बना रहा था। एक दिन मैंने उससे मिलने के लिए अपने घर बुलाया और वो पूरी तैयार होकर आई थी।

हम लोग पहले थोड़ी देर बाहर घूमते रहे और उसके बाद मैंने उससे कहा- अभी घर चलते हैं और फिर शाम तक मैं उसे घर पहुँचा दूँगा।

पूजा मान गई। हम घर आ गए और धीर-धीरे इधर-उधर की बातें करते रहे।

अचानक मैंने उससे किस करने के लिए कहा तो वो मना करने लगी। मैंने फिर भी उसको बाँहों में भर कर किस करना शुरू किया और किस करते-करते ही मैंने उसकी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया।

धीरे-धीरे वो भी गर्म होने लगी। मैंने उसके टॉप को उतारा और उसकी ब्रा को भी उतार दिया। ब्रा उतरते ही उसकी चूचियों को चूसने लगा।

क्या मस्त चूचियाँ थी.. उसकी..!

बहुत गोरी, सॉफ्ट और बहुत ही नाज़ुक..!

मैं बेकाबू हो गया था। मैंने उसकी चूचियों को जी भर कर चूसा और चूसते-चूसते ही मैं एक हाथ उसकी चूत पर ले गया और सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत सहलाने लगा।

उसने चूत सहलाने में कोई विरोध नहीं किया लेकिन जब भी मैं उसकी सलवार खोलने जाता वो मना कर देती थी।

मैं धीरे-धीरे उसकी सलवार में हाथ डाल कर पैंटी के अन्दर अपना हाथ ले गया और उसकी चूत सहलाने लगा। सच में पूजा की चूत बहुत ही सेक्सी और कोमल थी, मैं तो बस मदहोश हो गया था।

अब पूजा भी गर्म हो गई थी और इसी वजह से अबकी बार जब मैंने उसकी सलवार को खोलने के लिए जैसे ही हाथ बढ़ाया, उसने मुझे नहीं रोका।

मैंने भी मौका देखते ही उसकी सलवार उतार दी और पैंटी भी जल्दी ही उतार दी। अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी। मैंने सबसे पहले उसकी कोमल चूत को किस किया और धीरे-धीरे उसकी चूत को चाटना शुरू किया, वो भी पागलों की तरह अपना सिर इधर-उधर घुमाने लगी और अजीब-अजीब आवाजें निकालने लगी।

बहुत देर तक उसकी चूत चूसने के बाद मैंने उससे पूछ लिया- पूजा क्या तुम लण्ड चूसोगी?

उसने कहा- नहीं और प्लीज़ लण्ड मत बोलो पेनिस बोलो.. लण्ड सुन कर अजीब सा लगता है।

मैंने कहा- ठीक है, यह बताओ चूसोगी या अन्दर लोगी।

उसने कहा- बस अन्दर डालो..!

मैंने सुनते ही उसके चूत को चूसना छोड़ कर खड़ा हुआ और जल्दी ही अपने सारे कपड़े उतार कर उसके सामने नंगा खड़ा हो गया।

अभी तक उसकी चूत चूस-चूस कर मेरा लण्ड पूरा खड़ा हो चुका था और वो पूजा की चूत में जाना चाहता था।

मैंने उसको लण्ड देखने के लिए कहा, लेकिन वो बस आँखें बंद किए सिसकारियाँ लेती रही। मैंने उसके हाथ को अपने हाथ में लिया और उसके हाथ को अपने लण्ड पर रख दिया। वो बस कस कर मेरे लण्ड को दबाने लगी।

मैंने पूजा के दोनों पैरों को फैला कर अपने लण्ड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा।

अब तो उसकी सिसकारी और तेज़ हो गईं। मैंने उसको तड़पाने के लिए फिर से पूछा- पूजा अब अन्दर डाल दूँ?

वो तड़प कर बोली- प्लीज़ डाल दो!

मैंने उसके पैरों के बीच में बैठ कर अपने लण्ड को उसकी चूत की दरार पर रखा और उसकी कमर को कसके पकड़ कर पूरे ज़ोर से अपने लण्ड को उसकी चूत में पेल दिया।

दोस्तो, क्या अहसास था वो.. बता नहीं सकता..!

इतना प्यारा अहसास.. अन्दर से उसकी चूत बिल्कुल गर्म और मक्खन सी सॉफ्ट..!

मैं तो बस पागल हो गया था और उसकी चूत में अपना लण्ड तेज़ी से अन्दर-बाहर कर रहा था और बार-बार बस यही कहे जा रहा था- ओह पूजा.. तुम दुनिया की सबसे सेक्सी लड़की हो.. और ये चूत दुनिया की सबसे सेक्सी चूत है…! मैं सच में बहुत लकी हूँ जो मुझे चोदने के लिए इतनी प्यारी और सेक्सी चूत मिली है!

ऐसी ही बातें करते हुए मैं पूजा को चोदते जा रहा था और अब तक वो भी पूरी तरह से मस्त हो चुकी थी। वो भी बारी-बारी से अपने चूतड़ों को उठा-उठा कर मेरा साथ दे रही थी।

मैंने पूजा को ऐसे ही चोदते-चोदते उसके पैरों को उठा कर अपने कंधे पर रख लिया और अब मैं अपने पूरे लण्ड को उसकी चूत की जड़ तक डाल कर चोदने लगा।

पूजा ने भी लगभग 15 मिनट तक मुझसे पूरे जोश में चुदवाया और फिर मैं झड़ने ही वाला था, तो मैंने उससे कहा- पूजा मेरा गिरने वाला है कहाँ गिराऊँ?

उसने तुरंत कहा- प्लीज़ अन्दर मत गिराना..!

मैंने तुरंत अपना लण्ड उसकी चूत से निकाला और उसके पेट पर अपना माल गिरा दिया।

फिर मैं उठा और वो भी उठ कर तुरंत बाथरूम गई और साफ करके आ गई। वो अब बहुत शर्मा रही थी। मैंने उसके हाथों को पकड़ कर अपने पास खींचा और बेड पर वैसे ही नंगे लेट गए।

मैं उसकी चूचियों को सहलाता रहा और हम वैसे ही लेट कर एक-दूसरे के आँखों में प्यार से देखते रहे।

कुछ देर बाद वो कपड़े पहन कर तैयार हो गई और मैं भी तैयार हुआ, फिर मैंने उसको उसके घर पर छोड़ दिया।

दोस्तो, ये था मेरा पहला लेकिन सच्चा सेक्स अनुभव। उसके बाद मैंने पूजा को कई बार चोदा लेकिन वो सब बाद में। आप लोगों को मेरा पहला अनुभव कैसा लगा ज़रूर बताईएगा। मेरा मेल आईडी है।

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