साली की बेटी को बेटे का तोहफा दिया -3

(Sali Ki Beti Ko Bete Ka Tohfa Diya- Part 3)

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इस चुदाई में मुझे इतना आनन्द आया कि मेरे लंड ने इतना वीर्य स्खलित किया कि मुझे खुद हैरानी हुई कि इतना वीर्य?
खैर जब मैं भी झड़ गया तो मैं उसके ऊपर से उठा।
‘आह, बहुत मज़ा आया, मेरी बच्ची, बस एक और इच्छा है!’ मैंने कहा।
‘क्या मासड़ जी?’ लव ने पूछा।
‘बेटा, मैं तुम्हें बिल्कुल नंगी देखना चाहता हूँ!’ मैंने बताया।
‘ओके, कल दिखा दूँगी!’ उसने कहा।

अगले दिन करीब 11 बजे जब मैं बैठा टीवी देख रहा था तो लव मुझे बुला कर ले गई।
‘मैं नहाने जा रही हूँ, थोड़ी देर बाद बाथरूम के बाहर आ जाना!’ कह कर वो चली गई।
जब वो बाथरूम में गई तो 2-3 मिनट हो गए तो मैंने दरवाजा खटखटाया।
उसने खोला तो मैं अंदर ही घुस गया- अरे वाह, क्या बात क्या है!
मैंने कहा।

एक नौजवान, खूबसूरत लड़की, 23 साल की बिल्कुल नंगी, भरपूर बदन की मालिक… सच में वो बहुत शानदार लड़की थी।
मेरा तो लंड फिर से तन गया, मैंने कहा- लव, मैं तुम्हें फिर से चोदना चाहता हूँ।
वो बोली- मासड़ जी जब तक मैं प्रेगनेंट नहीं हो जाती, मैं हर रोज़ आपके साथ सेक्स कर सकती हूँ, पर जिस दिन मैं प्रेगनेंट हो गई, उस दिन के बाद आप मेरे बारे में ऐसा सोचना भी मत!
उसने अपनी बात बिलकुल साफ साफ कही।
‘ओके’ मैंने कहा और अपना लोअर उतार कर अपना तना हुआ लंड लव को दिखाया।

‘कैसे करोगे?’ लव ने पूछा मैंने कहा- बस आगे को झुक जाओ, पीछे से डाल लूँगा।
वो मेरे कहे अनुसार मेरी तरफ पीठ करके आगे को झुक गई और मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अंदर को धकेला।
जब अंदर घुस गया तो मैंने दबादब उसको चोदना शुरू कर दिया, क्योंकि हम दोनों बहुत बड़ा रिस्क ले रहे थे, घर में सब थे, कभी भी कोई भी आ सकता था।
दबादब चुदाई में जब मैं अपनी कमर ले जाकर उसके चूतड़ों से टकराता तो ‘ठप्प ठप्प’ की आवाज़ आई।

अब जो मर्द और लड़के चुदाई कर चुके हैं, उन्हें पता है कि यह ‘ठप्प ठप्प’ की आवाज़ कैसी होती है, और जो लड़कियाँ और औरतें
इस पोज में चुदवा चुकी हैं वो भी अच्छी तरह जानती हैं कि ‘ठप्प ठप्प’ की यह आवाज़ उनके चूतड़ों से कैसे निकलती है।
‘देखो कमीनियाँ कैसे हंस रही है सोच कर, हंसो मत बस अपनी अपनी चूत में अपनी उँगलियाँ चलाओ और कहानी आगे पढ़ो।’
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

खैर बिना किसी समस्या के 10 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपने वीर्य से फिर उसकी चूत को भर दिया। जब चुदवाने के बाद लव सीधी खड़ी हुई, तो मेरा वीर्य उसकी चूत से चू कर बाहर निकल आया, जिसे उसने अपने हाथ से छू कर देखा।
मैंने कहा- चाट ले इसे साली।
‘हूँह…’ कह कर उसने अपना हाथ पानी से धो लिया।

मैंने अपने कपड़े पहने और जाने से पहले लव को कहा- जानेमन, एक बात कहूँ?
‘कहिए?’ लव बोली, जो अभी भी मेरे सामने बिलकुल नंगी ही खड़ी थी।
‘जब मेरी शादी हुई, तो मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं तुम्हारी माँ के साथ सेक्स कर पाता, मुझे तुम्हारी माँ आज भी बहुत सुंदर लगती है, चलो उसको न सही, उसकी बेटी को चोदने का सुख तो मैं भोग ही सका। मेरी तो इच्छा यह थी के मैं अपने ससुराल की हर औरत को चोद सकूँ, तुम्हारी नानी, मौसी, मामी और उन सबकी बेटियाँ, जितनी भी हैं, सबको चोदने की इच्छा है।’ मैंने अपने दिल की बात कही।
‘तो अब और क्या चाहते हो आप?’ लव ने पूछा।
मैंने कहा- क्या तुम अपनी छोटी बहन कमल की दिलवा सकती हो लव??
खैर दो महीने बाद मुझे पता चला कि लव प्रेगनेंट है, और फिर समय आने पर एक दिन लव ने एक बेटे को जन्म दिया।
अब सोच रहा हूँ, लव से छोटी कमल कैसे सेट होगी।
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