मेरे पति का छोटा सा लण्ड-7

(Mere Pati Ka Chota Sa Lund-7)

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Mere Pati Ka Chota Sa Lund-7

इस दौरान मैं दो बार फिर झड़ चुकी थी, अपने लण्ड का पूरा पानी निकल जाने के बाद वो हटा तो मैंने उसका लण्ड चाट-चाट कर साफ कर दिया।

मैं एकदम थक कर चूर हो गई थी और बेड पर ही लेट गई, वो भी मेरे बगल में लेट गया।

दोस्तो, मुझे आज ज़िंदगी में पहली बार चुदाई का असली मज़ा मिला था…

पूरे तीस मिनट तक आराम करने के बाद केसरी ने फिर से मेरी चूत को सहलाना शुरू कर दिया।

मैं भी समझ गई की वो मुझे फिर से चोदना चाहता है। मैं फ़ौरन उसके ऊपर आ कर 69 की पोज़िशन में हो गई।

मैंने उसके लण्ड को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और वो मेरी चूत को चाटने लगा। पांच मिनट बाद ही हम दोनों फिर से तैयार हो गए।

इस बार केसरी ने मुझे डॉगी स्टाइल में कर दिया और खुद मेरे पीछे आ गया, उसने मेरी चूत को फैला कर अपना लण्ड बीच में फँसा दिया और मेरी कमर को ज़ोर से पकड़ लिया।

फिर वो मुझसे बोला- तुम तैयार हो जाओ, जानेमन। तुमको अब फिर से दर्द होने वाला है। मैं अब बिना रुके तुम्हारी चूत में अपना पूरा लण्ड डाल कर तुम्हारी चुदाई करने वाला हूँ।

मैंने कहा- मेरी जान, मैं तैयार हूँ… मैंने आज ज़िंदगी में पहली बार चुदाई का मज़ा तुमसे पाया है… शादी के बाद आज तक मैं एकदम भूखी थी… आज तुमने मेरी भूख को शांत किया है… तुमने आज मेरी चुदाई करके मेरे जोश को और भी भड़का दिया है… चिल्लाने दो मुझे…
तुम मेरे चिल्लाने की परवाह मत करना… डाल दो अपना पूरा लण्ड एक झटके से ही मेरी चूत में… खूब ज़ोर-ज़ोर से चोदो मुझे…

उसने मेरी कमर को पकड़ कर एक ज़ोरदार धक्का मारा, अभी उसका केवल आधा लण्ड ही मेरी चूत में घुस पाया था की मेरे मुँह से चीख निकल गई पर वो रुका नहीं।

वो धक्के पर धक्का लगाने लगा और में चिल्लती रही पर वो ना रुका।

आठ-दस धक्कों के बाद उसका पूरा लण्ड मेरी चूत में घुस गया और उसने मुझे तेज़ी के साथ चोदना शुरू कर दिया।

थोड़ी देर में जब मेरा दर्द कुछ कम हुआ तो मैं भी अपने चूतड़ आगे-पीछे करके उसका साथ देने लगी।

वो मुझे आँधी की तरह चोद रहा था, इस बार उसने मुझे लगभग दस मिनट तक बिना रुके चोदा।

अभी तक मैं तीन बार झड़ चुकी थी, मेरी चूत एक दम गीली हो चुकी थी।

रूम में फ़च-फ़च और धाप-धाप की आवाज़ हो रही थी, केसरी का भी पानी अब निकालने ही वाला था।

उसने मेरी कमर को और ज़ोर से पकड़ लिया और अपनी स्पीड बहुत तेज़ कर दी, मैंने भी अपने चुत्तड़ और तेज़ी के साथ आगे-पीछे करना शुरू कर दिया।

लगभग पांच मिनट और चोदने के बाद केसरी मेरी चूत में झड़ गया और मैं भी एक बार फिर केसरी के साथ ही साथ झड़ गई।

सारा पानी मेरी चूत में निकालने के बाद केसरी ने अपना लण्ड बाहर निकाला, तो मैंने उसे चाटना शुरू कर दिया।
मैंने उसका लण्ड खूब चटा और एक दम साफ कर दिया।

दोस्तो, मैंने रजत के आने तक केसरी से एक सप्ताह तक खूब चुदवाया और खूब मज़ा लिया।

तो दोस्तो यह थी शालिनी की कहानी, मुझे पूरी आशा है आपको कहानी पसंद आई होगी।

आपकी राय मेरी लिए अत्यंत मूल्यवान है, इस बार मुझे बेसब्री से इंतज़ार रहेगा आपके मेल का…

मेरी आई डी तो आप जानते ही हैं..

 

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