रूचि मैम की रोल-प्ले में चुदाई-4

रोहन सोनी 2014-12-03 Comments

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मैं- वो मैं ही था.. जिससे तू चैटिंग कर रही थी।
उसकी आँखें फटी की फटी रह गईं.. वो हैरान रह गई… उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था।
मैम- क्याआआ…!!!
मैं- हाँ..
मैम- तो तू है जो अपनी रंडी मम्मी को चोदना चाहता है और वो भी इस तरह से..?
मैं- हाँ और तू ही तो है मेरी रंडी मम्मी..

मैम- तो तू क्या सोचता है.. अपनी रंडी मम्मी के बारे में.. उसे कैसे चोदना चाहता है?
मैं- रंडी मम्मी.. मैं तुझे बिस्तर पर बाँध कर, तेरे कपड़े फाड़ कर.. मुझे तेरे साथ जोरदार सेक्स करने का मन करता है।

मैम- अपनी रंडी मम्मी को दर्द देना चाहता है?
मैं- बहुत सारा दर्द…
मैम- तो दिखा.. अपनी रंडी मम्मी को तू कितना दर्द दे सकता है..

मैं मैम के पीछे खड़ा हो गया और अपना लंड रंडी मम्मी की गाण्ड के साथ लगा दिया।
अपने हाथों से रंडी मम्मी का पल्लू गिरा कर रंडी मम्मी के कंधे पर चुम्बन किया और रंडी मम्मी के ब्लाउज को खोलने लगा।
मेरा लौड़ा उनकी गाण्ड की दरार में घुसा था।

मैम- आह्ह.. ये क्या कर रहा है?
मैं- तुझे नंगा कर रहा हूँ रंडी मम्मी।
मैम- अपनी रंडी मम्मी को नंगा करना चाहता है?
मैं- हाँ..

फिर रंडी मम्मी का ब्लाउज खोलने के बाद रंडी मम्मी की ब्रा हाथ में आ गई।
उनकी चूचियाँ दिखने लगीं।
उनके चूचुक एकदम कड़क थे।
मैंने उन पर एक चुम्मी कर ली..
मेरा मुँह उनके चूचुकों पर था।

मैम- रोहन बेटा, कमरे में चल…

रंडी मम्मी को अपनी गोद में उठा कर उसके स्तनों को चूसता हुआ कमरे में ले गया और दीवार के सहारे खड़ा हो गया।

अब कमरे में छुपा कैमरा सब रिकॉर्ड कर रहा था।

मैम- दर्द दे… अपनी रंडी मम्मी को।

मैंने रंडी मम्मी की ब्रा फाड़ दी और ज़ोर-ज़ोर से उनके मम्मों को दबाने लगा। चूचुक बिल्कुल कड़े हो गए थे।

मैम- हरामजादे.. कुत्ते अपनी रंडी मम्मी के बदन पर जोर आजमाइश कर मादरचोद…

यह सुन कर मैं और पागल हो गया और रंडी मम्मी की चूची को और बेरहमी से दबाने लगा।

उसके मुँह से अति-उत्तेजना में मादक आवाजें निकल रही थीं।

मैम उत्तेजित होकर लगातार बोलती जा रही थी- आआहह… यह क्या कर रहे हो रोहन बेटा उफ़फ्फ़.. दबा-दबा कर ही मुझे लाल कर दोगे क्या… ओह्ह.. तेरी रंडी मम्मी की चूचियाँ.. हायईईई… मार गइईई.. हाँ.. और कर.. उफफ्फ़… ये क्याअ… उम्म्म.. ओह्ह… मेरी चूचियाँ… इतना… दर्द.. बहुत अच्छा.. लग.. रहा.. पहली बार.. दर्द में भी अच्छा लग रहा है.. ओह्ह.. मेरा बच्चा.. मेरा मादरचोद बच्चा… रोहन बेटा.. आज मार ही डालोगे क्या.. ओह्ह.. मैं मर जाऊँगीईईई बसस्स.. रोहन बेटा… अभी सिर्फ़ चूचियों को ही दबाया है तो ये हाल है.. मेरा आगे क्या होगा? अपनी रंडी मम्मी को मार डाला.. तूने मादरचोद… रंडी मम्मी को मार डाला..

मैं- ऊहह गॉड.. क्या मम्मे हैं रंडी मम्मी..आ…

रंडी मम्मी को दर्द में देख कर मैं पागल हुआ जा रहा था।

मैम ने अपना नाम रख लिया था ‘रंडी मम्मी’ जो मुझे भी पसंद आया।

कमरे में रंडी मम्मी की सिसकारियाँ गूंजने लगीं- आआहह ऊओह हमम्म्म आहह आहह ऊऊहह और जोर से मादरचोद और जोर से.. रोहन बेटा.. तू जो बोलेगा.. वो मैं करूँगी मेरा बच्चा..

मेरी रंडी मम्मी मुझे और उकसा रही थी।

मैम- मुझे प्यार करो, मुझे.. चोदो..ऊऊओ..
मैं- रंडी मम्मी मैं तुझे पूरा नंगा करना चाहता हूँ।
मैम- कर दे नंगा.. अपनी रंडी मम्मी को..

अब मैं रंडी मम्मी की साड़ी उतारने लगा, रंडी मम्मी अब सिर्फ़ पेटीकोट में थी। मैंने रंडी मम्मी के पेटीकोट को ऊपर सरका दिया।
पेटीकोट के अन्दर सफ़ेद पैन्टी थी, जो इतनी देर में गीली हो गई थी।

मैंने मम्मी की चूत पर अपनी नाक लगा दी, बहुत मस्त सुगंध आ रही थी।

मैंने जीभ से उस गीले वाली स्थान पर चाटा भी, रण्डी मम्मी यह देख कर और खुश हो गई।

मैम- मेरी चूत की गन्ध सूंघ रहा है.. मेरा छेद ही सूँघो ना… कैसी लगती है तेरी रंडी मम्मी सिर्फ़ पेटीकोट में.. आह्ह..

मैं- एक ऐसी रंडी.. जो चुदने के लिए तड़प रही हो..

मम्मी- आह्ह..

मैं- रंडी मम्मी.. तेरा रोहन बेटा.. अपनी रंडी मम्मी की पैन्टी उतारना चाहता है।

मैम- उतार दे… मादरचोद.. अपने रंडी मम्मी की पैन्टी उतार दे..

तब मैंने पेटीकोट के अन्दर हाथ डाल कर पैन्टी पकड़ी और एक झटके में पैन्टी खींच कर फाड़ दी।

रंडी मम्मी दर्द से चीख पड़ी… ‘आआह्ह्ह्ह्ह…’ और पेटीकोट के ऊपर से रंडी मम्मी की चूत पकड़ ली।

मैं- बता तू क्या है मेरी?

मैम- तेरी रंडी मम्मी..
मैं- और?

मैम- तेरी रंडी… रंडी मम्मी, तेरी रखैल रंडी मम्मी, तेरी चुड़दकड़ रंडी मम्मी…

मैं- और मैं कौन हूँ तेरा?

मैम- मेरा मादरचोद रोहन बेटा.. मेरा हरामी औलाद.. मेरा दलाल… अपनी रंडी मम्मी को चोदने वाला कुत्ता.. रोहन बेटा.. जो अपनी रंडी मम्मी को नंगा करता है.. उसके कपड़े उतारता है, जो अपनी रंडी मम्मी को चोदना चाहता है और जो अपनी रंडी मम्मी की चूत को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगता है, जो अपनी रंडी मम्मी का देह शोषण करता है.. अहह.उहह…उईईईईमा…अहह बसस्सस्स रोहन.. आहह. ऊओ. ज़ोर से.. नहींईई… आआहह..

मैं एक तरफ रंडी मम्मी के एक चूचुक दबा रहा था और दूसरी तरफ चूचुक को जोर-ज़ोर से चूस रहा था और दूसरी तरफ रंडी मम्मी की चूत भी रगड़ रहा था।

रंडी मम्मी सिसकारियाँ लेने लगी- आ.. ओह्ह.. फक मी फक्क मी.. चोद डालो.. आज फाड़ डाल अपनी रंडी मम्मी की चूत को मेरे बेटा..

फिर मैंने रंडी मम्मी के पेटीकोट को पकड़ा और उसे खींच दिया।

रंडी मम्मी का पेटीकोट भी फाड़ दिया और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा।

अब रंडी मम्मी नंगी हो चुकी थी और मैं अपने रंडी मम्मी की चूत को देख सकता था।

वो एकदम क्लीन-शेव गुलाबी चूत थी और उसका गोरा बदन मुझे और पागल कर रहा था।

रंडी मम्मी रंडियों की तरह बोल रही थी।

मैम- बेटा, रोहन बेटा अपनी रखैल मम्मी का चोदन करना चाहता है?

मैं- हाँ तेरा जबरदस्त चोदन करना चाहता हूँ.. साली रंडी मम्मी…

मैम- तू अपनी रंडी मम्मी को चोदना चाहता है ना…

मैं- हाँ मैं अपनी रंडी मम्मी को चोदना चाहता हूँ।

मैम- अपनी रंडी मम्मी को गालियाँ दे… मादरचोद और रंडी मम्मी को बहुत सारी गालियाँ दे माँ के लौड़े.. तेरी रण्डी मम्मी को अच्छा लगता है.. जब उसका रोहन बेटा रंडी मम्मी को गलियाँ देता है.. तू गालियाँ देगा ना?

मैं- हाँ मेरी छिनाल रंडी मम्मी.. तुझे बहुत गालियाँ दूँगा.. माँ की लौड़ी..

मैम- और अगर मैं तुझे कहूँ रुकने को तो तू रुकेगा नहीं न?

मैं- नहीं रुकूँगा..
मैम- अगर मैं रोऊँ भी.. चीखूँ भी या मुझे बहुत दर्द भी हो.. तो भी नहीं रुकेगा?

मैं- रंडी मम्मी तू मेरी रखैल है.. मैं तेरे साथ सारी गंदी हरकतें करूँगा.. वो सब कुछ करूँगा, जो तू चाहती है और जो मैं चाहता हूँ…

मैम- तू अपनी रंडी मम्मी को तड़पता देखना चाहता है ना?

मैं- हाँ रंडी मम्मी तुझे तड़पाना चाहता हूँ।

मैम- तो अब तड़फा अपनी रंडी मम्मी को रोहन बेटा… तू जितना तड़फा सकता है, अपनी छिनाल रंडी मम्मी को…

मैं रंडी मम्मी के होंठों को चूसने लगा और रंडी मम्मी ने फिर मेरी शर्ट उतार दी और मेरी घुंडियों को चाटने लगी।

उसने इसके साथ ही मेरा लोवर भी उतारना शुरू किया।

अब मेरा लंड बाहर आ गया और जब रंडी मम्मी ने मेरा लौड़ा देखा तो उससे जैसे नशा सा छा गया।

रंडी मम्मी मेरे लंड प्यार से देखती रही।
यह मदमस्त कहानी जारी है।
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