सहेलियों की सेक्स भरी मस्ती-3

(Saheliyon Ki Sex Bhari Masti- Part 3)

सनी वर्मा 2016-11-09 Comments

This story is part of a series:

रात को चारों ने फोन पर बात करी।
रिया की दीपा से खूब पट रही थी।

उनकी बातचीत का विषय तो राजू और कालू के लंड और बेहाल हुई उनकी चूतें ही थे।

दीपा को तो यही चिंता थी कि आज रात जब राहुल उसे चोदेगा तो उसकी चूत में बहुत दर्द होगा।

रिया ने उसे बहाना बता दिया कि जब राहुल सेक्स के लिए कहे तो कह देना कि आज उसने मंदिर में मन्नत मांगी है और पुजारी के अनुसार उसे आज उससे दूर रहना होगा।
इस बहाने को सुनकर दोनों हंस पड़ीं।

दीपा के घर से रिया के घर के लिए सीधी मेट्रो आती है इसलिए उन दोनों ने यह तय किया कि हर पंद्रह दिनों में जब भी रिया का पति बाहर होगा वो फिर मिलेंगी… संभव होगा तो राजू को बुलाएंगी।

वक़्त की बात… इस बार रिया का पति सुनील एक दिन से ज्यादा के लिए बाहर ही नहीं गया।

अचानक एक दिन सुनील ने रिया को बताया कि वो कल बाहर जायेगा और हो सकता है कल शाम को ही लौट आये या फिर दो दिन के लिए आगे भी जा सकता है।

रिया ने दीपा को आने को बोल दिया।
दीपा अगले दिन दोपहर तक रिया के पास पहुँच गई दो दिन रुकने के लिए।

दोपहर को तो उन लोगों ने एक हॉट सी मूवी देखी और फिर मॉल में मस्ती करते हुए शाम को घर आईं।

पेट भरा हुआ था, खाना बनाना नहीं था।

दोनों ने मिलकर शावर लिया और केवल फ्रॉक पहन कर ही ड्राइंग रूम में आकर टीवी देखने लगीं।

10 बजे करीब गेट की घंटी बजी तो रिया चौंकी और गेट खोल दिया।

सुनील था… उसने गेट पर ही रिया को चूम लिया…

सामने दीपा बैठी थी, वो भी ऊँची सी फ्रॉक में!

एक बार तो दीपा सकपका गई पर सुनील बहुत हंसमुख और स्मार्ट था।

रिया ने दीपा के बारे में उसे बता रखा था और सुनील को यह भी आईडिया था कि आज दीपा वहीं रुकेगी।
हाँ, रिया को अंदाज भी नहीं था कि सुनील अचानक वापस आ जायेगा।

सुनील ने हंसते हुए दीपा से हाथ मिलाया… दीपा अपनी फ्रॉक नीचे खींच रही थी तो सुनील हंस के बोला- क्यों साली जी, जीजू से क्या पर्दा… और हम सब तो बराबर के से हैं।

दीपा दूसरे कमरे में जाने लगी शायद कपड़े बदलने…
तो रिया ने रोक दिया, बोली- अब तो जो देखना था देख लिया। और सुनील बिल्कुल भी दकियानूसी नहीं हैं, बहुत खुली सोच रखते हैं।
रिया सुनील के लिए कुछ बनाने किचन में गई और दीपा भी गेस्ट रूम में गई ब्रा और पेंटी पहनने।
रिया ने सुनील के लिए सैंडविच बनाये और तीनों के लिए कॉफ़ी।

तीनों ड्राइंग रूम में बैठ कर कॉफ़ी पीने लगे।
रिया आलथी पालथी मारकर सुनील के पास बैठी थी और दीपा सामने।

सुनील उठ कर दीपा के पास आकर बैठ गया कि मैं तो अपनी साली साहिबा के पास बैठूँगा।
सुनील बहुत सरल मगर आशिक मिजाज था।

दीपा बहुत सहज महसूस कर रही थी, वो इसीलिए सुनील से सटकर बैठी।
सुनील ने उसका हाथ पकड़ रखा था… दीपा को अच्छा लग रहा था।

सामने बैठी रिया की चूत साफ़ दिख रही थी और जैसे ही सुनील की उस पर निगाह गई वो बोला- मस्ती ज्यादा हो रही थी, शायद मैंने आकर डिस्टर्ब कर दिया?

अब दीपा भी खुल गई थी, वो बोली- जीजू, मस्ती तो हम अब भी करेंगे, बस आज आपको अकेले सोना होगा, हम दोनों अपने रूम में मस्ती करेंगी।

खा पीकर सुनील को तो इन लोगों ने बेडरूम में धक्का दे दिया और गेट बंद कर लिया।
दोनों गेस्ट रूम में हंसती हुई चली गईं।

हालाँकि सुनील चीखा- ऐसा मत करो, तुम लोग मस्ती करो, पर मुझे लॉक क्यों कर रहे हो?
पर इन दोनों ने उसकी एक ना सुनी।

गेस्ट रूम में जाते ही रिया ने दीपा के मम्मे दबाये- क्यों री… तूने ये क्या पहन लिया अंदर? मैं तो चाह रही थी कि सुनील तेरी चूत को देखता तो उसका खड़ा हो जाता।

दीपा बोली- हाँ, उसका तो खड़ा हो जाता और उसने अगर खड़ा मेरे अंदर घुसेड़ दिया तो?
‘तो क्या?’ रिया बोली- राजू नहीं तो सुनील सही।

‘यार यह आईडिया तो बढ़िया बताया तूने!’ दीपा बोली- पर अगर सुनील बुरा मान गया तो?

रिया ने अपनी फ्रॉक उतार दी और नंगी हो गई।
उसे देख दीपा ने भी कपड़े उतार फेंके।
दोनों चिपट गईं और एक दूसरे के मम्मों को दबाने के साथ चूत में भी उंगली करने लगीं।

अब एक नया सपना जग गया था सुनील को भड़काने का तो रिया ने फ्रॉक डाली और दीपा ने भी केवल फ्रॉक डाली।
उन्होंने कमरे का नाईट लैंप जला दिया और दीपा बेड पर लेट गई, उसने अपनी फ्रॉक जांघ तक उठा ली और सोने का नाटक करने लगी।

रिया गेट खोल कर बाहर गई और बेड रूम का गेट धीरे से खोला… सुनील बिस्तर पर केवल लुंगी पहने लेटा था।
रिया को देखते ही खुश हो गया और उसे चूमने चाटने लगा।
उसका लंड खड़ा था और वो रिया को चोदना चाहता था।

रिया बोली- अभी रुक जाओ, दीपा अभी सोई है। थोड़ी देर बाद जो चाहे कर लेना।
फिर भी सुनील रिया की फ्रॉक उतार कर उसकी चूत चूसने लगा।

रिया बोली- एक बार झाँक कर देख आओ या मुझे फ्रॉक पहनने दो, मैं देख आती हूँ।
सुनील बोला- मैं देख आता हूँ…
रिया बोली- कुरता डाल लो!

तो सुनील ने लाइट बंद कर दी और चला गेस्ट रूम की ओर!

पूरे घर में बहुत हल्की रोशनी थी। हाँ, गेस्ट रूम का नाईट लैंप तेज था तो वहां साफ़ साफ़ दिख रहा था।

सुनील ने अधनंगी दीपा को देखा।

सुनील के आने की आहट सुन कर दीपा ने फ्रॉक कुछ ऊपर और खींच ली थी।
सुनील उसकी चमकती चिकनी टांगों और जांघों को देखकर मचल गया, उसने पीछे मुड़कर रिया को देखना चाहा पर अंधेरे में उसे रिया नहीं दिखी जबकि वो पीछे फ्रॉक पहन कर आ गई थी।

सुनील ने नीचे झुककर दीपा की फ्रॉक के अंदर झांकना चाहा पर उसे वो नहीं दिखी जो वो देखना चाह रहा था।
अब उस पर भूत सवार था, उसने आहिस्ता से दीपा की फ्रॉक को ऊपर करना चाहा।
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तो दीपा, जो जाग रही थी, उसने अपना हाथ फ्रॉक पर रख लिया।

सुनील का तो लंड लुंगी से तम्बू की तरह तना हुआ था।

अचानक दीपा ने करवट की और वो पीठ के बल सीधी होकर लेट गई।
अब बस आगे से उसकी फ्रॉक उठती तो सुनील को जन्नत के नजरे मिल जाते।

सुनील ने हिम्मत जुटाकर दीपा की फ्रॉक उठा ही दी… सामने गुलाबी चिकनी चूत थी।

तभी बाहर आहट हुई तो सुनील फ्रॉक छोड़ बाहर लपका तो देखा कि रिया आ रही है।
वो सकपका कर बोला- ये तो सो रही है…

रिया तो सारा माजरा देख चुकी थी, वो मुस्कुरा कर बोली- प्लीज मुझे आज अपनी सहेली के साथ सोने दो। तुम्हारे साथ मस्ती कल करूंगी।

कह कर वो बिना सुनील की ओर देखे दीपा से चिपट कर लेट गई।

सुनील अपने रूम में आ गया पर उसे नीद कहाँ थी, वो थोड़ी देर बाद फिर उनके कमरे में आया।

इधर दोनों जाग रही थी और रिया ने अपनी टांग दीपा के ऊपर इसे रखीं थी कि उसकी फ्रॉक तो पूरी उठ चुकी थी।

सुनील ने नाइट लैंप बंद किया और रिया के पीछे ही लेट गया।
उसने रिया की चूत में उंगली कर दी।

रिया ने भी गर्दन घुमा कर उसे चूम लिया और फुसफुसाकर कहा- बदमाशी मत करो, चुपचाप लेटे रहो।
वो फिर दीपा से चिपट गई।

सुनील ने रिया की फ्रॉक में ऊपर से उसके मम्मे दबाये तो रिया ने सुनील का हाथ दीपा के मम्मों पर रख दिया।

सुनील ने फ्रॉक के अंदर हाथ डाल दिया और दीपा के निप्पल सहलाये।

अब दीपा भी कसमसाई और सीधी लेट गई।
सुनील ने उसकी फ्रॉक उठाकर उसकी चूत में उंगली डाल दी।
अब फ़िर दीपा कसमसाई।
सुनील ने उंगली हटा दी और चुपचाप लेट गया।

दो मिनट जब दीपा की कोई हरकत नहीं हुई तो उसने रिया का पैर उठाकर अपनी टांग उसके पैरों के बीच में कर के अपना लंड उसकी चूत से रगड़ने लगा, हाथों से उसने रिया के मम्मे पकड़े हुए थे।
अब रिया हॉट हो चुकी थी, उसने पहले तो अपनी गर्दन घुमाई और सुनील की जीभ से अपनी जीभ टकराने लगी और फिर वो करवट लेकर मुड़ ही गई सुनील की तरफ।
और अब उसने होंठ मिला लिए और फिर अपने हाथ से ही सुनील का लंड अपनी चूत में कर लिया।

सुनील धीरे धीरे धक्के देने लगा।
उसे लगा कि कहीं दीपा ना जग जाए।
रिया तो जानती थी कि दीपा जग रही है और अब तो आँख खोल कर उनकी चुदाई देख रही होगी।

उसने कुछ परवाह नहीं करी और अपनी फ्रॉक उतार कर चढ़ गई सुनील के ऊपर।
उसकी लुंगी तो खुल कर एक तरफ हो गई थी।

अब दोनों नंगे थे… सुनील नीचे से उचक उचक कर धक्के दे रहा था और रिया के मम्मे दबा रहा था।
रिया उसकी छाती पर हाथ टिका कर चुदाई कर रही थी और उसके मुख से आवाज भी निकल रही थी।
दीपा आँख खोल कर इनकी चुदाई देख रही थी और अपनी उंगली से अपनी चूत को रगड़ रही थी।
उसकी हिम्मत नहीं पड रही थी उठकर इनको ज्वाइन करने की।

जब रिया हांफने लगी तो सुनील ने उसे नीचे लिटाया और चढ़ गया उसके ऊपर और हुई घमासान चुदाई।
आज उसका लंड छूटने को तैयार ही नहीं था।

अब दीपा से बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो उठकर बैठ गई और रिया के होंठों से अपने होंठ मिला दिए।
सुनील ने चुदाई रोक दी और पीछे से ही दीपा की भी फ्रॉक उतार दी।

दीपा पलटी और सुनील से चिपट गई, सुनील रिया की चूत से बाहर आया और दीपा से लिपट कर बराबर में लेट गए दोनों।

दीपा इतनी जोर से उसको चूम रही थी कि मानो खा ही जाएगी और सुनील का लंड कब का उसकी चूत में घुस चुका था।

दोनों गुत्थम गुत्था हो रहे थे और रिया उनको एक होने का पूरा मौका दे रही थी।

सुनील अब दीपा को नीचे लिटाकर उसकी दोनों टांगों को पूरा चौड़ा करके उसकी चुदाई कर रहा था और रिया दीपा के मम्मे चूस रही थी।
वो कभी दीपा के होंठों से चिपक जाती कभी सुनील के होठों से!
तीनों शोर कर रहे थे।

दीपा कह रही थी- और जोर से… मजा आ गया! ऐसा मजा जिन्दगी में कभी नहीं आया…
रिया कह रही थी- सुनील, आज फाड़ दो दीपा की… इसे पूरा मजा दो…
सुनील चीख रहा था- हाँ, आज तुम दोनों को पूरा मजा दूंगा… दीपा आज तो तुम्हारी फाड़ ही दूंगा…

कमरे मैं सिर्फ कामाग्नि जल रही थी और वासना का खेल जारी था।

रात काफी हो चुकी थी… थक कर तीनों सो गए।

रात 4 बजे करीब सुनील की आँख खुली, उसका लंड दीपा चूस रही थी और सोते में भी उसका लंड खड़ा था।
वो दोनों फिर शुरू हो गए।

रिया गहरी नीद में थी।

इस बार जल्दी ही छूट गया सुनील…

सुबह 8 बजे रिया ने उठाया सबको!

बेशर्मों ने अपने अपने कपड़े ढूँढे और पहन कर वाशरूम में घुसे।
काम वाली आती होगी।

सुनील ब्रेकफास्ट के लिए सामान लेने बाहर गया और रिया और दीपा ने घर ठीक किया।

दोपहर तीनों मूवी देखने गए… घूम फिर कर रात तक वापस आये।

रात को फिर सेक्स ओलंपियाड होना था, तैयारी पूरी थीं।

आज ड्रिंक का भी प्रोग्राम बनाया गया।
दीपा को पनीर टिक्का खाने का मन था इसलिए डिनर के साथ साथ पनीर टिक्का का भी आर्डर किया होटल को।

8 बजे तक डिनर आ गया था और इससे पहले तीनों शावर लेकर शार्ट ड्रेसज में ड्राइंग रूम में आ चुके थे।

गर्ल्स ने भले ही कपड़े छोटे पहने हों पर मेकअप सेक्सी था, पूरा बदन महक और चमक रहा था दोनों का…
सुनील ने भी टीशर्ट और कैपरी पहनी थी।

डांस म्यूजिक लगा कर ड्रिंक बना ली थी।
पनीर टिक्का और काजू थे तो तीनों ने इनका मजा लेना शुरू किया।
सुनील रिया के साथ डांस करने के लिए खड़ा हुआ तो दीपा बोली- जीजू आज पहले मेरे साथ!

दीपा और सुनील चिपक कर डांस करने लगे।
सुनील ने एक बार बीच में उसे किस भी किया।

जो ड्रेस दीपा पहने थी उसकी बैक तो लगभग खाली थी और ब्रा उसने पहनी नहीं थी तो सुनील उसकी चिकनी पीठ पर हाथ फिसला रहा था।

अब रिया ने दीपा को बदल कर सुनील का साथ दिया।
उसकी तो फ्रॉक स्टाइल की ड्रेस ऐसी थी कि एक बार सुनील ने उसकी टांग उठाई तो उसकी ड्रेस इतनी उठ गई कि सब कुछ दिख गया।

सुनील ने डांस करते समय उसको आगे कर के उसके पीछे होकर डांस करते समय उसे आगे अंदर हाथ डाल कर उसके मम्मे पकड़ लिये।
अब थोड़ा ब्रेक देकर इन लोगों ने अपने ड्रिंक ख़त्म किये।
नशा चढ़ चुका था तीनों को…. अब डांस की गुंजाइश नहीं थी पर मस्ती को कुछ तो चाहिए।

म्यूजिक दोबारा चालू किया तो दीपा खड़ी हुई, अपनी ड्रेस उतार फेंकी और नंगी ही मटकने लगी।
उसे देखकर सुनील ने अपनी और रिया की भी ड्रेस उतार दी।

अब तीनों नंगे ही चिपक चिपक कर डांस करने लगे।

सुनील को उन दोनों ने सोफे पर धक्का दिया और दीपा तो उसके ऊपर चढ़ कर बैठ गया और उसका लंड अपनी चूत में करके उछालने लगी।

रिया सोफे की पीछे से आकर सुनील का सर पीछे किया और अपने होंठ चिपका दिए उसके होठों से…
आज दोनों सुनील का दैहिक शोषण करने के मूड में थीं।

वो सुनील को बेड रूम में ले जाकर बेड पर दोनों ओर से चिपक गईं उससे।
सुनील का लंड रिया की चूत में था।

रिया नीचे सुनील उसके ऊपर और उसके ऊपर दीपा… पर इस तरह से कि रिया ना दबे!
कुछ देर बाद सुनील को नीचे लिटाकर दीपा तो उसके लंड को अपनी चूत में करके ऊपर बैठी और रिया ने अपनी चूत सुनील के मुख पर कर दी और चुसवाने लगी उससे।

रिया और दीपा ने अपने होंठ भी मिला लिए।

12 बजे तीनों थक चुके थे तो नंगे ही चिपट कर सो गए।

सुबह सुनील जल्दी उठा, उसे टूर पर जाना था।

उसके जाते ही रिया और दीपा भी नहाकर फ्रेश हुईं।
दीपा के हसबेंड का फोन आया था, दीपा भी जाने को तैयार हुई।

जाते समय रिया और दीपा के बीच यह तय हुआ कि ये सब रीना और शिखा को न बताया जाए और अगली बार रिया दीपा के पास गुड़गाँव जाएगी और दीपा पूरी कोशिश करेगी अपने पति से उसे चुदवाने की और वही मस्ती करने की जो उन्होंने पिछले दो दिन में यहाँ करीं।
बताइए कैसी रही सहेलियों की मस्ती… लिखिएगा।

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