मेरी चुत की कामुकता का इलाज-5

(Non Veg Story: Meri Chut Ki Kamukta Ka Ilaz- Part 5)

This story is part of a series:

मेरी नोन वेज स्टोरी में आपने पढ़ा कि मेरा यार हम दोनों सहेलियों का लेस्बियन सेक्स देख रहा था.
जब रिया मेरे बदन से उतर गयी तो मैंने कोहनियों के बल उठकर अपनी चूत को देखा तो वो ऐसी हो गई थी जैसे किसी बिना चुदी चूत पर पहली बार में 10 लड़कों ने चढ़ाई कर दी हो.
मेरी चूत में दर्द के साथ जलन भी हो रही थी और मुझसे उठा भी नहीं जा रहा था.

अब रिया ने धीरे से बोतल निकली और उसका मुँह मेरी चुत से सटा दिया. उसकी जीभ ने तो जैसा जादू कर दिया और मुझे तुरन्त आराम मिलना शुरू हुआ. उसकी जीभ मेरी क्लिट का मसाज करने लगी. बीच में ही वह मेरे मदनमणि को अपने दांतों से हल्का सा काटती तो मेरी सिसकारी छूट जाती.

फिर रिया पलटी और हम दोनों अब 69 के पोज़ में आ गए. मैंने भी किसी प्यासी की तरह उसकी चुत चाटना शुरू किया. हम दोनों की सेक्सी सीत्कारें रूम में गूंजने लगी. मैंने पीटर की तरफ देखा तो वो इस कदर हमें देख रहा था जैसे कोई जलजला देख रहा हो.

अब मैंने जोर लगा के खुद को पलटा, अब रिया नीचे और मैं ऊपर थी, मैंने तो मेरे साथ हुई जबरदस्ती का बदला लेना था. बिना सोचे समझे मैंने वाइब्रेटर रिया की चुत में पूरा का पूरा पेल दिया.
रिया हलक से जोर लगाकर चीखी और साथ ही दर्द पे काबू करने के चक्कर में उसने मुझे एक जोर का चांटा मार दिया. मगर मैं रुकी नहीं.

अब रिया को भी अच्छा लगने लगा था. उसके मुँह से आवाजें आ रही थी- आआईईई मेरी माँ आआह्ह ह्ह् बचा लो आआह्ह्ह आराम से… अह्ह्ह्ह्ह…! आःह्ह्ह आउच… जान आराम से… दर्द होता है… आःह्ह्ह आअह्ह हह्हह उफ्फ ओह्ह ह्हह्ह… मार डाला रे हरामी बहनचोद!

हमारी ये चुदाई देख अब पीटर का सयंम ख़त्म हो गया, उसने फट से दारू का गिलास मुँह से लगाया और एक सांस में ख़त्म करके हमारी तरफ आ गया.
रिया की आँखें बंद थी, उसने पीटर को आते हुए नहीं देखा. मगर जैसे ही उसने पीटर के होंठ अपने होटों पे महसूस किए तो उसने पीटर मुँह पे चांटा मार दिया और कहा- थोड़ी देर रुक नहीं सकते? बच्चे हो? चुपचाप बैठे रहो. जब हमारा हो जाएगा तो हम दोनों रात भर तुम्हारी हैं, जो मनमर्जी कर लेना. जाओ!

मायूस होकर पीटर चुपचाप सोफे पे जा बैठा. उसका चेहरा देख मेरी हंसी छूट गई, मैंने फिर रिया को जोर जोर से चोदना शुरू किया. कुछ ही देर में रिया ने पानी छोड़ दिया और वो बेड पे निढाल सी लेटी रही.

मैं वहाँ से उठी और सीधा सोफे पे पीटर के दोनों तरफ पैर करके बैठी और अपने हाथ से उसका मूसल अपनी चुत में डलवा लिया. रिया लेटे लेटे हमारी चुदाई की लाइव मूवी देख रही थी.

पीटर ने बैठे बैठे ही तूफानी धक्के लगाने शुरू किये, वो भी देर से हिला रहा था और मैं भी कुछ ज्यादा ही चुदास हो उठी थी तो पांच ही मिनट में हम दोनों ने लगभग साथ ही पानी छोड़ दिया. मैं भी निढाल सी हो गयी तो पीटर ने झुककर मुझे एक प्यारा सा बहुत लम्बा किस किया.

जैसे हमारा रोमांस ख़त्म हुआ, रिया अपनी बेबी डॉल नाइटी में ही जकूजी में घुस गयी और मैं शॉवर के नीचे. पीटर अपना गिलास लेकर रिया के साथ हो लिया. थोड़ी देर में मैं भी उन्हें ज्वाइन कर गयी. शराब और सिगरेट का फिर से दौर चला. बीच बीच में पीटर हम दोनों को किस कर रहा था.

कुछ ही समय में हम फिर से गर्म हो उठे. पीटर का लंड अपने भयानक स्वरूप में फिर से जाग उठा. पीटर जकूजी से बाहर निकला और उसने रिया को भी अपने साथ बाहर खींच लिया और रिया कि बेबीडॉल नाइटी पीटर ने फाड़ कर रिया को पूरी नंगी कर दिया.
मैं मजे से अपना ड्रिंक लेते लेते उनकी चुदाई का लुत्फ़ उठा रही थी.

पीटर और रिया सबकुछ भूलकर एक दूसरे में खो गए थे, किसी आदि मानव की तरह उनकी किसिंग चल रही थी. पीटर रिया के मम्मे दबा रहा था, उसके निप्पल खींच रहा था जबकि रिया उसका लंड पकड़ कर आगे पीछे कर रही थी, उसके टट्टों को सहला रही थी.

उनका एक दूसरे के प्रति समर्पण देखकर मैं आश्चर्य में पड गयी. अभी कुछ ही घण्टों पहले मिले थे ये दोनों और अब एक दूसरे में खो गए थे.
और तभी कुछ जलवा हुआ,

पीटर ने नीचे झुक कर, कमर जकड़ कर, रिया को उल्टा करके उठाया- मतलब रिया की टाँगें ऊपर उठ गयी और सर जमीं की तरफ हो गया. अगर सीधे शब्दों में कहूँ तो ये खड़े खड़े वाला 69 पोज़ था. जैसे ही उसने उठाया तो रिया के मुँह से एक हल्की चीख निकली.
अब उसी हालत में, पीटर ने रिया को नीचे की ओर सरकाया. पीटर का इरादा मेरी तो समझ में आ गया और मेरी कामुकता फिर जाग उठी.

पीटर ने जैसे रिया को नीचे सरकाया तो रिया की चुत पीटर के मुँह के पास आ गयी और उसका तना हुआ हलब्बी लंड रिया के मुँह के पास आ गया. बिना समय गंवाए पीटर ने अपना मुँह रिया की चुत पे दे मारा. रिया की फिर से चीख निकली और उसने पीटर की कमर कस के पकड़ ली. पीटर किसी जन्म जन्म के भूखे इंसान की तरह, लपड़ लपड़ कर रिया की चुत खाने लगा. रिया तो बेहाल हो उठी.
जब उससे सहा नहीं गया तो उसने लपक कर पीटर का लंड अपने मुँह में ले लिया और किसी आइस क्रीम की तरह चूसने लगी.

मुझे अब अच्छी खासी जलन हो उठी उन दोनों पर और पीटर पे गुस्सा… हरामी ने मुझे कभी इस पोज में नहीं चूसा था! खैर देख लूंगी तुम्हें फिर कभी!

इधर पीटर की जीभ रिया की छूट में तांडव कर रही थी तो रिया का मुँह पीटर के लंड को जैसे निगलना चाहता था.

अब मैं जकूज़ी से बाहर आई और उनकी तरफ बढ़ी. पास जा कर मैं घुटनों के बल हो गयी और रिया के साथ साथ मेरा मुँह भी पीटर के लंड पे चला गया. पहले तो रिया चौंकी मगर फिर हंस कर उसने अपना मुँह पीछे खींचा. अब हम दोनों मिल कर पीटर का लंड खाने लगी, कभी मैं चूसती तो रिया उसके टट्टे चूसती, तो कभी मैं उसके टट्टे चबाती और रिया उसका मूसल हिलाती.

अब पीटर के मुँह से गुर्राहटें निकलने लगी. उसने मेरे बाल पकड़कर ऐसा झटका मारा कि मैं चीखते हुए ही खड़ी हो गयी. उसने रिया का बदन थोड़ा टेढ़ा किया तो रिया की चुत मेरे मुँह के सामने आ गयी. मेरे बालों को पकड़े हुए उसने मेरा मुँह आगे किया तो मैं भी अपनी जीभ रिया के चुत में घुसाने लगी.

क्या सीन था मादरचोद… मैं रिया की चुत चूस रही थी… रिया पीटर का लंड चूस रही थी और पीटर जंगली जानवर की तरह गुर्रा रहा था, रिया को झंझोड़ रहा था.

पीटर अब वैसे ही आगे बढा. ड्राइंग रूम में सोफे पे उसने रिया को पटका. रिया चिल्ला उठी. पीटर ने रिया के दोनों पैर फैलाए और मुझे कहा- निकी, मुँह बंद कर इसका!
मैंने भी तत्परता से अपने होंट रिया के होटों पे रख दिये और उसके मम्मे दबाने लगी.

इधर पीटर ने अपना लंड एक झटके में रिया की चुत में उतार दिया. रिया ने पागलों की तरह चीखना चाहा. मगर उसकी चीख उसके गले में ही अटक गयी. मैंने अपने मुँह से उसका मुँह जो बंद किया था. रिया की आँखें बाहर निकल गयी थी. आँखों से पानी की धारा बह निकली, वो अपने आप की छुड़ाने की भरसक कोशिश कर रही थी मगर मुझे मालूम था कि पीटर की पकड़ से निकल पाना नामुमकिन है!

पीटर के धक्के अब तूफानी हो गए थे, उसका लंड रिया की चुत में किसी पिस्टन की तरह अंदर बाहर हो रहा था. ठप्प ठप्प… की आवाज से कमरा गूंज उठा. धक्के इतने तेज थे कि मुझे अपना मुँह रिया के मुँह से हटाना पड़ा. मुझे उम्मीद थी कि रिया खूब चीखेगी मगर मैंने देखा कि उसकी तो आवाज ही बंद हो गयी. उसने मजबूरन अपने आप को पीटर के हवाले कर दिया था.

मैंने अपने हाथ से हल्के से उसके मम्मे सहलाना चालू किया. सोफे पे इतनी जगह भी नहीं थी कि वो अपनी चुदाई का आनन्द ले. पीटर ने उसे जैसे तोड मरोड़ के सोफे पे जमा दिया था.
तभी मैंने देखा कि रिया की कशमकश बढ़ गयी, पेशानी पे बल पड़ गए… और एक हल्की चीख के साथ उसने अपनी चुत से ढेर सारा पानी छोड़ दिया. जब तक वो पानी छोड़ रही थी तब तक उसका बदन इतना अकड़ गया कि पीटर को भी अपना लंड उसके अंदर बाहर करने में दिकत आई.

मैंने पीटर को रिया से अलग किया, उसे खींचकर बेड तक ले गयी और खुद बेड पे कुतिया की तरफ हाथ पैरों पे हो गयी. पीटर ने पीछे से एक झटके में ही मेरी चुत में अपना खम्बा गाड़ दिया. मेरे होटों से एक लम्बी सिसकारी छूट गयी. पीटर फिर चालू हुआ. चोदते चोदते उसने मेरा सर नीचे दबाया. जब मेरा सर पलंग से छू गया तो उसने अपना एक पैर उठा के मेरी पीठ पे रख कर मुझे और नीचे दबाया.
उसके वजनदार पैर का दबाव पड़ते ही मेरी तो सांस ही रुक गयी. मगर ऐसा करने से मेरी चुत और उभर कर बाहर को आ गयी. पीटर ने अब अपनी स्पीड बढ़ाई और वो किसी सांड की तरह मुझे चोदने लगा.

मैं तो निहाल हो गई, बदन हल्का हल्का होने लगा. मैं भी पड़ी पड़ी अपने दोनों हाथों से कभी बूब्स कभी चूत को सहला कर चुदाई के मजे में मस्त थी. जोश में मैं बड़बड़ाने लगी- अहाहा हहाहय ऊऊहयहा… मेरी जान… और ज़ोर से चोदो मुझे… और ज़ोर से… उम्म्ह… अहह… हय… याह… फक मी… फक मी!

मेरी बातें सुनकर पीटर को भी जोश आ गया और उसने अपने एक हाथ का अंगूठा मेरी गांड के छेद में घुसा दिया! मुझे तो मुँह मांगी मन्नत मिल गयी.

थोड़ी देर बाद रिया भी हमारे पास आकर बैठ गई और करीब से हमारी लाइव चुदाई देखने लगी.
तभी पीटर ने मेरे पीठ से अपना पैर हटाया, लपक कर मेरे सिर के बाल पकड़े और उन्हें अपनी तरफ तेज झटका दिया. मेरी चीख निकल गयी- आईई ईईईई मर गई… छोड़ मेरे बाल पीटर!
मगर वो नहीं माना, उसके धक्के और तेज होते गए.

थोड़ी देर बाद मैं और भी मस्त हो गई और साथ देने के लिए अपनी गांड पीछे धकेलने लगी.
मेरे निप्पल बुरी तरह से कड़े हो गए थे, मुझे लगा कि अब मेरा पानी निकलने वाला है. अब मैं पीटर को गालियां देने लगी- बहनचोद, चोद तेरी रखैल को. फाड़ दे आज मेरी चूत को… अहह्ह हाह… जोर से चोद… साले दम नहीं है क्या! अहह्ह मेरे राजा, मैं झड़ने वाली हूँ!

फिर थोड़े धक्कों बाद मैं कांपती हुई शांत हो गई. पीटर भी जोर जोर से धक्के मारता हुआ मेरी चूत में शांत हो गया.

हम आधे घंटे तक वहीं बेड पर पड़े रहे और तीनों एक दूसरे को देखते रहे.
थोड़ी देर बाद मैं सो गई लेकिन अचानक रात को किसी हलचल से मेरी नींद खुल गयी. देखा तो पीटर अपने लंड से रिया की गांड का तबला बजा रहा था और वो जोरों से चीखे जा रही थी.
मैंने दोनों से कहा- यार, इतनी भी क्या ठरक है जो फिर से शुरू हो गए?
इस पर रिया बोली- तुझे नहीं चुदना तो मत चुद… मैं तो आज सारी रात चुदूँगी.

थोड़ी देर में वो झड़ गई.

उसकी चुदाई देखकर मेरा भी चुदने का मन होने लगा.
पीटर अभी तक नहीं झड़ा था तो उसने मुझे उठाकर अपने लंड पर बिठा लिया और नीचे से धक्के मारने लगा. मैं ‘अहह्ह उफ्फ्फ्फ़ मादरचोद धीरे चोद अह्ह्ह मम्मम्म…’ करने लगी.
अब मुझे भी चुदने में मज़ा आने लगा था तो मैं भी अपनी गांड उछाल उछाल कर पूरा साथ दे रही थी.

पीटर मुझे बहुत तेजी से चोद रहा था, मेरे मम्मे खा रहा था, मेरी गांड में उंगली कर रहा था.

करीब दस मिनट बाद मुझे लगा मैं झड़ने वाली हूँ तो मैंने पीटर से कहा- पीटर, मुझे तेज तेज चोद, मैं झड़ने वाली हूँ.

पीटर ने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. फिर मेरी चूत से भी पानी निकल गया और मैं पीटर के ऊपर से उतर कर साइड में लेट गई.

मगर पीटर अभी तक झड़ा नहीं था तो वो मुझे फिर से करने के लिए कहने लगा पर मैंने मना कर दिया और पीटर की तरफ अपनी पीठ करके सोने लगी.

थोड़ी देर बाद फिर से चुदाई की आवाजें चालू हुई. इस बार रिया पीटर के लंड की सवारी कर रही थी. मैंने अपनी चादर तानी और आँखें बंद कर ली. पता नहीं मुझे कब नींद आई और रिया कब तक चुदती रही…
कुल मिलकर वो रात एक यादगार रात साबित हुई.

आगे मेरी चुत ने और क्या क्या गुल खिलाए, यह जानने के लिए मेरी अगली कहानी का इंतज़ार करें.

यह नोन वेज स्टोरी कैसी लगी, मुझे मेल करके ज़रूर बताइएगा.
आपकी अपनी सेक्सी रंडी निकी
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top