दो यादगार चूतें-1

(Do Yaadgaar Chuten-1)

नमस्कार दोस्तो, मैं रवि एक बार फिर हाज़िर हूँ। मैं अन्तर्वासना की पूरी टीम का भी धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने आप तक मेरी पहली की कहानियाँ पहुँचाई। इससे पहले पब्लिश हुई कहानी ‘दो जीजू दो सालियाँ’ को आपने प्यार दिया, उसके लिए आप सभी दोस्तों का धन्यवाद।

सभी खड़े लण्डों और गीली चूतों को नमस्ते। अपनी नई कहानी के साथ हाज़िर हूँ। असल में यह कहानी मेरी एक फ़ोन फ्रेंड की है जिसने मुझे यह कहानी लिखने के लिए कहा है। मेरी फ़ोन फ्रेंड का नाम करीना है और वो नागपुर में रहती है, वो स्लिम और डर्टी टाइप की लड़की है जिसे फ़ोन सेक्स के इलावा डर्टी और हार्ड सेक्स पसंद है। उसे अपने आप को कुतिया कहलाना बहुत मजेदार लगता है।

बात तब की है जब करीना ने मेरे साथ दोस्ती की शुरुआत की थी, उसने शुरू में ही मुझे बता दिया था कि उसे डर्टी सेक्स और कामुक गालियाँ चुदाई में बहुत पसंद हैं, उसका एक सपना रहा है कि वो और उसकी एक सहेली जिसका नाम लोऱिया है, एक साथ चार मर्दों से चुद कर अपनी गांड और चूत एक साथ चुदवाना चाहती हैं, पर ऐसा करने से हमे डर भी लगता है कि बाद में कहीं कोई हमें ब्लैकमेल न करने लग जाए।

मैंने उसका यह सपना पूरा करने का वादा तो किया पर ज्यादा जोर नहीं दिया, क्योंकि हमारी दोस्ती अभी नई थी, हम खुद एक दूसरे को जान नहीं पाए थे। वो हर रोज़ मुझे कॉल करती और करीब दो-दो घंटे तक फ़ोन पे बात करती रहती, इसी दौरान उसने फ़ोन पर बताया कि वो अपनी कंपनी की तरफ से ट्रेनिंग के लिए चंडीगढ़ आ रही है और वो मुझे एक मिलना चाहती है।

मैंने उससे पूछा कि उसके पास मुझसे मिलने के लिए कितना वक्त है, तो उसने बताया कि उसकी ट्रेनिंग दो दिन की है और उसने अपने घर पर यह बोल रखा है कि उसकी ट्रेनिंग 5 दिन की है, इस लिए उसके पास 3 दिन ऐसे हैं जिनमे कोई काम नहीं है और वो ये तीनों दिन मेरे साथ बिताना चाहती है।

फिर मैंने उससे पूछा कि वो कहाँ मिलेगी और कब मिलेगी, तो उसने बताया कि उसकी ट्रेनिंग 5 और 6 फरवरी 2014 की है, आप मुझे 6 फरवरी की शाम 7 बजे चंडीगढ़ के रेलवे स्टेशन पर मिलना, मैंने अपनी कंपनी के मैंनेजर सर को बोल दिया है कि चंडीगढ़ में मेरे रिश्तेदार रहते हैं, मैं बहुत देर बाद वहाँ जा रही हूँ, इसलिए मैं वहाँ दो दिन रुकना चाहती हूँ। तो आगे का रास्ता अब हमारे लिए साफ़ था।

मैंने ऑफिस में से 4 दिन की छुट्टी करवा ली और उसे फ़ोन पर बोल दिया और अब तो उसके आने का इंतज़ार था।उसके आने में अभी एक हफ्ता था, मैंने उसको गिफ्ट देने के लिए कुछ ड्रेस और एक रिंग ली इसके इसके इलावा मैंने अपनी कार की सर्विस करवाई और उसके आने का इंतज़ार शुरू किया।

इसी बीच हमारी फ़ोन पर बातें होती रहती थी। उसने मुझे फ़ोन पर पूछा- तुम मुझे कितने गंदे तरीके से और कैसे चोदोगे?
मैंने उसे कहा- तुम कितना डर्टी होना चाहती हो, तुम ही बता दो।

उसने कहा- मैं तो चाहती हूँ कि तुम मेरी गांड और चूत का एक साथ बजा बजा दो वो भी गन्दी गालियाँ देते हुए साले।
मैंने कहा- साली रंडी, तुझे तो मैं इतना चोदूँगा कि तू हर बार अपनी गांड मरवाने के लिए यहाँ आएगी साली कुतिया।
ऐसे ही हम काफी देर बातें करते रहे, और बातों बातों में उसने बताया कि उसके साथ उसकी फ्रेंड लोरिया भी रहेगी, वो दोनों मिल कर मस्ती करना चाहती हैं।

मैंने कहा- साली, आओ तो सही, तुम्हारी मस्ती भी करवा देंगे कुतिया, बहन की लौड़ी ! वो मादरचोद कुतिया लोरिया भी तेरे जैसे ही खुली हुई है क्या?
तो बोली- कुछ-कुछ खुली हुई और बाकी तुम खोल देना साले, हमारा कमीना यार बनकर।
मैंने कहा- साली, मादरचोद कुतिया ! तुम आओ तो सही, एक बार अगर तुम्हारी माँ न चुद गई तो मुझे भी मर्द न कहना रण्डियो !

आखिर वो चंडीगढ़ आ गई और अपनी ट्रेनिंग पर चली गई, रात को उसने मुझे कॉल की कि वो कल शाम को अपनी ट्रेनिंग से फ्री हो जाएँगी और तुम शाम के 8 बजे रेलवे स्टेशन पर मिलो।
दूसरे दिन मैं उसके बताये समय पर रेलवे स्टेशन पर था, तभी थोड़ी ही देर में उसकी कॉल आई, उसने बोला- मैं रेलवे स्टेशन पे हूँ।

तो मैंने उसे अपनी कार का नम्बर बताया और वहाँ आने के लिए कहा।
तभी मैंने दूर से देखा, दो लड़कियाँ जिनमें से एक ने मेरून टॉप और मिनी स्कर्ट और दूसरी ने ग्रीन टॉप और पजामी पहनी हुई थी, मेरी तरफ आ रही थीं। तभी मैंने कॉल लगाई, तो उनमें से मेहरून टॉप वाली लड़की ने फ़ोन पिक किया, मैं समझ गया कि यही करीना है।

करीना बहुत सेक्सी लग रही थी, उसकी गांड, स्कर्ट को फाड़कर बहर आ जाना चाहती थी, करीना दिखने में बिलकुल करीना कपूर की तरह लग रही थी। तभी करीना ने भी मुझे पहचान लिया और आते ही मेरी गाल पर एक किस कर दिया और खुश होती हुई बोली- आखिर मिल ही गए हम आज !

फिर उसने मुझे अपनी दोस्त लोरिया से परिचय करवाया, और लोरिया को मेरे बारे में उसने पहले ही बहुत कुछ बता दिया था। तभी हम कार में बैठे और अब कार चंडीगढ़ की सड़कों पे दौड़ रही थी, अँधेरा हो रहा था।
मैंने उनसे पूछा- आप बताओ पहले क्या खाओगे-पियोगे?

इससे पहले कि करीना कुछ कहती, पहले ही लोरिया बोली- हाँ जीजू, हम आपका लौड़ा खायेंगी और उसका रस पियेंगी।
मैंने सोचा भी नहीं था कि साली लोरिया इतनी ज्यादा खुली हुई है, क्योंकि करीना ने तो कहा था कि लोरिया को थोड़ा आप खोल देना। यह बात में सिर्फ सोच रहा था कि लोरिया फिर बोली- क्या हुआ जीजू, आप तो चुप हो गए, क्या नहीं पिलाओगे आज अपनी जवानी का रस?

तो मैंने कहा- नहीं ऐसी कोई बात नहीं साली कुतिया, मैं तुम दोनों को अपनी जवानी का रस पिलाउंगा भी और तुम दोनों रण्डियों की जवानी का रस पिउंगा भी, और तुम्हारी जवानी से खेलूँगा भी साली ! पर यह बता तू मुझे जीजू किस रिश्ते से बोल रही है कुतिया? तभी लोरिया बोली- तुम मेरी दोस्त करीना के चोदू बॉयफ्रेंड हो न, इसलिए मैंने आपको जीजू बोला, अगर आपको अच्छा नहीं लगता तो कोई बात नहीं, मैं नहीं कहूँगी, सॉरी।

मैंने कहा- नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है डार्लिंग, तुम तो सच में ही आज मेरी साली बन गई हो, तुम जो मर्जी कहो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता !
मैं करीना की तरफ देखकर बोला- पर साली तुम तो मेरी गन्दी कुतिया हो, मेरी रांड।
तभी करीना बोली- वाओ ग्रेट साले, एक बार और बोल दे ऐसे ही, मुझे ऐसे शब्द पसंद हैं, तुम्हारी ऐसी बातों ने ही तो हमारा दिल लूटा है।

हम ऐसे ही बातें करते-करते जीरकपुर रोड पर एक होटल के सामने गए, मैंने वहाँ गाड़ी स्टाप की और खुद होटल के अंदर चला गया। उस होटल का मैंनेजर मेरा दोस्त था, मैंने उसे पहले से ही सब बता रखा था और आने से पहले कॉल भी कर दी थी।

उसने मुझे देखते ही एक लड़के को हमारा सामान लेने के लिए कार की तरफ भेज दिया। होटल के मैंनेजर का नाम खुशविंदर है, खुशविंदर भी पंजाबी लड़का है और मेरा अच्छा दोस्त भी है। उसने मुझे हमारे रूम की चाबी दी और एक लड़के को रूम तक छोड़ने के लिए साथ भेजा, मैंने करीना और लोरिया को भी बुला लिया था। हम तीनों ऊपर की तरफ चल पड़े, वो लड़का हमें हमारे रूम तक छोड़ कर वापिस आ गया।

अंदर जाते ही सबसे पहले करीना और लोरिया ने मुझे किस किया और मेरे लंड को पैंट के ऊपर से ही दबा दिया, मैंने भी उनकी किस के जवाव में पहले करीना को पकड़ा और उसके मम्मों को दबा कर उसके होंठों में होंठ डाल दिए और अपनी उसकी जीभ के नीचे करके उसके मुंह के अंदर कर दी।

ऐसा करने से वो और भी मचल गई, और लोरिया ने उसकी स्कर्ट को नीचे सरका दिया, तभी मैंने एक हाथ करीना की पैंटी में डाल दिया और बोला- लोरिया साली कुतिया, इधर आ तेरी जवानी का भी स्वाद लेकर के देखूँ !
तभी मैंने एक हाथ की उँगलियाँ करीना की चूत में डाल दीं, और अपने होंठ करीना के होंठों से निकाल कर लोरिया के होंठों में डाल दिए, मैं दूसरे हाथ से करीना के मम्मों को मसल रहा था।

और अब दोनों बहुत मस्त हो चुकीं थीं, तभी मैंने करीना को बैड पे लिटा दिया और उसका टॉप उतारने लगा, उसका टॉप उतारने में लोरिया ने भी मेरी मदद की, इसी बीच लोरिया ने अंदर से कुण्डी लगा दी थी।
इधर करीना के शरीर पर ब्रा और पैंटी रह गई थी, मैंने फिर करीना को पकड़ा और उसकी ब्रा उतारने लगा, तभी उसने मुझे इशारा करके कहा- अब मेरी ही पूरी तरह चोद डालोगे या फिर इस साली कुतिया लोरिया को भी नंगी करोगे?

मैंने करीना को इशारा किया तो हम दोनों ने मिल कर लोरिया को गोद में उठा लिया और एक एक करके उसके शरीर से सारे कपड़े उतार दिए, उसकी ब्रा और पैंटी तो खुद करीना ने ही उतारी और बोली- साली, मां की लौड़ी, मुझे पहले नंगी करना चाहती थी न, देख अब तुझे बेशरम कर दिया साली कुतिया, चुदवा अब पहले मेरे यार से !

इधर लोरिया की नंगी चूत साफ़ दिख रही थी, पूरी तरह से क्लीन चूत को देख कर मेरा लौड़ा पूरी तरह खड़ा हो गया। मैंने लोरिया के मम्मो को अपने सीने से लगा लिया, उसके होंठों को फिर मैंने अपने होंठों में ले लिया और लोरिया की चूत में उंगली डाल दी। लोरिया मचल उठी, करीना ने मेरी पैंट की जिप खोल कर मेरा लंड बाहर निकाला और देखते ही बोली- वाओ क्या ग्रेट लंड है यार तेरा, इसको तो मैं खा ही जाऊँ !

मैंने कहा- खाना मत, पी जितना मर्जी जा साली कुतिया, वैसे भी आज तो में तुझे अपने लंड का रस खूब पिलाऊँगा मादरचोद।
करीना ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया था और जोर जोर से चूसने लगी थी, मेरी जीभ लोरिया के मुह में थी और लोरिया की चूत में मेरी दो उंगलियाँ घुस चुकी थी, मैं बहुत तेज़ तेज़ फिंगरिंग कर रहा था लोरिया की चूत में।
तभी मादरचोद करीना ने एक डिमांड रख दी कि मैं अपनी चुदाई से पहले तुम्हारे लंड का रस पीना चाहती हूँ और वो भी अपनी प्यारी दोस्त लोरिया के साथ मिल कर।

भला मुझे इसमें से क्या ऐतराज़ हो सकता था, इस लिए मैंने कहा- साली तुम तो आज के लिए मेरी बिच बन गई हो, इसलिए तुम्हारी हर इच्छा पूरी होगी, लो चूसो मेरा लौड़ा, चूस लो इसे जितना चूसना चाहती हो।

लंड तो पहले से ही करीना ने पकड़ा हुआ था, उसने फिर से मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और मैंने लोरिया को छोड़ दिया। लोरिया करीना के पास नीचे बैठ गई, और दोनों लड़कियाँ मेरा लंड एक साथ चूमने लगीं, कभी लोरिया मेरे लंड को अपने मुंह में ले लेती और कभी करीना अपने मुंह में ले लेती।

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, करीना ने मेरे लंड के ऊपर की टोपी को अपने मुंह में ले लिया और लोरिया बाकी लंड और टटों को अपनी जीभ से चाटने लगी। लोरिया और करीना को ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था, वो दोनों अपना बहुत सारा थूक निकाल कर मेरे लंड के ऊपर छोड़ रही थीं।

हम सब कुछ भूल कर इस चुसाई का मज़ा ले रहे थे। दोनों लड़कियाँ बहुत चुदक्कड़ थी, उन्होंने एक बार तो मुझे हिला कर रख दिया, इतना मस्त तरीके से मेरा लंड चूसा कि मुझे लगा कि अब मैं और रुक नहीं पाऊंगा, मेरे मुंह से सिसकारियाँ निकल रही थीं।

मुझे करीना ने फ़ोन पे भी बतया हुआ था, कि उसे चुदाई के माहौल में गालियाँ सुनना पसंद है, इसलिए मैं उन दोनों को बहुत गन्दी गालियाँ दे रहा था ‘उन्न्हह्हा अआह्ह… साली… कुतियो… मेरी बिच… आअह्ह्ह… बहन की… उन्ह्ह्ह… लौडियो… मादरचोद… चूसो… कमीनी औरतों… आह… अह्ह्ह्ह साली… पी… लो मेरी जवानी… का… रस… आह्ह्ह्ह… चु… दो… मे.री… कुति..या… आह्ह्हह्ह… उन्ह्ह्हह… तुम दोनों मेरी कुतिया हो … अह्ह्ह… ह्ह्ह्हह्ह..रंडी… मादरचोद… उन्ह्ह्ह…’

मेरे मुंह से ऐसी सिसकारियाँ के साथ साथ गालियाँ निकल रही थी, तभी साली लोरिया बोली- अआह्ह्ह… जी… जू… उन्ह्ह्ह… वाओ… बहुत मज़ा आ रहा है आह्ह्ह… सी… सी… स… इस… इ पुच… पुच… पुच… पुच… मस्त लौड़ा है साला उन्ह्ह्हह… म्म्मम्ह्हह्ह… लोरिया साली लंड चूस रही थी, और करीना मेरे लंड को ऊपर से रगड़ रही थी, कभी करीना तो कभी लोरिया बारी बारी मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूस रही थी।

मैंने एक हाथ से करीना के मम्मे के निप्पल को पकड़ा हुआ था और उसे मसल रहा था, और दूसरे हाथ में लोरिया के मम्मे का निप्पल था और उसे रगड़ रहा था।
मैंने करीना के होंठों को अपने होंठों में कैद कर लिया और दोनों राण्डों के चुचूकों को जोर जोर से मसल रह था, ऐसा करने से वो दोनों भी मज़े से सिसकार रहीं थीं, मेरे लंड का रस निकलने को तैयार था, और इस बात का पता करीना और लोरिया को भी चल गया था, और तभी लोरिया, करीना को बोली- ऊन्ह्ह्हह्ह… सा..ली… अ.आ.ह्ह… ह्ह्ह… लौड़ी… इस.का .ए.क. ए.क .कत.रा. .ह.मारे.. .मुँह. में .ही.. गि.र.ना .चा.हि.ए अह्ह्ह्ह !

तभी मैंने एक जोर की साँस ली और मेरे लौड़े के रस की धार सीधी करीना के मुंह में चली गई और मैंने तुरंत अपना लंड करना के मुंह से बाहर निकाल लिया, अब लोरिया और करीना के चेहरे पे मेरे लंड की दूसरी धार गिरी और उन दोनों ने लंड को अपने हाथ में ले लिया और दोनों बारी बारी लंड को चूमने लगीं, मेरे लंड से बरसात लगातार जारी थी, और मेरा लंड रस उन दोनों के चेहरे को भिगो रहा था, काफी सारा रस उन दोनों के मम्मों पर गिर गया था और उनके शरीर के काफी हिस्से तक भी मेरा लंड रस पहुँच गया था।

करीना के मुंह में सबसे ज्यादा रस गिरा था, और दोनों अच्छी तरह से चाट रही थीं मेरे लंड को, अब मेरे लंड से रस टपकना बंद हो गया और वो दोनों आपस में किस करने लगी, तभी करीना ने अपने मुहं से मेरे लंड का रस लोरिया के चेहरे के ऊपर छोड़ दिया, और लोरिया का पूरा चेहरा मेरे लंड रस से भीग गया, करीना ने फिर उसे चाटा और अब लोरिया ने अपना मुंह खोला तो करीना ने अपने मुंह से मेरा लंड रस लोरिया के मुंह में डाल दिया, लोरिया ने वो लंड रस अपना मुंह खोल कर मुझे दिखाया तो मुझे यह देख कर बहुत मज़ा आ रहा था।

तभी करीना नीचे बैठ गई और लोरिया ने ऊपर आकर वही लंड रस जो उसने अपने मुंह में रखा हुआ था फिर से करीना के मुंह में छोड़ दिया, अब फिर मेरे लंड का रस करीना के मुंह में था, वो काफी देर ऐसा करती रहीं, उन दोनों पर कामुकता इस कदर हावी हो गई थी कि आज वो कुछ भी कर सकती थीं।

तभी दोनों ने आखिर वो रस अपने मुँह में गटक लिया और लोरिया बोली- जीजू पिशाब नहीं पिलाओगे क्या हमें आज?
उसके ये शब्द सुनते ही मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि वो दोनों इस हद तक भी जा सकती हैं, जो मैंने आज तक सोचा भी नहीं था, जो भी हो, मैंने अंदाजा लगा लिया था कि ये दोनों रांडें बहुत बड़ी और मंझी हुई चुदक्कड़ हैं, और मेरे अकेले के लंड से इनकी संतुष्टि नहीं होगी।

मैंने कहा-  क्यों नहीं ! साली कुतिया, तुम आज मेरी कुतिया बन गई हो तो जरूर पिलाऊंगा मादरचोद, बहन की लौड़ी साली लोरिया, इस गन्दी बिच को लेकर बाथरूम में आ जा तुम दोनों की वहीं बहन चोदता हूँ साली राण्डों, ज़ल्दी आओ तुम्हे अपने मूत का स्वाद चखाऊँ साली !

कहानी जारी रहेगी !
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