जवान लड़की को चुदाई का नशा-2

(Jawan Ladki Ko Chudai ka Nasha- Part 2)

वासना सिंह 2020-03-29 Comments

मेरी इस सेक्स कहानी के पहले भाग
जवान लड़की को चुदाई का नशा-1
में आपने पढ़ा कि पम्मी मेरे साथ सिर्फ ब्रा पैंटी में थी और मैं चड्डी में उसके साथ मजा ले रहा था.

पम्मी ने मुझसे पूछा- राकेश, क्या सच में मैं तुम्हें अच्छी लगती हूं?
मेरे मुँह से कुछ ना निकला. मैंने सिर्फ इतना कहा कि यस आई लव यू सो मच.

अब आगे:

पम्मी बुदबुदा रही थी- आई लव यू टू राकेश.

उसके मुँह से इतना सुनकर मैं उसकी चुचियों को ब्रा के बाहर से चूमने और चूसने लगा. वो भी मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूचियों पर जोर जोर से दबाने लगी.

उसकी वासना बहुत ज्यादा बढ़ गई थी.

मैंने उसकी ब्रा को खींच कर तोड़ने की कोशिश की मगर फिर रुक गया. बस मैं ऊपर से ही उसके मम्मों को बारी बारी से चूसने और मसलने लगा.

फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी कच्छी के ऊपर रखा, तो महसूस किया कि पम्मी की चुत पूरी गीली हो गई थी. मैं पम्मी की चुत को उसकी कच्छी के बाहर से सहलाने लगा.

मैंने उससे कहा- क्या तुम मुझे अपना दूध नहीं पिलाओगी?
पम्मी अपनी ब्रा का हुक खोलते हुए कहने लगी- राकेश मेरे बूब्स तो कब से तरस रहे थे, लेकिन इनको प्यार करने वाला, प्यार से चूसने वाला आज तक कोई नहीं मिला. आज तुम्हें मौका मिला है … इन्हें जी भर के प्यार करो.

ऐसा कहने के बाद उसने सीधा अपना हाथ मेरे कच्छे में डाल दिया और मेरे लौड़े को पकड़ लिया.

मैंने उसकी अधखुली ब्रा उतारी और उसके चूचों को जोर जोर से दबाने और चूसने लगा. पम्मी के दूध बहुत कठोर हो गए थे. उसके मुँह से लंबी लंबी सांसें निकलने लगी थीं. वो बहुत मादक सिसकारियां भरने लगी थी.

पम्मी बोली- आह राकेश और जोर से … और जोर से … इन्हें खा जाओ … पूरा चूस लो … मेरे दिल की इच्छा पूरी कर दो.

मैंने उसकी एक चूची के निप्पल को मुँह में दबाया और दूसरे दूध को अपनी हथेली में भर कर मसलने लगा.

पम्मी बेहद गरम होने लगी थी. उसकी आवाज निकल रही थी- आह जान आज मुझे वह खुशी दे दो … जिसके लिए मैं इतने बरसों से तरस रही थी … मैं प्यासी हूँ … मेरी प्यास बुझा दो.

मैंने उसके चूतड़ों को अपने हाथों में पकड़ा और उसकी चुचियों को जोर जोर से चूसने लगा. वो बस आंखें बंद करके मेरे सर को दबाने लगी.

मैं थोड़ा नीचे आया और उसके पेट को चाटने लगा. उसकी चुचियों को चाटने लगा. वो बस अपने मुँह से सिसकारियां निकालने लगी.

अचानक से न जाने उसे क्या हुआ, उसने मुझे अपने नीचे लिटा दिया और मेरे कच्छे को खोल दिया. अब वो अपनी चुचियों को मेरे मुँह पर, मेरी छातियों पर और मेरे लंड पर रगड़ने लगी. उसकी चुत लंड लेने के लिए मचलने लगी थी.

मैंने भी आज वो सब कुछ करने का ठान लिया था, जो मैंने कुछ ही दिन पहले सनी लियोनि की एक ब्लू फिल्म में देखा था. सनी भी पंजाबन थी और पम्मी भी मुझे आज सनी लियोनि जैसी ही दिख रही थी.

मैंने उसकी टांगों की तरफ आते हुए उसकी चिकनी जाँघों को चूमा तो वो सिहर उठी. मैंने उसकी नाभि पर अपनी जीभ फेरी और नीचे आता गया. उसकी सांवली सी चिकनी बुर को देख कर मैं एकदम से मस्त हो गया.

मैंने अपनी जीभ को उसकी चुत के चारों तरफ फेरा, तो मुझे एक मस्त चॉकलेटी स्वाद आया. उधर मेरी जीभ को अपनी बुर के चारों तरफ पम्मी एकदम से तड़फ उठी और उसने मेरे सर को उसने अपनी चुत पर दबा लिया.

मैंने सर उठा कर पूछा- जान क्या लगाया है?
उसने नशीली आंखों से मेरी तरफ देखा और बोली- अच्छा लगा?
मैंने कहा- हां बड़ा मस्त स्वाद है … क्या लगाया है?
उसने कहा- ये अल्कोहल मिक्स वाली लिक्विड जैली है, जो मैंने अपनी बड़ी बहन से ली थी.

मैंने उसकी बहन का जिक्र सुना, तो उससे पूछा- क्या वो इस अल्कोहल मिक्स वाली लिक्विड जैली को खाती है?
पम्मी ने मेरे सर पर हाथ फेरा और चुत पर दबाते हुए बोली- नहीं यार, वो खुद इस अल्कोहल मिक्स वाली लिक्विड जैली को अपनी फुद्दी पर लगाती है.

मैं उसके मुँह से ये सुनकर ज़रा हैरान हुआ. मैंने पूछा कि क्या तुम दोनों में सब कुछ खुला है?
पम्मी बोली- हां हम दोनों लेस्बो हैं और एक दूसरे की चुत पर इस अल्कोहल मिक्स वाली लिक्विड जैली को लगा कर मजा लेते हैं. अब तुम बातें मत करो प्लीज़ मेरी फुद्दी को मजा दो.

मैंने उसकी फुद्दी को चाटना शुरू किया और उसकी फुद्दी के अन्दर अपनी जीभ डाल कर उसकी फुद्दी से निकलने वाले रस को चूस कर मजा लेने लगा.

तभी मुझे ध्यान आया और मैंने पम्मी से पूछा- क्या तुम्हारी बहन शादी से पहले चुद चुकी थी?
पम्मी ने कहा- हां वो बहुत बड़ी लंडखोर है. मैंने उसके कई ब्वॉयफ्रेंड को उसे चोदते देखा है.

मैंने अगला सवाल दागा कि क्या तुम भी लंड का मजा ले चुकी हो?
पम्मी ने कहा- उसने मुझसे कई बार कहा कि लंड ले लो, लेकिन मैंने मना कर दिया. हम दोनों बहनें बस लेस्बो तक ही सीमित रही हैं. उसने मुझे कई बार ड्रिंक करवा कर लेस्बियन सेक्स का सुख दिया है.

मैंने उसके मुँह से ये सब सुना, तो मैं गनगना उठा और उसकी चुत को भंभोड़ने लगा. कुछ ही पलों में पम्मी की फुद्दी अपना लावा छोड़ बैठी और उसने मेरे सर को अपनी फुद्दी पर दबा दिया. मुझे उसकी फुद्दी के रस को चाटना बड़ा मादक लगा.
इसके बाद वो निढाल होकर लेट गई.

मैं भी उत्तेजना से एकदम से जंगली हो गया था, सो उसकी चुत को बराबर चाटता रहा, जिससे पम्मी फिर से गर्म हो गई.

कोई पांच मिनट बाद पम्मी उठी और नंगी ही बाहर जाने लगी.
मैंने उससे पूछा- मेरे लंड का क्या होगा मेरी जान.
वो चहक कर बोली- हाथ से हिला लो.

मैं मायूस हो गया कि साली खड़े लंड पर धोखा दे कर जा रही है.
मगर अगले ही पल वो मुड़ी और बोली- दारू पियोगे?

इससे मैंने कभी नहीं पी थी. मैं बोला- दारू पिला कर चुत चोदने दोगी न?
वो बोली- तुम पक्के चूतिया हो. मैं खुद लंड के लिए मरी जा रही हूँ और तुम ये पूछ रहे हो?

मैं समझ गया कि ये मुझे छेड़ रही थी. वो गांड मटकाती हुए कमरे से निकल गई. जब पांच मिनट बाद वो कमरे में आई, तो उसके हाथ में एक प्लास्टिक की डोलची थी. जिसमें वो दारू की बोतल, पानी की बोतल, दो गिलास, नमकीन और एक डिब्बा ले कर आई थी.

मैं बिस्तर से नीचे टांगें लटका कर लंड हिला रहा था. मैंने उसे प्यार से देखा, तो वो मेरे पास बैठ गई. उसने सबसे पहले वो डिब्बा खोला, जिसके बारे में जानने की उत्सुकता मेरे मन में भी थी.

मैंने देखा कि उस डिब्बे में ग्लिसरीन जैसी कोई जैली थी. उसने वो जैली निकाली और अपनी दोनों हथेलियों में लेकर मेरे लंड के सामने आकर बैठ गई.

उसने लंड को अपने दोनों हाथों से पकड़ा और उस पर उस जैली को मलना शुरू कर दिया. वो जैली बड़ी ठंडी सी थी, मैं समझ गया कि यही वो अल्कोहल मिक्स वाली लिक्विड जैली है. पम्मी ने मेरे लंड पर तीन बार उस जैली को मला और छोड़ दिया.

मैंने उसकी तरफ सवालिया निगाहों से देखा, तो बोली- सब्र रखो, आज लंड को खा ही जाऊंगी.

इसके बाद उसने बड़े पेशेवराना तरीके से दारू की बोतल खोली और गिलास में डालने लगी. उसने दूसरे गिलास में डालना चाहा, तो मैंने उसका हाथ पकड़ लिया.

वो मेरी तरफ देखने लगी, तो मैंने कहा- एक से ही हम दोनों ले लेंगे.

उसने मुस्कुरा दिया और गिलास में पानी डालने लगी.

मैंने पैग बन जाने के बाद गिलास उठाया और उसके होंठों से लगाया. उसने सिप लिया और मेरे होंठों की तरफ हुई. मैं समझ गया और अपना मुँह खोल दिया. उसने मेरे मुँह में शराब गिरा दी और हम दोनों शराब का मजा लेने लगे.

सच में पम्मी बहुत मादक लौंडिया निकली. एक एक करके हम दोनों तीन पैग गटक लिए. अब वो झूमती हुई नीचे आई और मेरे लौड़े को चूमने लगी. इतनी देर में मेरा लंड कुछ ढीला हो गया था. उसने जीभ से लंड को चाटा, तो लंड ने फुंफकार मार दी और उसने उसी समय अपने हाथ से लंड की चमड़ी को ऊपर चढ़ा कर सुपारा बाहर निकाल लिया.

मैंने उसकी आंखों में देखा तो उसने किसी रंडी की तरफ मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया. वो बड़ी मस्ती से लंड चूस रही थी और मैं आंखें मूंदे लंड चुसाई का मजा ले रहा था.

कोई पांच मिनट तक मेरे लंड की गोटियों को सहलाते हुए लंड चुसाई से पम्मी ने मुझे स्खलन के लिए मजबूर कर दिया. मैंने पम्मी के कंधे पकड़ कर उसे इस बात का इशारा दिया कि मैं अब आने वाला हूँ, मगर पम्मी ने हाथ के इशारे से मुँह में ही झड़ जाने के लिए कह दिया.

मैं बिंदास हो गया और उसके मुँह को चोदने लगा. चार पांच झटकों में ही मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया और पम्मी मेरे लंड का पूरा पानी पी गई. मैं निढाल हो गया मगर पम्मी मेरे झड़े हुए लंड को चूसती ही रही, जिससे मेरा लंड कुछ ही पलों में फिर से कड़क हो गया.

अब उसने मुझे धक्का दिया और बिस्तर पर गिरा दिया. मैं समझ गया कि अब इसकी फुद्दी की मालिश करने का समय आ गया है. मैंने उसे अपने नीचे लिया और उसकी चुत की फांकों पर लंड का सुपारा घिसने लगा.

उसने भी अपनी टांगें खोल दी थीं. मैंने कुछ ही देर में सुपारे को सैट किया और पम्मी की तरफ आंख मारते हुए चुदाई करने का इशारा किया.
पम्मी ने मुस्कुरा कर आंखें मूंद लीं.
मैंने उसी पल एक धक्का दे दिया और मेरा लंड उसकी फुद्दी में एक इंच घुस गया.

लंड क्या घुसा, पम्मी की तेज कराह निकल गई. उसने मेरी जांघों पर हाथ लगा कर मुझे रुकने का इशारा किया. मैं रुक गया और उसकी चूचियों को चूसने लगा.

कोई बीस सेकंड बाद मैंने पम्मी की आंखों में फिर से मस्ती देखी, तो मैंने अपने लंड को फिर से जुम्बिश दे दी.

इस बार लंड ने कोई रहम नहीं किया और पम्मी की चुत में अन्दर तक घुसता चला गया. पम्मी हल्के स्वर में चीख उठी. शायद लेस्बो करने से उसकी सील खुल चुकी थी, इसलिए उसे ज्यादा दर्द नहीं हो रहा था.

बस एक मिनट बाद हम दोनों की ताबड़तोड़ चुदाई शुरू हो गई और पम्मी की फुद्दी की धज्जियां उड़नी शुरू हो गईं.

कोई बीस मिनट की मस्त चुत चुदाई के बाद मैंने अपने लंड का पानी पम्मी की फुद्दी में ही छोड़ दिया और हम दोनों चिपक कर अपनी साँसों को नियंत्रित करने लगे.
सच में पहली चुदाई का मजा बहुत ही मस्त था. मैं इस अहसास को शायद ही कभी भूल पाऊंगा.

दस मिनट बाद हम दोनों उठे और बाथरूम में जाकर एक दूसरे को साफ़ किया. पम्मी बहुत खुश थी.
कमरे में आकर हम दोनों ने एक पैग का मजा फिर से लिया और नमकीन खाकर कुछ भूख मिटाई.

जल्द ही दुबारा चुदाई का मूड बन गया और इस बार पम्मी ने मुझसे पूछा- तुम मेरे बड़ी बहन को चोदना पसंद करोगे?
मैंने एकदम से ना कह दिया.
इस पर वो हैरान हो गई और बोली- क्यों?
मैंने कहा- आई लव यू पम्मी.
पम्मी मेरे सीने से चिपक गई और बोली अब मैं भी उससे लेस्बो नहीं करूंगी.

दोस्तो, ये थी मेरी और पम्मी की चुदाई की कहानी. आपको मेरी सेक्स कहानी अच्छी लगी होही. कृपया मुझे ईमेल के द्वारा अपनी राय दीजिएगा.
मेरी ईमेल आईडी है
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top