सेक्सी माल बड़ी बहन की अनचुदी बुर का चोदन-2

(Sexy Maal Badi Bahan Ki Anchudi Bur Ka Chodan- Part 2)

This story is part of a series:

अब तक आपने पढ़ा..
मैंने अपने ऐना बाजी की बुर चोद दी थी और अब जब तब मौका मिलने पर बाजी मुझसे चुदने लगी थीं।
अब आगे..

इधर मेरी चाचीजान भी चुदास के जोश में थीं। दो हफ्तों के बाद में चाचाजी को काम के लिए बाहर जाना था।
अब मैं फंस गया था.. क्योंकि चाची बोल रही थीं कि चाचा के जाने के बाद तू सोने को ऊपर आ जाना और उधर ऐना बाजी मुझे छोड़ नहीं रही थीं।

फिर मैंने चाची और मेरे जिस्मानी रिश्ते के बारे मैं ऐना बाजी को बता दिया।
वो बोलीं- तुम जाकर चाची को बोलो कि आज नीचे हमारे रूम में सोने को आ जाएं और फिर हम तीनों आज रात जम कर मजा करेंगे।

मैं चाची के पास चला गया और उनको मेरे और ऐना बाजी के बारे में बताया। पहले तो वो गुस्सा हो गईं, लेकिन बाद में मान गई।

रात को चाची हमारे रूम में आ गईं.. पहले तो घरवालों के सोने के बाद लगभग रात के 1.30 बजे तक हमने खूब गप्पें लगाईं…. फिर चाची बोलीं- बेटा जा जाकर देख कर आ.. सब सो गए हैं या नहीं!

मैंने बाहर जा कर देखा.. घर वाले सब लोग सो चुके थे। मैं कमरे में वापस आया और कमरे का दरवाजा बंद कर दिया।
चाची और ऐना दोनों ने नाइटी पहन ली थी और दोनों के लंबे काले घने बाल खुले हुए थे। वो दोनों मेरे सामने बैठी थीं, अब मैं कहाँ से क्या शुरू करूँ.. मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था, दोनों ही सेक्सी माल मेरे सामने मुझे आमंत्रित कर रही थीं।

तभी चाची बोलीं- बेटे कन्फ्यूज़ क्यों होता है.. चल आजा.. पहल मुझसे कर ले!

मैं हँस कर चाची के पास आ गया और चाची को लेटा दिया, मेरे इशारे भर से चाची ने अपनी टांगें खोल दीं, मैं चाची के ऊपर चढ़ गया.. इधर ऐना बाजी उनके मम्मों को सहला रही थीं।

मैंने चाची को बैठा कर उनकी नाइटी को उतार दिया, चाची अब पेंटी और ब्रा में थीं, मैंने चाची की ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया।
अहह.. मस्त माल क्या लग रही थी चाची.. उम्म्म्मम..!

मैंने चाची के मम्मों को अपने हाथों में भर लिया और उनको दबाने लगा। चाची पर लेट कर मैंने उनके मुँह में मुँह डाला और उन्हें पागलों की तरह किस करने लगा।

चाची भी जोश में आ गई थीं.. और ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ करने लगी थीं।

मैं चाची के मम्मों को अपने मुँह में भरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो इतने बड़े थे कि उनका मेरे मुँह में पूरा घुसना नामुमकिन था, मैं चाची के निप्पलों को चूसने लगा।
चाची नीचे पड़ी हुई सिसकारियां भर रही थीं- इसस्स.. डीनो.. चूस ले.. बेटा.. उम्म्म्म.. आहह.. काट मत बेटा.. क्या कर रहा है.. लगती है.. अहह.. मार डालेगा क्या अपनी चाची को.. अहह..!

मैं भी जोश में आ गया.. मैंने अपनी टी-शर्ट और ट्रैक पैंट उतार दिया। मैं अब सिर्फ़ अंडरवियर में था। मैं लंड सहलाते हुए चाची के ऊपर आ गया.. मेरा लंड अंडरवियर के अन्दर से चाची की पेंटी पर रगड़ मार रहा था।
मैंने चाची की पेंटी उतार दी और अपनी अंडरवियर भी निकाल दी।

उधर एक बार बाजी की तरफ देखा, तो वो पहले से ही अपने सारे कपड़े उतार चुकी थीं और अपनी चुत को सहला रही थीं।
मैंने उन्हें इशारे से अपने पास बुलाया.. ऐना बाजी मेरे करीब आईं, तो उन्हें मैंने मेरा लंड थमा दिया।

अब ऐना बाजी मेरे लंड के साथ खेल रही थीं और मैं चाची की चुत को सहला रहा था। मैंने चाची की चुत की दोनों फांकों को खोल दिया और चाची की चुत को चाटने लगा।

चुत पर मेरी जुबान लगते ही चाची गनगना गईं और वो पागल हुए जा रही थीं- उम्म्म्म.. सस्स्स्स्स्.. डीनो.. आहह.. चूस ले.. भोसड़ी के.. अहह..
चाची की गाली से भरी सिसकारियों ने मुझमें जोश भर दिया था।

‘हाय मेरी जान चाची.. हाय सेक्सी आहह.. क्या नमकीन चुत है तेरी चप.. चप..’ मैं चाची की चुत को चाट रहा था, उनके दाने के साथ खेल रहा था।

इधर ऐना बाजी मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूस रही थीं, जिससे मेरा लंड एकदम टन्ना गया था।

अब मैंने ऐना बाजी को नीचे लेटाया और चाची डॉगी स्टाइल में बैठ कर बाजी की चुत चाटने लगीं। मैं चाची के पीछे आ गया, मैंने चाची की चुत पर अपना लवड़ा रखा और पूछा- मारूं क्या?
‘उम्म्म्म मार ना.. भोसड़ी के..!’

मैंने बहुत जोर का धक्का चाची की चुत में लगा दिया। अब तो चाची की चुत भी बहुत बड़ी हो गई थी, इसलिए मेरा लंड एक ही बार में पूरा अन्दर चला गया।

चाची ने धीरे से सिसकारी भरी- उम्म्म्म.. इसस्स्स्स्स्.. डीनो चुत मारर..!

मैं इधर चाची के भोसड़े में झटके लगाने लगा.. आहह.. उधर ऐना बाजी की चुत चटने की आवाजें आ रही थीं।

‘पछच.. प्छ्छ..’
फिलहाल मेरा लंड बहुत जोश में था, मैं चाची की चुत को चोदे जा रहा था। चाची की चुत से मेरे लवड़े की ठोकरों से मस्त आवाजें आ रही थीं.. इन आवाज़ों से कमरे का समा दमादम हो चुका था।

अब मैंने चाची के लंबे बालों को इकठ्ठा करते हुए पकड़ा और उनकी चुत और ज़ोर से मारने लगा।
यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
कुछ ही देर में चाची झड़ चुकी थीं.. इसलिए उनका जोश ठंडा हो गया और उन्होंने ऐना बाजी की चुत को चाटना बंद कर दिया था।

लेकिन मेरी ठोकरें अभी चालू थीं.. जिससे हुआ ये कि चाची फिर से जोश में आ गईं और फिर से वो ऐना बाजी की चुत को चाटने लगीं।

‘उम्म्म्म..’ करते हुए ऐना बाजी भी अब पागल हो चुकी थीं।

मैं चाची की चुत को और जोर से चोदने लगा.. क्योंकि मेरा लंड अब झड़ने वाला था, मैंने चाची से बोला- आह्ह… चाची.. मेरा पानी छूट रहा है..!
वो बोलीं- अहह.. छोड़ दे अपना पानी अपनी चाची की चुत में अहह..

उनका ये कहना हुआ और मैं झड़ गया और मैंने मेरा पूरा कम चाची की चुत में छोड़ दिया। वो पागल हो गईं और ‘उम्म्म्म.. अह्ह्ह.. करते हुए झड़ गईं।

अब चाची मेरे नीचे से हट गईं, मैं भी ठंडा हो गया था.. तो ऐना बाजी मायूसी से बोलीं- डीनो मेरा क्या होगा?
मैं बोला- अब इस लंड में वापस जान डालने का काम आपका है बाजी!

ऐना बाजी मेरे ऊपर आ गईं और मेरे लंड को सहलाने लगीं। उन्होंने मेरा लंड मुँह में भर लिया।
अब मेरे मुर्दा लंड में जान फूँकने का काम शुरू हो गया था। बाजी अपने मुँह में लंड लेकर हिला रही थीं, बाजी के लंबे बाल मेरी जांघों और पेट पर नाच रहे थे।

कुछ ही पलों में मुझमें फिर से जोश भरने लगा था। मैंने ऐना बाजी को अपने नीचे लेटाया और उनकी चुत को चाटने लगा, बाजी सिसकारियां भरने लगीं- इसस्स्स.. आहह.. भाइई..आज मेरी बुर फाड़ डालो.. आ आ अहह..

मैंने उनकी चुत के दाने को काटा.. तो बाजी पागल हो गईं ‘उम्म्म्म.. आहह.. बहुत मजा आ रहा है भाई..!’

उधर चाची में भी फिर से जोश आ गया और वो ऐना के मम्मों को चाटने लगीं. मैंने ऐना बाजी के पैरों को मेरे कंधे के ऊपर लिया और लंड उनकी चुत पर रख दिया। अभी भी ऐना बाजी की चुत टाइट होने की वजह से लंड अन्दर जाने में दिक्कत हो रही थी।

मैंने चाची से बोला- ऐना बाजी के मुँह पर हाथ रख लो.. कहीं चिल्ला न पड़ें!
चाची ने बाजी के मुँह पर हाथ रखा और मैंने बहुत ज़ोर का झटका लगा दिया।

वही हुआ बाजी चिल्लाने का प्रयास कर रही थीं, लेकिन उनकी आवाज़ मुँह के अन्दर ही दब गई। चाची ने बाजी के मम्मों को सहलाया, उनके मुँह में मुँह डाल कर चूसा, तो कुछ मिनट के बाद बाजी ने लंड झेल लिया और मैं उन्हें झटके देने लगा।

अब बाजी जोश में आ गईं और ‘उऊँ.. उऊँ.. करते हुए चुदने का मज लेने लगीं।

मैं उनकी चुत में दनादन झटके मार रहा था.. कुछ मिनट के बाद में वो झड़ गईं लेकिन मेरे झटके चालू थे।

मैंने बाजी को खूब चोदा, पर वो दुबारा जोश में आने का नाम ही नहीं ले रही थीं। ऐना बाजी अब बहुत ही ठंडी हो चुकी थीं और उनकी चुत की खुजली मिट चुकी थी।

लेकिन मैं तो जोश में ही था.. तभी ऐना बाजी मरी सी आवाज में बोलीं- डीनो बस करो.. प्लीज़ चुत में जलन हो रही है।

मैंने अपना लंड बाहर निकाला, तो वो तना हुआ ही था, लेकिन ऐना दूसरी तरफ मुँह करके लेट गईं।

तभी चाची ने आँख मार कर मुझे फिर से आमंत्रित किया.. तो मैं चाची के ऊपर चढ़ गया और उनकी जांघों पर हाथ फेरने लगा।

चाची ने अपने पैर फैला दिए.. चाची की चुत का अब भोसड़ा बन गया था.. लेकिन फिर भी मुझे उस भोसड़े का ही सहारा था और उसे मारने में बहुत मजा भी आता था।

मैंने चाची की चुत पर अपन लंड टिका दिया और एक जोर का झटका दे मारा.. मेरा पूरा लंड चाची की चुत में जड़ तक अन्दर जा चुका था।

चाची ने एक सिसकारी भरी, ‘इश्स्श्स्श्..’ और मेरा पूरा लंड लील लिया।

मैं चाची को ठोकने लगा.. तो ‘आह.. आह..’ करते हुए चुत चुदवाने लगीं।

मैं चाची को हचक कर चोद रहा था। हम दोनों को खूब मजा आ रहा था। कुछ मिनट चुत बजाने और ठोकने के बाद मैं और चाची साथ में ही झड़ गए। सच में आज इस चुदाई में बहुत मजा आया था।

मैं चाची के ऊपर वैसे ही पड़ा रहा.. हम दोनों इतने थक चुके थे कि कब आँख लगी, कुछ पता ही नहीं चला। सुबह अलार्म की वजह से 5 बजे मेरी नींद खराब हो गई.. तो पता चला कि मेरा लंड अभी भी चाची के भोसड़े के अन्दर है। मैं उठा और मैंने उन दोनों को भी उठाया। हम तीनों ने अपने कपड़े पहन लिए.. कमरे को साफ किया और कमरे का दरवाजा खोलकर सो गए।

आज की रात बहुत मजा आया था।

ये तय हुआ कि अगर आज चाचा नहीं आते हैं.. तो अगली रात में भी हमारा यही प्रोग्राम जारी होगा।

तो साथियों और लौंडियों.. मेरी सेक्सी स्टोरी कैसी लगी.. मुझे अपने मेल भेजिएगा।
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top