chudai ki kahani

चुदाई की कहानी हिंदी में, मजेदार हर तरह की सेक्स से भरपूर मनोरंजक स्टोरीज,
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General Sex Stories in hindi

छप्पर फाड़ कर

प्रेषिका : रिया रॉय चूत के सभी पुजारियों को रिया रण्डी का मुठ भरा परिणाम ! प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है जो एक सच्ची घटना है ! बात आज से करीब दो महीने पहले की है जब हमारे कॉलेज का ट्रिप गया था। समय रहते कक्षा के सभी विद्यार्थियों ने ट्रेन में आरक्षण […]

कितने लोगों के नीचे मेरी माँ-2

By मस्त लवड़ा On 2009-05-11 Tags:

आपने मेरी कहानी कितने लोगों के नीचे मेरी माँ-1 पढ़ी, अब उससे आगे : यह कहानी उस वक़्त की है जब हम लोग अपना पुराना घर छोड़ कर नए घर में आ गए थे। उस वक़्त हमारा घर पर ज्यादा लोगों का आना-जाना नहीं था, तब हमारे घर से दूर एक घर था, वहाँ के […]

राजा का फ़रमान-5

By वृंदा On 2009-05-10 Tags:

कहानी का पिछला भाग: राजा का फ़रमान-4 मैं मदमस्त हुई अपनी जवानी का रस लुटा रही थी. अब मैं भी मज़े लेने लगी थी; मेरे अंदर की छिपी राण्ड अब बाहर आकर अंगड़ाइयाँ लेने लगी थी… मेरी आहें दरबार में गूँज रही थी.. कि तभी अचानक राजा ने लण्ड निकाल कर मेरी गाण्ड में पेल […]

राजा का फ़रमान-4

By वृंदा On 2009-05-09 Tags:

कहानी का पिछला भाग: राजा का फ़रमान-3 राजा ने फरमान सुनाया- इस लड़की ने मुझसे चुदने से इनकार किया है, इसलिए इसकी इसी दरबार में बोली लगेगी, ऐसी बोली जैसी आज तक किसी की नहीं हुई होगी। इस बोली के बाद इसका इसी सभा में चीरहरण होगा, उसके बाद यह रखैल तो क्या किसी की […]

राजा का फ़रमान-3

By वृंदा On 2009-05-08 Tags:

कहानी का पिछला भाग: राजा का फ़रमान-2 राजा- मैं बेगैरत..? मैं बुज़दिल..? तो तू क्या है? रण्डियो की रानी? जब सिपाही तुझे मसल कुचल रहे थे, तब कहाँ था तेरा सतीत्व..!!! मैं- वो तेरे आदेश का पालन कर रहे थे और अगर मैं साथ न देती तो तू उनका क़त्ल करवा देता ! मेरी वजह […]

राजा का फ़रमान-1

नमस्कार दोस्तो! मैं वृंदा पहली बार अन्तर्वासना पर अपना एक स्वप्न प्रस्तुत कर रही हूँ, मुझे अक्सर इस तरह के स्वप्न आते हैं! और मैंने आज तक किसी को इनके बारे में नहीं बताया है, आज पहली बार बहुत हिम्मत करके लिखने का प्रयास कर रही हूँ! इस स्वप्न में मैं एक ऐसे देश में […]

जब मस्ती चढ़ती है तो…-3

प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक होली वाले दिन साबुन लगवाने के बाद अब राजू मेरे से कुछ ज्यादा खुल गया था। अब वो मेरे साथ भाभी देवर की तरह मजाक करने लगा था और कभी कभी तो द्विअर्थी शब्दों का भी प्रयोग करने लगा था। अब वो अक्सर मुझे साबुन लगाने के लिए […]

जब मस्ती चढ़ती है तो…-2

प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक उसके बाद मेरे पति वापिस आ गए। आते ही मैंने उन्हें उलहाना दिया और अकेले छोड़ कर जाने के लिए थोड़ा सा झूठ-मूठ का झगड़ा भी किया। पर उस रात अजय ने पूरी रात असली लण्ड से मेरी चूत का पोर-पोर मसल दिया और मेरा सारा गुस्सा ठण्डा […]

एनिमेशन क्लास

By शंकर आचार्य On 2009-04-28 Tags:

प्रेषक : शंकर आचार्य मेरा नाम शंकर है, बंगलोर में जॉब करता हूँ। आज आपको मैं अपनी पहली चुदाई की कहानी बता रहा हूँ। जब मैं इंस्टिट्यूट में था तो मेरे साथ एक लड़की पढ़ती थी, उसका नाम है निशा। बिल्कुल मस्त माल है। उसकी उम्र 19 साल थी जब मैंने उसे चोदा था। तो […]

बेचैन निगाहें-2

By नेहा वर्मा On 2009-04-19 Tags:

बेचैन निगाहें-1 जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो दिल धक से रह गया। संजय सामने खड़ा था। मेरा दिल जैसे बैठने सा लगा। ‘अरे मुझे बुला कर कहाँ जा रही हो?’ ‘क्… क… कहाँ भला… कही नहीं… मैं तो… मैं तो…’ मैं बदहवास सी हो उठी थी। ‘ओ के, मैं कभी कभी आ जाऊँगा… चलता […]

बेचैन निगाहें-1

By नेहा वर्मा On 2009-04-18 Tags:

मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं। मेरी पढ़ाई बीच में ही रुक गई थी। मेरे पति बहुत ही अच्छे हैं, वो मेरी हर इच्छा को ध्यान में रखते हैं। मेरी पढ़ाई की इच्छा के कारण मेरे पति ने मुझे कॉलेज में फिर से प्रवेश दिला दिया था। उन्हें मेरे वास्तविक इरादों का पता […]

कहा तो आपने !

मेरा नाम आदित्य कश्यप है और मेरी उम्र 19 साल की है। मैं देहरादून में रहता हूँ। आज मैं अपनी जीवन की पहली कहानी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ। वैसे तो मैंने बहुत बार कोशिश की कि मैं भी अपनी कहानी अन्तर्वासना पर भेजूँ लेकिन कभी हिम्मत नहीं हुई। लेकिन मेरे कुछ दोस्तों […]

दूसरी सुहागरात-3

By प्रेम गुरु On 2009-04-03 Tags:

प्रेम गुरु की कलम से…… सम्पादन सहयोगिनी : स्लिम सीमा प्रेम तो बाथरूम चला गया और मैंने फिर से कम्बल ओढ़ लिया। कोई 5-7 मिनट के बाद प्रेम बाथरूम से आकर फिर से मेरे साथ कम्बल में घुसने लगा तो मैंने उसे कहा “प्रेम प्लीज़ तुम दूसरा कम्बल ओढ़ लो और हाँ… वो दूध पी […]

दूसरी सुहागरात-2

By प्रेम गुरु On 2009-04-02 Tags:

प्रेम गुरु की कलम से… सम्पादन सहयोगिनी : स्लिम सीमा हे लिंग महादेव ! प्रेम के हाथ में भी ऐसी रेखा तो है… ओह… हे भगवान… कहीं ??? ओह… ना…??? मैं तो कभी अपने इस मिट्ठू को किसी दूसरी मैना के पास फटकने भी नहीं दे सकती। मैंने अपने मान में निश्चय कर लिया कि […]

दूसरी सुहागरात-1

प्रेम गुरु की कलम से….. संतुष्टो भार्यया भर्ता भर्ता भार्या तथैव च: यस्मिन्नैव कुले नित्यं कल्याण तत्रेव ध्रुवं – मनु स्मृति मधुर की डायरी के कुछ अंश : 11 जनवरी, 2006 विधाता की जितनी भी सृष्टि है वो रूपवती है, संसार की हर वस्तु चाहे जड़ हो या चेतन, क्षुद्र (अनु) हो या महान सभी […]

मम्मी पापा वाला खेल

By nishabhagwat9 On 2009-03-09 Tags:

रात को अचानक पापा के कमरे की बत्ती जलने से बन्टी की नींद खुल गई। बन्टी को पेशाब आने लगा था। दीदी पास ही सो रही थी। बन्टी ने दरवाजा खोला और बाथरूम में चला गया। बाहर आते ही बन्टी को खिड़की से अपने पापा की एक झलक दिखी। वो बिल्कुल नंगे थे। उसे उत्सुकता […]

बिल्लू से चुदवा दो ना

By prakashkuk1234 On 2009-01-22 Tags:

मेरा नाम रणदीप है, शादी को सिर्फ दो साल हुए हैं। मेरी पत्नी माधुरी बेहद खूबसूरत और सेक्सी है। चूंकि मैंने लव-मैरिज की थी तो हम दोनों घर वालों से अलग अकेले रहते हैं। मैं एक प्राइवेट कम्पनी में सेल का काम करता हूँ। हम दोनों बहुत खुश हैं अपनी जिंदगी से। मेरी पत्नी और […]

गलती की सजा-2

By ssm4321 On 2009-01-03 Tags:

गलती की सजा-1 सुन्दरी बोली- सब करेगा? तू अंदर आ! आज दिखाती हूँ तुझे किसी लड़की को नहाते हुए देखने का मजा! उसने मुझे अंदर बुलाकर नंगा होने को कहा। मैं बोला- प्लीज़ छोड़ दो! तो वो बोली- ठीक है! तुम्हारे पापा को बोलती हूँ! मैं बोला- मत बोलो! फिर वो बोली- तो जो मैं […]

गलती की सजा-1

By ssm4321 On 2009-01-02 Tags:

मैं चन्दन पटना का रहने वाला हूँ, आप सभी अन्तर्वासना के पाठकों को लण्डवत प्रणाम करता हूँ। मैं आज आपको जो कहानी पेश करने जा रहा हूँ यह कहानी एकदम सच्ची कहानी है। यह बात उन दिनों की है जब मैं पढ़ता था। मेरा घर तीन मंजिला है और आसपास के घरों में सबसे ऊँचा […]

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