रैगिंग ने रंडी बना दिया-103

(Bap Beti Sex Chudai: Ragging Ne Randi Bana Diya- Part 103)

पिंकी सेन 2017-12-17 Comments

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दोस्तो, अन्तर्वासना में आपका स्वागत है… आप सबकी दुआओं का असर है कि मैं अब बिल्कुल ठीक हूँ और आपके लिए मजेदार पार्ट्स लेकर आ रही हूँ…

दोस्तो, पिछले पार्ट में आप पढ़ चुके हैं कि बाप ने अपनी बेटी की गांड भी मार ली थी यानि सुमन की गांड भी खुल गई थी…
अब आगे…

सुमन बेटी की गांड को रस से भरने के बाद गुलशन पापा जी हटे तो फच्च की आवाज़ के साथ लंड गांड से बाहर आया और सुमन कराह उठी…

आज गुलशन पापा जी मज़े के चक्कर में ये भूल गए कि सुमन कोई रंडी नहीं बल्कि उनकी सग़ी बेटी है… वो तो बस दे दनादन गांड मार रहे थे और सुमन कितना रो रही थी, चिल्ला रही थी… इससे उन्हें कोई फ़र्क ही नहीं पड़ा…
उनके हटने के बाद सुमन अब भी रोये जा रही थी… उसके आँसू नहीं रुक रहे थे… जब गुलशन जी को ये अहसास हुआ तो वो समझे कि जल्दबाज़ी में उन्होंने ये क्या कर दिया…

पापा- सुमन तुम ठीक हो ना बेटा?

गुलशन जी की बात का सुमन ने कोई जवाब नहीं दिया, बस वैसे ही रोती रही…

पापा- सुमन प्लीज़ कुछ तो बोलो बहुत दर्द हुआ क्या… सॉरी जान मैं उत्तेजना में बह गया था… क्या करता तुम्हारी गांड है ही ऐसी कि देख कर मैं पागल हो गया था…

सुमन वैसे ही चुपचाप पड़ी रही, फिर गुलशन जी ने उसको बहुत मनाया, उससे माफी माँगी, तब कहीं जाकर सुमन मानी… उसके बाद गुलशन जी ने उसको सीने से चिपका कर प्यार किया… फिर अपने कान पकड़ कर ज़मीन पर बैठ गए…

सुमन- ये आप क्या कर रहे हो पापा… उठो प्लीज़ ऐसे मत करो…
पापा- नहीं मैंने तुम्हें बहुत तकलीफ़ दी है… मेरी यही सज़ा है बेटी…
सुमन- मैंने आपको माफ़ कर दिया ना… अब उठो प्लीज़ आप मेरे पास आओ…
गुलशन जी उठे और सुमन के पास जाकर बैठ गए… फिर उसके मम्मों को सहलाने लगे…

सुमन- आपसे मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी, पापा कितनी बेदर्दी से अपने मेरी गांड मारी…
पापा- सॉरी बेटा मुझे ध्यान नहीं रहा… वैसे तुम्हें बहुत दर्द हुआ क्या?
सुमन- अरे होगा कैसे नहीं? आपका लंड देखा है कितना मोटा और बड़ा है… मेरी छोटी सी गांड में जाएगा तो दर्द होगा ही… आपको पता है अभी भी ऐसे लग रहा है जैसे लंड अन्दर ही हो… बहुत दुख रहा है…
पापा- देखो सुमन अब आज नहीं तो कल ये दर्द होना ही था… अब तुम एकदम रेडी हो गई हो… तुम्हारे सारे छेद अब कभी भी लंड के लिए तैयार है समझी…
सुमन- हाँ समझ गई… मैंने कितनी बार कहा कि चुत में आग लगी है वहां डाल दो, मगर आपने मेरी बात कहाँ सुनी…
पापा- अरे तो उसमें क्या है… अभी डाल देता हूँ और तेरी चुत को भी मैं ठंडा कर दूँगा…
सुमन- वो तो मैं डलवा ही लूँगी… मगर पहले आप मेरी गांड को चाटो… मुझे बहुत मज़ा आया था जब आप गांड चाट रहे थे…

गुलशन जी ने सुमन की बात मान ली और फिर उसकी गांड को अच्छे से चाटने लगे, जिससे सुमन की उत्तेजना बढ़ गई वो मज़े से आहें लेने लगी… थोड़ी देर बाद गुलशन जी ने उसकी चुत में लंड घुसा दिया और उसकी मस्त चुदाई शुरू कर दी…
फिर 20 मिनट की चुदाई के बाद सुमन झड़ गई, मगर गुलशन जी का अभी ठंडा होना बाकी था… उन्होंने सुमन से प्यार से पूछा कि दोबारा गांड मार लूँ तो सुमन ने डरते डरते हाँ कह दी…

अब गुलशन जी फिर से सुमन की गांड को गड्डा बनाने में लग गए और 15 मिनट की चुदाई के बाद गांड में ही झड़ गए… चुदाई का ये खेल खत्म हो गया था दोनों ही बहुत थक गए थे…

पापा- आह… मज़ा आ गया सुमन… सच में तेरी गांड बहुत मजेदार है, कितना भी मारो, मन ही नहीं भरता…
सुमन- बस बस बहुत हो गया… अब क्या जान लेकर मानोगे… वैसे भी बहुत दर्द हो रहा है… मैं ठीक से बैठ भी नहीं पा रही हूँ, पता नहीं कल कॉलेज जा भी पाऊंगी या नहीं…
पापा- अरे कैसे नहीं जा पाएगी… अभी तो रात बाकी है मेरी जान… आज रात तेरी चुत और गांड को ऐसे चोदूँगा ना… तेरी सारी तकलीफ़ दूर हो जाएगी और तू आराम से चल फिर लेगी समझी… चल अब सो जा, हमको आज रात फिर जागना है…

सुमन- ठीक है पापा जैसा आप कहो… मगर कल कॉलेज जाऊंगी तो किसी को शक तो नहीं होगा ना?
पापा- कुछ नहीं होगा देख मेरी बात सुन तेरी सहेली को बोल दे कि वो मुझसे चुदने को रेडी रहे, तुम कोई प्लान बना के उसको ले आना… तब उनको कोई शक भी नहीं होगा कि मैंने तुम्हें चोदा है समझी…
सुमन- ये ठीक रहेगा पापा वैसे भी टीना का दिमाग़ बहुत चलता है… मैं उसी को कुछ आइडिया लगने को बोल दूँगी…
पापा- सुमन तू बुरा ना माने तो तुम्हें एक बात कहूँ?
सुमन- अरे मैं क्यों बुरा मानने लगी… आप बोलो क्या बात है?
पापा- देखो बेटी हमारे बीच वो सब कुछ हो गया जो एक मर्द और औरत के बीच होता है… अब मेरे ख्याल से तुम्हें कोई भी बात मुझसे छुपाने की जरूरत नहीं है… पहले तुम बेटी थी तो ऐसी वैसी बात छुपा लेती थी, मगर अब बीवी बन गई हो तो कुछ मत छिपाना… जो मैं पूछ रहा हूँ सच बताना…

सुमन थोड़ी अचरज में पड़ गई कि पापा किस बारे में बात कर रहे हैं…
पापा- क्या हुआ क्या सोचने लगी?
सुमन- आप क्या बोल रहे हो मेरी समझ के बाहर है… आप खुल के बताओ ना कि मुझसे क्या पूछना चाहते हो?
पापा- अच्छा तो सुन, देख मैं जानता हूँ तेरी सील मैंने ही तोड़ी है… तू पहले एकदम कुँवारी थी… मगर…
इतना बोलकर गुलशन जी चुप हो गए…

सुमन- हाँ ये सही है मगर क्या पापा आप आगे भी बोलो?
पापा- तुम प्लीज़ बुरा मत मानना… मुझे लगा ऐसा बाकी सच तो तुम्हें ही पता है…
सुमन- क्या पापा आप बात को घुमाओ मत… साफ साफ बोलो क्या लगा आपको?
पापा- ओके सुन मैंने जब पहली बार तेरे चूचे देखे, तेरी चुत देखी मुझे वो अनछुई नहीं लगी… ऐसा लगा जैसे पहले किसी ने तेरी चुत को चूसा था और तुमने जैसे मेरे लंड को चूसा, उससे भी ऐसा लगा जैसे तू पहले लंड चूस चुकी है… किसी का रस पी चुकी है क्योंकि पहली बार में कोई लड़की ऐसे वीर्य को आसानी से नहीं पीती बाकी तू खुद समझदार है… अब तू ही बता मेरी ये बातें कहाँ तक सही हैं?

अपने पापा की होशियारी देख कर सुमन टेंशन में आ गई कि कैसे उनको पता लगा वो चुत के कितने बड़े खिलाड़ी हैं जो सिर्फ़ देख कर पता लगा लिया कि किसी ने उसको चूसा है, उसका रस पिया है…

पापा- क्या हुआ सुमन, अगर तू नहीं बताना चाहती तो कोई बात नहीं… मैं तुझ पे ज़ोर नहीं दूँगा…
सुमन- नहीं पापा ऐसा कुछ नहीं है… जब आपको पता लग ही गया तो छुपाने का क्या फायदा है… मैं शुरू से आपको सब बताती हूँ…
पापा- ठीक है बेटा मगर पूरी बात बताना… एक भी मत छुपाना…
सुमन- हाँ पापा सब बताती हूँ… एक एक बात…

सुमन ने कॉलेज शुरू हुआ उस दिन से लेकर टास्क वाली बात, मॉंटी के साथ मज़े और संजय के साथ ब्लाइंड मज़े, लेस्बो वाली बात और टीना की कहानी, फ्लॉरा की लॉलीपॉप वाली कहानी भी बताई… सब कुछ… एक एक बात विस्तार से गुलशन जी को बताई, जिसे सुनकर उनका लंड तन गया और ये सब बोलते बोलते सुमन की चुत भी गीली हो गई…

पापा- अच्छा तो ये चक्कर है… तभी में सोचूँ कि मेरी भोली भाली बेटी अचानक इतनी फास्ट कैसे हो गई…
सुमन- हाँ पापा, टीना ने मुझे ऐसा बना दिया है वरना मैं कहाँ ये सब कर पाती…
पापा- सुमन तुम सच में बहुत भोली हो… अरे वो टीना ने तुम्हें कुछ फास्ट करने के लिए ये सब नहीं किया… वो संजय जो है, ये सब उसने करवाया है… वो तुम्हें पाना चाहता है… ये सब उसका प्लान है…
सुमन- हाँ पापा पहले तो मैं भी ये समझ नहीं पाई थी मगर अब सब समझ चुकी हूँ… वो संजय और उसके दोस्त मुझे चोदने के चक्कर में हैं…
पापा- अच्छा तो तुम समझ गई अब तुम क्या करोगी?
सुमन- अभी सोचा नहीं मैंने, वक़्त आएगा तो देखूँगी…

पापा- सुमन कहीं तुम उनसे चुदवाने का तो नहीं सोच रही ना… अरे बेटी वो गंदे लड़के हैं, कहीं कोई वीडियो वगैरह बना लिया तो तुम्हें बदनाम कर देंगे…
सुमन- नहीं पापा, संजय ऐसा नहीं है…
पापा- अच्छा ऐसा नहीं है… अरे पागल उस दिन उसने तेरे मज़े लिए वो आँख पर पट्टी सिर्फ़ एक नाटक था इतना भी नहीं जानती तू?
सुमन- वो कैसे पापा… उसको कैसे पता कि मैं हूँ वहां पर?
पापा- टीना का फिगर और तेरा सेम है क्या… बोल तेरे चूचे सेब जैसे हैं और टीना के बड़े… तो कोई आदमी कितना भी अँधा हो, उसके हाथ खुद पता लगा लेते हैं कि नीचे टीना है या कोई कच्ची कली है समझी…

सुमन- ओह माँ ये बात तो मैंने सोची भी नहीं थी यानि शुरू से सब प्लानिंग से हो रहा था… यानि आपके करीब लाने में भी उनका ही हाथ है, वो ऐसा क्यों कर रहा है?
पापा- हाँ सब प्लानिंग थी… अब वो ऐसा क्यों कर रहा है, ये समझ के बाहर है… वो तुझे एकदम बिगाड़ना चाहता था… अगर उसको सिर्फ़ चोदना होता तो कब का चोद चुका होता… अब उसका क्या प्लान है, ये हमें पता लगाना होगा सुमन…
सुमन- हाँ पापा, अब तो पता लगाना ही पड़ेगा आख़िर वो चाहता क्या है?
पापा- अब हम प्लानिंग करेंगे और उस संजय की गर्लफ्रेंड टीना को और फ्लॉरा को मैं चोदूँगा, उसके बाद उस संजय को सबक सिखाएँगे… बहुत खेल खेल लिया उसने… अब हमारी बारी है…
सुमन- हाँ पापा आपका लंड बहुत बड़ा है और वो दोनों जल्दी मान भी जाएंगी आपसे चुदवाने के लिए… कोई प्राब्लम भी नहीं होगी… अब बस हमें कुछ सोचना पड़ेगा…

दोनों बाप बेटी ने काफ़ी देर बातें की और एक ज़बरदस्त प्लान बनाया, जिससे संजय का वार उसी पे हो जाएगा उसके बाद दोनों सो गए…

लो दोस्तो, ये तो कहानी में नया मोड़ आ गया… जिसका जूता उसी के सर… अब आगे आगे देखो ये बाप बेटी क्या गुल खिलाते हैं…

वैसे एक बात मैं बताना चाहती हूँ, हम सब हिन्दुस्तानी हैं और हमारे संस्कार ऐसे नहीं है, जो हम रिश्तों को गंदा करें… हाँ मानती हूँ, कुछ लोग ऐसा करते हैं… अब या तो वो इंसान ही नहीं है, जानवर हैं क्योंकि उनमें कोई रिश्ता नहीं होता या फिर क्रिमिनल हैं, जिन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता… मगर प्लीज़ आपसे निवेदन है सेक्स करो, ये इंसान की जरूरत है मगर ना तो रिश्तों को गंदा करो और ना किसी को मजबूर करो, बस इच्छा से जो सेक्स हो, वही अच्छा है… बाकी सब गुनाह है…

तो आशा करती हूँ मेरा इतना ज्ञान आपको बुरा नहीं लगा होगा, अब इजाज़त लेती हूँ और अगले पार्ट की तैयारी करती हूँ… बाय…

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