विकास जैन

मौसम की करवट-7

मेरे ऑफ़िस की एक दोस्त अकेली थी फ़्लैट में तो उसने मुझे उसके साथ रहने को कहा था। 13 फ़रवरी की रात थी, हम दोनों शॉपिंग करके थोड़ी ड्रिंक करके आए थे और एक ही बेड पर सोना था।

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मौसम की करवट-6

प्रिया के साथ उन प्यारे लम्हों के बाद मैं काफी अकेला हो गया था, वो विदेश चली गई थी। मुंबई के एक मल्टिनेशनल कंपनी में मेरा चयन हो गया, कुछ अच्छे दोस्त बने।

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मौसम की करवट-1

वो आकर मेरी गोद में बैठ गई और अपनी बाहों को एक हार की तरह मेरे गले में डाल दिया। मैंने भी उसको अपनी बाहों में लिया और हमारी प्रेम कहानी शुरू हो गई…

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