रोमा शर्मा

जीजू के साथ एक रसीला खेल

दीदी गर्भवती हुई तो उनकी मदद के लिये जीजू मुझे लेने आए। उनके साथ रसीले खेल की शुरूआत तो ट्रेन में ही हो गई। घर पहुंचने के बाद दीदी की शह पर क्या क्या हुआ!

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दोस्त की बीवी को लण्ड चूसना सिखाया

सुमन के मुँह से चुदाई की बात सुन कर मैं थोड़ा चौंक गया और सुमन ने कहा- मैं तो कब से इस टाइम का वेट रही थी कि कब मेरे पति घर पर ना रहें और तुम्हें बुला कर तुम से चुदूँ।

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सोनिया की चूत के साथ गैंग-बैंग-4

सोनिया बोली- अब तुम लोगों ने ग्रुप सेक्स का मज़ा लेने की आदत डाल दी है.. तो एक और लण्ड का इंतजाम कर लो.. पर एक बार में एक अकेले से ही चुदवाऊँगी.. जैसे मैंने मदन से चुदवाई थी।

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सोनिया की चूत के साथ गैंग-बैंग-2

सोनिया की चूत की सील तो मैंने तोड़ दी पर अब मेरा दोस्त सोनिया को चोदने की जिद करने लगा। आखिर सोनिया मेरे दोस्त से अकेली चुदने को तैयार हो गई।

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सोनिया की चूत के साथ गैंग-बैंग-1

इन्डियन कॉलेज गर्ल की पहली बार चूत चुदाई की सच्ची कहानी है यह… वो दिखने में बहुत खूबसूरत थी… पहले उससे दोस्ती की, फ़िर प्रोपोज़ किया और एक दिन उसे बिस्तर पर ले गया।

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नीलम की चूचियाँ बड़ी मीठी लगीं -2

मैंने फ़ौरन ही उस को अपनी बांहों में ले कर चुम्बन करना शुरू कर दिया। वो भी मज़े ले रही थी पर जल्दी ही नीलम ने मुझसे कहा- यहाँ कुछ मत करो.. अगर रोशनी और अंकित जाग गए तो दिक्कत हो सकती है।

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नीलम की चूचियाँ बड़ी मीठी लगीं -1

हमारे नए किरायेदार आए तो उनकी बड़ी बेटी मुझे भा गई लेकिन वो मुझसे दूर भागती थी। एक दिन उसे कॉलेज छोड़ने जाना पड़ा तो उससे बात हुई और मेरी दोस्ती उसने स्वीकार कर ली।

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पापा मम्मी की चूत चुदाई देखने का मजा-2

मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं

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पापा मम्मी की चूत चुदाई देखने का मजा -1

मैं तब अनचुदी कुंवारी चूत थी जब मैंने पापा को मम्मी की चूत चोदते हुए पहली बार देखा था. उनके कमरे से आती आवाजों ने मेरी उत्सुकता बढ़ाई तो मैंने अन्दर झांका.

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मैं इस लण्ड से चुदूँगी-1

वो आया और हम होटल के कमरे में गए, कमरे में जाते ही उसने मुझे अपनी बाँहों में ले लिया और अचानक अपने होंठों को मेरे होंठों पर रख कर बेतहाशा चूसने लगा।
उसके अचानक यूँ चूमने से में थोड़ी घबरा गई और मैं उसके बदन को अपने हाथ से दूर हटाने लगी पर मैं अनुराग की मजबूत बाँहों में कसती जा रही थी, मैं अपने आपको छुड़ाने की कोशिश कर रही थी।

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जंगल में मेरी फुद्दी की चुदाई -1

अब हमारी कार क्योंकि सिटी से बाहर आ गई थी, इसलिए अब प्रदीप की मस्ती चालू हो गई थी। उसका एक हाथ कार के स्टेयरिंग से हट कर मेरे सीने के ऊपर आ गया और वो बूब्स को दबाने लगा।

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भैया का दोस्त -3

उसने मेरे हाथों को अपने कंधों पर रखा और मुझे अपनी तरफ खींच लिया तो मैं आसानी से उसके ऊपर जा गिरी। प्रदीप ने अपने होंठों को मेरे होंठों पर रखा और उन्हें चूसने लगा।

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