राज राने

बरसात की हसीन रात

उसकी चूत की खुशबू से मुझे जैसे नशा सा चढ़ने लगा था, मैंने उसकी पैंटी उतार कर देखा कि उसने चूत से बाल साफ़ कर रखे थे। उसकी चूत गुलाबी थी, मैंने अपनी जुबान से उसको चूसना शुरू किया। वो और उछलने लगी और मेरे सर को जोर से दबाने लगी।

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