लोकेन्द्र सिंह कुशवाहा

मेरा सच्चा प्यार भाभी के साथ

पड़ोस में एक भाभी से मेरी दोस्ती हो गई. मुझे लगा जैसे जिन्दगी में कोई अपना मिल गया. जिस दिन उनसे बात नहीं होती तो दिन बेकार लगता. हमारी दोस्ती कहाँ तक पहुंची?

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