Sex Stories Archive for May, 2013

कमाल की हसीना हूँ मैं-39

On 2013-05-31 Category: कोई मिल गया Tags:

कुछ ही देर में उनके लौड़े फौलाद की तरह सख्त हो गये और वो दोनों बेरहमी से बारी-बारी से मेरे हलक में अपने लौड़े ठूँसते हुए धक्के मार रहे थे। “ऑय थिंक शी नीड्स टू बी फक्ड नॉव!” माइक बोला। (मेरे ख्याल से अब इसे चोद ही देना चाहिए !) “याह! टाइम टू शो हर […]

सैफ़ करीना सन्नी लियोनी

सैफ़ की घरवाली करीना की डिलीवरी हुई… नर्स सन्नी लियोनी खबर लेकर बच्चे के बाप सैफ़ के पास पहुँची- मुबारक हो…!! आप एक बेटे के बाप बन गये हैं… सैफ़ बहुत खुश हुआ, उसने खुशी और उत्साह से भरकर नर्स को गले लगाया और दो हजार रुपये दिए। पर उसकी असली चिंता यह थी कि […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-38

On 2013-05-30 Category: कोई मिल गया Tags:

मैंने साँस ली ही थी कि एक बार फिर मुझे उसकी मुठ्ठियाँ अपनी गर्दन के पीछे बालों पर कसती महसूस हुईं और उसने गालियाँ देते हुए अपना लंड फिर एक ही झटके में मेरे हलक में ठाँस दिया। दो-तीन धक्कों में ही उसने पूरा लंड अंदर घुसा दिया। मेरे होंठ अब उसके लंड की जड़ […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-37

On 2013-05-29 Category: कोई मिल गया Tags:

वो मुझे सहारा दे कर बार के करीब ले गया और दो ड्रिंक्स ऑर्डर किये। फिर उसने मुझे कमर से पकड़ कर उछालते हुए ऊँचे बार-स्टूल पर इस तरह बिठा दिया जैसे मैं कोई रबड़ की गुड़िया होऊँ। हमने एक दूसरे को अपना इंट्रोडक्शन दिया। उसका नाम ओरिजी था और वो नाईजीरिया का रहने वाला […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-36

On 2013-05-28 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

“यहाँ कोई नहीं आयेगा और किसे परवाह है? देखा नहीं हॉल में सब नंगे नाच रहे थे।” कहते हुए उन्होंने मेरी स्कर्ट खींच दी और मेरे सैंडलों के अलावा मुझे बिल्कुल नंगी कर दिया और खुद भी बिल्कुल नंगे हो गये। सबसे पहले ताहिर अज़ीज़ खान जी पूल में दाखिल हुए। मैं वो हाई-हील के […]

सुन्दर बहू

मैंने उनका पेटीकोट ऊपर किया और उनकी चूत को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी। उन्होंने मेरी चूत को सहलाते हुए उसमें अपनी एक उंगली डाल दी और उसे मेरी चूत में अन्दर–बाहर करने लगी।

कमाल की हसीना हूँ मैं-35

On 2013-05-27 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

मेरी चूत का मुँह लंड के एहसास से लाल हो कर खुल गया था जिससे उनके लंड को किसी तरह की परेशानी ना हो। मेरी चूत से काम-रस झाग बनके निकल कर मेरे चूतड़ों के कटाव के बीच से बहता हुआ बिस्तर की ओर जा रहा था। मेरी चूत का मुँह पानी से उफ़न रहा […]

बंटी-बबली

On 2013-05-26 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

आजकल के बच्चे और उनके सवाल ! बबली- टीचर टीचर ! ‘बस’ मेल है या फीमेल? टीचर ने सोचा- सच ए क्यूट क्वेस्चन ! तभी अचानक दूसरे बच्चे बंटी ने जवाब दिया- टीचर टीचर ! बस फ़ीमेल होती है। बबली- ऐसा क्यों? बंटी- क्योंकि सब लोग उस पर चढ़ते हैं, ईडियट ! टीचर यह उत्तर […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-34

On 2013-05-26 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

“मम्मऽऽऽ… शहनाज़… मीऽऽऽऽ… ऊँमऽऽऽऽ… तुम बहुत सैक्सी हो। अब अफ़सोस हो रहा है कि तुम्हें इतने दिनों तक मैंने छुआ क्यों नहीं। ओफ…ओहहऽऽऽ तुम तो मुझ पागल कर डालोगी। आआ…आऽऽऽ…हहऽऽऽ… हाँऽऽऽ… ऐसे हीऽऽऽ…” वो अपने लंड को मेरी चूत के ऊपर रगड़ रहे थे। कुछ देर तक हमारे एक दूसरे के जिस्म को रगड़ने के […]

करीना-सैफ़-दीपिका-साक्षी-सन्त

On 2013-05-25 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

करीना ने सैफ़ को नौकरानी दीपिका के साथ सेक्स करते देख लिया। करीना ने सैफ़ को तो कुछ नहीं कहा पर नौकरानी दीपिका को अकेले में ले गई। बेचारी दीपिका डरते हुए रोने लगी और हाथ जोड़ कर बोली- बीबी जी, माफ़ कर दो, सैफ़ साहब ने 500 रुपए का लालच दिया था। मालकिन करीना- […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-33

On 2013-05-25 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

मेरी पीठ मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी के सीने से लगी हुई थी। मैंने अपना सिर पीछे की ओर करके उनके कंधे पर रख दिया। साढ़े-चार इंच ऊँची हील के सैंडल पहने होने से मेरा कद उनके कद से मेल खा रहा था। उनके हाथ मेरे सीने के दोनों उभारों को बुरी तरह मसल […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-32

On 2013-05-24 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

“आज मैं आपके बेटे की बीवी हूँ।” “लेकिन पहले तू मेरी सेक्रेटरी है। यहाँ पर तू मेरी सेक्रेटरी बन कर आई है… मेरे बेटे की बहू नहीं ! और सेक्रेटरी का काम होता है अपने एंपलायर को खुश रखना। देखा नहीं यहाँ मौजूद दूसरी सेक्रेटरियों को?” “क्या हो गया है आज आपको?” मैंने थूक निगलते […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-31

On 2013-05-23 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

कुछ देर बाद हम वहीं आराम करके अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गये। बाहर अपनी टेबल पर आकर देखा कि टेबल खाली थी। मैंने बैठते हुए इधर-उधर नज़र दौड़ाई लेकिन साशा और ससुर जी कहीं नहीं दिखे। हैमिल्टन ने अपनी कुर्सी पर बैठ कर मुझे अपनी गोद में खींच लिया। मैंने उसकी गोद में […]

हुस्न के दीदार

On 2013-05-22 Category: पड़ोसी Tags: Oral Sex, चुम्बन

मैंने बड़े प्यार से सुपारे को पूजा की चूत में हल्के से धंसाया और उसके मुंह से आह, आह शह्ह उफ्फ्फ्फ़ निकली और उसने अपनी आँखें बंद कर ली। पूजा ने तो दर्द के मारे बेडशीट को जोर से मुट्ठी में भींच लिया।

कमाल की हसीना हूँ मैं-30

On 2013-05-22 Category: Office Sex Tags:

मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक कुछ देर तक निहारते ही रह गये। उनके होंठों से एक सीटी जैसी आवाज निकली, जैसी आवाज आवारा टाईप के मजनूं निकाला करते हैं। “म्मम.. आज तो पैरिस जलकर राख हो जायेगा !” उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी तारीफ़ की। “आप भी बस मेरी खिंचाई […]

मेरी गांड की सुहागरात

पिछले कुछ समय से मुझे गांड मरवाने का मन करने लगा। एक बार मैंने अपने बोटम साथी से कहा कि वो मेरी गांड मारे पर वो अन्दर नहीं घुसा सका। पर मेरा मन गांड मरवाने के लिए और भी ज्यादा मचलने लगा। पर मैं किसी भरोसे वाले आदमी से मरवाना चाहता था।

कमाल की हसीना हूँ मैं-29

On 2013-05-21 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

मैं कमरे से बाहर निकल कर बगल वाले कमरे में, जिसमें ससुर जी रह रहे थे, उसमें चली गई। ससुर जी कमरे में नहीं थे। मैंने इधर उधर नज़र दौड़ाई। बाथरूम से पानी बहने की आवाज सुनकर उस तरफ़ गई तो देखा कि बाथरूम का दरवाजा आधा खुला हुआ था। सामने ताहिर अज़ीज़ खान जी […]

सन्ता और पप्पू के चुटकुले

On 2013-05-20 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

एक बार पप्पू ने सन्ता की दुकान से 45 रूपए का सामान खरीदा और उसे 5 के नोट में 5 की आगे 0 लगा कर दिया और कहा- ये लो 50 रूपए 5 रूपए वापस दो। सन्ता को यह पता चल गया तो उसने सोचा कि इसका बदला लेना चाहिए। तो उसने जेब से 50 […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-28

On 2013-05-20 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

लाँग स्कर्ट्स के बाद माइक्रो स्कर्ट्स की बारी आई। मैंने एक पहना तो मुझे काफी शर्म आई। स्कर्ट्स की लम्बाई पैंटी के दो अंगुल नीचे तक थी। टॉप भी मेरी गोलाइयों के ठीक नीचे ही खत्म हो रही थी। टॉप्स के गले भी काफी डीप थे। मेरे आधे बूब्स सामने नज़र आ रहे थे। मैंने […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-27

On 2013-05-19 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

अभी दो महीने ही हुए थे कि मैंने अपने ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी को कुछ परेशान देखा। “क्या बात है अब्बू… आप कुछ परेशान हैं?” मैंने पूछा। “शहनाज़ ! तुम कल से हफ़्ते भर के लिये ऑफिस आने लगो !” उन्होंने मेरी ओर देखते हुए पूछा, “तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं होगी ना, अपने […]

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