Sex Stories Archive for August, 2012

बॉस्केटबॉल मैम की चूत

प्रेषक : संजीव शर्मा मैं संजीव, 18 साल, 5’9″, लण्ड 6″, अम्बाला से हूँ। यह कहानी मेरे ओर मेरे बॉस्केटबॉल मैम के बीच की है। बात कुछ महीने पहले की है जब हमारे कॉलेज में एक फ़ंक्शन था जिसमे बहुत बड़े-बड़े लोग आने वाले थे और वो फ़ंक्शन शाम 7 बजे शुरु होने वाला था। […]

ज्योमेट्री के साथ सेक्स

On 2012-08-14 Category: जवान लड़की Tags:

सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम सचिन है। मेरी उम्र 20 साल है और मैं मुंबई का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। आज मैं आपके सामने मेरी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। उस वक्त मैं 18 साल का था। हमारे घर में कुछ रद्दोबदल होनी थी […]

शालिनी ने जो चाहा वो पाया-4

On 2012-08-13 Category: कोई मिल गया Tags:

मालकिन और नौकर का भेदभाव जाता रहा, उस नौकर राजू ने शालिनी के हाथ से पाइप छीन कर दूर फेंका और उसके कपड़े उतारने को लपका। यहाँ भी शालिनी की एक और फ़ंतासी भी थी जो वो हमेशा से चाहती थी कि कोई उसके साथ कपड़े फाड़ कर सेक्स करे, इसलिए वो अपने टोपर और […]

शालिनी ने जो चाहा वो पाया-3

On 2012-08-12 Category: कोई मिल गया Tags:

शालिनी के अभी तक के दोनों सेक्स अनुभव बाथरूम में ही हुए थे और वो भी अकेले ही हुए थे, और बहुत ही अच्छे हुए थे और उसने बहुत एन्जॉय भी किया था। अब वो इसे बेडरूम तक लाना चाहती थी, और वो भी अकेले नहीं उस काले नौकर के साथ जिसने उसकी नींद उड़ा […]

शालिनी ने जो चाहा वो पाया-2

On 2012-08-11 Category: कोई मिल गया Tags:

नहाते समय उसने जो कुछ देखा, महसूस किया और उसके बाद खुले आसमान के नीचे गंदी सी पड़ी बालकनी के खुरदरे फर्श पर किये हस्त-मैथुन ने उसे असीम आनन्द प्रदान किया था। दोपहर के खाने के समय भी वो यही सब सोचती रही, फिर दिन में जब वो सोने गई, तो फिर उसे वही काला, […]

शालिनी ने जो चाहा वो पाया-1

On 2012-08-10 Category: कोई मिल गया Tags:

दरअसल अन्तर्वासना की वजह से सेक्स, उत्तेजना और कामुकता को पसंद करने वाले लड़के-लड़कियाँ, स्त्री-पुरुष को एक मंच मिल गया है जिसमें इस विषय को पसंद करने वाले लोग आपस में जुड़ रहे हैं और अपने विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं। इस क्षेत्र के मेरे जैसे जैसे अनुभवी लोगों का फायदा नए और संकोची […]

बदतमीज़ की बदतमीज़ी-2

On 2012-08-09 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

प्रेषक : बदतमीज़ मुझसे है तेरी शत्रुता तो जान मेरी जान ले। बस याचना है एक तूँ इस याचना को मान ले। बन्दूक रख दे फेंक अब ये हाथ से तलवार दे। इस लाल लँहगे में मुझे अब ढाँक कर तूँ मार दे। दूरी बहुत तड़पा रही है किस तरह इसको सहूँ। सब कुछ भुलाकर […]

वकील के बाद उसके मुंशी के साथ

On 2012-08-09 Category: गे सेक्स स्टोरी Tags:

प्रणाम पाठको, मेरे आशिको, लो आप की तम्मना दिल खोल कर पूरी कर रहा हूँ, सब शिकायत दूर कर दे रहा हूँ, बस आप सब मुझे ईमेल करते रहना, जिनको मेरी गांड चाहिए, वो लोग अपने जगह, उम्र, लंड का आकार लिख कर मेल करें। पंजाब में रहने वालों को पहल के आधार पर गांड […]

बदतमीज़ की बदतमीज़ी : हरिगीतिका छन्द में

On 2012-08-08 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

फैली सुहानी चाँदनी हर, वृक्ष के पत्ते हिलें। सूखे पड़े दो होंठ के ये, पुष्प चाहूँ फिर खिलें। क्यों रुष्ट हो इस क्षण प्रिये तुम, ना करो शिकवे गिले। सोना नहीं है आज की इस, रात बिन तुमसे मिले। झुककर दिखा ना चूचियाँ यूँ, इस तरह अंदाज से। नारी तुँ होकर बेशरम हम, पुरुष लज्जित […]

रिटायरिंग-रूम की छत पर

On 2012-08-08 Category: कोई मिल गया Tags:

दोस्तो, मेरी कहानियों पर जो आपके प्यार भरे मेल आते हैं इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ! हाँ एक बात मुझे आपसे भी कहना है कि कृपया कहानी में वर्णित लड़कियों के मोबाईल नंबर की मांग ना करें। एक-आध को छोड़कर मेरी अधिकांश कहानियाँ काल्पनिक होती हैं, आप तो बस कहानियों के मजे लो। यह […]

यादगार सफ़र

On 2012-08-07 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : आनन्द सिंह मेरा नाम अमन है और यह मेरी अन्तर्वासना पर पहली कहानी है। मैं रुद्रपुर, उत्तराखंड का रहने वाला हूँ, उम्र 28 वर्ष है। मेरा काम मार्केटिंग का है इसलिए मुझे काफी वक़्त यात्रा में ही बिताना पड़ता है। मैं अपने काम के सिलसिले में जनवरी 2006 में पिथोरागढ़ गया था और […]

करन की सीमा

On 2012-08-03 Category: कोई मिल गया Tags:

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम करन है। मैंने अन्तर्वासना पर कई कहानियाँ पढ़ी, माफ़ करना दोस्तो, पर मुझे सब कहानियाँ काल्पनिक लगी कोई भी कहानी सच्ची नहीं थी। पर आजकल के लोग सच्ची कहानी पढ़ना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए मेरी कहानी पढ़ने के लिए जो शुरु से लेकर आखिर तक सच्ची घटना पर आधारित […]

सपनों से हकीकत का सफर

On 2012-08-02 Category: कोई मिल गया Tags:

मेरा लिंग एकदम उत्तेजना से भर आया और बस यहीं कल्पना करने लगा कि काश मैं इसके साथ सम्भोग करूँ। मेरे लिंग की उत्तेजना कम नहीं हो रही थी इसलिए बैठने में असहज महसूस कर रहा था

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