Sex Stories Archive for March, 2011

मेरी दीदी लैला -5

On 2011-03-12 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

विक्की ने अपने हाथ से मेरे चूतड़ थोड़े से खोले और दरार को चौड़ा किया, फिर मेरे छेद पर अपना मुँह लगा दिया और जीभ से मेरी गाण्ड का छेद चाटने लगा। मेरे छेद पर विक्की की जीभ लगते ही मेरी गाण्ड में करंट सा दौड़ने लगा

मेरी दीदी लैला -4

भैया बोले- अब बन मत ! मुझे बंटी ने बता दिया था कि वो तेरी गाण्ड लेता है और तुझे भी खूब मजे आते हैं गाण्ड मरवा के ! और बंटी ने मुझसे रिक्वेस्ट की थी कि लैला का गाण्ड देने का बहुत मन करता है सो मैं तेरी गाण्ड ले लिया करूँ।

मेरी दीदी लैला -3

On 2011-03-10 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

लैला दीदी – एक सफर – मासूम लड़की से लंड की प्यासी-1 नमस्ते दोस्तो, आशा करता हूँ कि आप लोग मुझे अभी तक भूले नहीं होंगें, मैं रजत, पंजाब से। आपने मेरी कहानी दो भागों में पढ़ी और मुझे ढेर सारे मेल किये। कुछ मेल जिनका मुझे लगा कि जवाब देना चाहिए मैंने उनका जवाब […]

कब जुदा होंगे

On 2011-03-09 Category: पड़ोसी Tags:

मेरा नाम संगीता है। मैं गुजरात के धोलका नामक शहर से हूँ. मेरा रंग गोरा, बदन 38-28-36 है, जिससे दिखने में तो कोई भी मुझे खूबसूरत कह सकता है। घर में मेरे अलावा मम्मी-पापा और मेरा भाई है जो मुझ से दो साल छोटा है। राजपूत परिवारों में लड़की पर बहुत सारे बंधन होते हैं […]

अक्षतयौवना अंजलि का स्वैच्छिक समर्पण-2

अक्षतयौवना अंजलि का स्वैच्छिक समर्पण-1 वैसे तो मैं अंजलि के पति का बड़ा भाई हूँ पर अपनी चाँद सी भाभो के शादीशुदा होते हुए भी अभी-अभी संज्ञान में आए उसके पूर्ण परिपक्व कुँवारे नारी शरीर और अनभोगे, सुडौल, बेहद कड़े और भरपूर उभरे आसमान छूती गर्म चूचियों के सानिध्य से मेरा दिल विषय-वासना के ज़्वार-भाटे […]

अक्षतयौवना अंजलि का स्वैच्छिक समर्पण-1

बड़े भाई की बीवी यानि भाभी के साथ सेक्स की कहानियां तो बहुत हैं पर छोटे भाई की पत्नी के साथ यौन सम्बन्ध विरले ही सुनने को मिलते हैं। ऐसी ही कहानी है यह…

सब्जी वाले से सेक्स-2

सब्जी वाला मेरी पीठ पर हाथ फ़ेरकर बोला- बेटी, तू तो बड़ी जबर्दस्त चुदक्कड़ है! मेरा आशीर्वाद है कि तेरी चूत और फ़ूले-फ़ले, इसकी चुदास बढ़े! इसे लण्डों की कभी कमी न हो। सदा चुदागन रहो।

सब्जी वाले से सेक्स-1

ने जानबूझ कर साड़ी पहनी, फिर जब वो मुझे देख रहा था, मैंने पल्लू नीचे गिरा दिया अब उसकी आँखों के सामने मेरे दोनों बड़े बड़े खरबूजे आधे से ज्यादा ब्लाउज से फ़टे पड़ रहे थे।

भाभी की नज़र

मैं समीर उत्तर प्रदेश में बरेली शहर में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना का दो साल से पाठक हूँ और अब सभी कहानियाँ पढ़ता हूँ तो सोचा कि मैं भी अपनी कहानी आप सब में शेयर करूँ। यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है, आप सबको पसंद आएगी। सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ, […]

सुहागरात का असली मजा-2

सुहागरात का असली मजा-1 तभी भाई आ गये और बोले- क्या बात चल रही है भाभी-देवर में? मैं बोला- तुम्हारे बारे में ही चल रही है। ‘क्या?’ भाभी बता रही थी कि आपने रात इन्हें कितना सताया। ‘अच्छा?’ ‘हाँ!’ ‘चलो, तुम मौज लो, मैं चलता हूँ!’ और मैं वहाँ से आ गया। मैं बहुत खुश […]

मौसम की करवट-1

वो आकर मेरी गोद में बैठ गई और अपनी बाहों को एक हार की तरह मेरे गले में डाल दिया। मैंने भी उसको अपनी बाहों में लिया और हमारी प्रेम कहानी शुरू हो गई...

दिल्ली बेल्ली-2

On 2011-03-01 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : तेज ठाकुर उसने मेरी तरफ देखा और मुझसे पूछा- अगर टीवी देखना हो तो यहाँ आकर देख लीजिये, वहाँ से साफ़ नहीं दिख रहा होगा। उसे लगा कि मैं टी वी देख रहा हूँ। पर अंधे को क्या चाहिए, दो आँखें ! मुझे तो मन मांगी मुराद मिल गई थी, मैं झट से […]

सुहागरात का असली मजा-1

राज कौशिक की तरफ से सभी लड़के-लड़कियों और भाभियों को नमस्कार। आपने मेरी कहानियाँ सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगा, कुँवारी चूत मिली तोहफ़े में, लक्ष्मी की ससुराल पढ़ी होंगी। यह कहानी मेरी भाभी की है जो बेचारी अपनी चूत की प्यास से परेशान थी और मैंने उसको पानी पिलाया। कैसे? यह आप आगे पढ़िए। मेरे […]

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